लखनऊ: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के नेशनल सेक्रेटरी अतुल कुमार अंजान का निधन हो गया है। खबरों के मुताबिक, अतुल कुमार अंजान (69) पिछले एक महीने से गोमतीनगर के एक अस्पताल में एडवांस स्टेज के कैंसर से जूझ रहे थे। लखनऊ यूनिवर्सिटी छात्रसंघ के अध्यक्ष के रूप में 1977 के राजनीति की शुरुआत करने वाले अतुल अंजान को सामाजिक न्याय और वामपंथी राजनीति का बड़ा चेहरा माना जाता था।
किसानों और श्रमिकों के हितों के प्रति सीपीआई नेता की दृढ़ प्रतिबद्धता ने जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से व्यापक प्रशंसा और सम्मान प्राप्त किया है। एक समय अपने वक्तृत्व कौशल के लिए जाने जाने वाले तेजतर्रार छात्र नेता ने राजनीति में एक अलग मुकाम हासिल किया था।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अतुल कुमार अंजान की शिक्षा हुई थी। उन्होंने लखनऊ के स्टेट बोर्ड स्कूल से स्कूलिंग की थी। इसके बाद अतुल अंजाम ने लखनऊ विश्वविद्यालय से 1967 में ग्रेजुएशन, 1972 में पोस्ट ग्रेजुएशन और 1983 में एलएलबी की डिग्री हासिल की थी।
ऐसा रहा था राजनीतिक सफर
अतुल कुमार अंजान सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव थे। वे अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव थे। वे ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन के उत्तर प्रदेश राज्य अध्यक्ष भी रहे थे। उत्तर प्रदेश की घोषी लोकसभा सीट सीपीआई का गढ़ माना जाता था, लेकिन 1990 में कम्युनिस्टों ने वहां पर अपनी जमीन खो दी थी। उन्होंने घोषी से दो बार 1998 और 2014 में लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन दोनों बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।