ताज़ा खबरें

गुड़गांव: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद की एक दिवसीय यात्रा से पहले अमेरिकी केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) ने हरियाणा पुलिस से गुड़गांव, फरीदाबाद और आस-पास के अन्य जिलों की अपराध की स्थिति रिपोर्ट सौंपने को कहा है ताकि उचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। दोनों नेताओं को 25 जनवरी को गुड़गांव-फरीदाबाद एक्सप्रेस वे पर स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी में अंतरिम सचिवालय की आधारशिला रखने के कार्यक्रम में हिस्सा लेना है। चूंकि फ्रांस अमेरिका का मित्र देश है इसलिए सीआईए ओलांद की यात्रा के लिए सुरक्षा उपायों में खुद को शामिल कर रहा है। गौरतलब है कि इस गणतंत्र दिवस फ्रांसीसी राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के मुख्य अतिथि होने की वजह से आईएस और अलकायदा से खतरा और बढ़ गया है।

नई दिल्ली : नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को नेताजी से जुड़ी 100 फाइलों की डिजिटल प्रतियां जारी करेंगे। एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया कि भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार (एनएआई) प्रारंभिक संरक्षण उपायों और डिजिटलीकरण के बाद नेताजी से संबंधित 100 फाइलों को सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध करा रहा है। नेताजी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री इन फाइलों की डिजिटल प्रतियां जारी करेंगे। इसमें कहा गया है कि इस पहल से इन फाइलों को सुलभ कराए जाने के लिए ‘लंबे समय से चली आ रही जनता की मांग’ पूरी होगी। साथ ही विद्वानों को नेताजी पर आगे और शोध करने में भी मदद मिलेगी। राष्ट्रीय अभिलेखागार की योजना हर महीने नेताजी से जुड़ी 25 फाइलों की डिजिटल प्रतियां सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध कराने की है।

नई दिल्ली: अरबों डॉलर के राफेल लड़ाकू विमान सौदे को लेकर संशय बरकरार है क्योंकि फ्रांसीसी राजदूत फ्रांस्वा रिशर ने अपने यहां के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के भारत आने से ठीक दो दिन पहले कहा है कि इस बारे में ‘जटिल बातचीत’ जारी है। रिशर ने संवाददाताओं से कहा, ‘इस समय बातचीत चल रही है। इसलिए मैं नहीं बता सकता कि इसका परिणाम क्या होगा। उसे अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है। निस्संदेह यह जटिल बातचीत है।’ राजदूत ने कहा, ‘बिल्कुल, मैं तो आपसे यही कहूंगा कि मैं आशान्वित हूं। लेकिन आशान्वित होने का मतलब यह नहीं है कि हम पूरी तरह निश्चिंत हैं। बहुत ऊर्जा के साथ काम किया जा रहा है।’ समझा जाता है कि ओलांद की यात्रा के दौरान एक अंतर-सरकारी रूपरेखा समझौते पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं, लेकिन अंतिम अनुबंध में समय लगेगा क्योंकि लागत पर बातचीत जारी है।

नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने राज्य पुलिस बल और केन्द्रीय सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर पूरे देश से प्रतिबंधित आतंकवादी समूह आईएसआईएस के साथ हमदर्दी रखने वाले 13 लोगों को उनके स्वयंभू प्रमुख ‘अमीर’ सहित गिरफ्तार कर बड़े आतंकवादी हमले को विफल करने का शुक्रवार को दावा किया। चार राज्यों कर्नाटक, हैदराबाद, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में छापेमारी हुई जहां 13 लोगों ने ‘जनूद-उल-खलीफा-ए-हिन्द’ नामक संगठन बना लिया था। इस आतंकी संगठन की विचारधारा आईएसआईएस के समान है। गृहमंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि मुंबई निवासी मनबीर मुश्ताक ने कथित रूप से खुद को इस समूह का ‘अमीर’ घोषित कर दिया था। इसका काम देश भर में विभिन्न प्रतिष्ठानों पर बम विस्फोट करना और कुछ विदेशियों पर हमला करना था। सभी राज्यों में वहां की पुलिस बल की सहायता से यह छापेमारी की गयी। गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को विस्तृत पूछताछ के लिए राष्ट्रीय राजधानी लाया जा रहा है। प्राथमिक जांच में खुलासा हुआ है कि इस आतंकवादी संगठन की एक निश्चित संरचना है। सूत्रों ने बताया कि एनआईए और केन्द्रीय जांच एजेंसियों ने 42 मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं। इनमें से आठ मोबाइल फोन इस नए आतंकवादी समूह के अमीर से बरामद हुए हैं जिसे कथित रूप से विदेशों से हवाला के जरिए धन भी मिला है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख