ताज़ा खबरें
पीएम मोदी के हाथ से धीरे-धीरे फिसल रहा लोकसभा चुनाव:राहुल गांधी
आंध्र में सीएम जगन मोहन और चंद्रबाबू नायडू के बीच कड़ा मुकाबला
संविधान के दो अनुच्छेद खत्म करके आरक्षण छीनेगी भाजपा: आरजेडी

नई दिल्‍ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। बीते दिनों विश्वविद्यालय प्रमुखों की चयन प्रक्रिया पर राहुल ने सवाल खड़ा किया था। इस दौरान उन्होंने कुलपतियों के चयन को लेकर टिप्पणी की थी। जिसका विरोध जताते हुए अब कई विश्वविद्यालय के कुलपतियों और शिक्षाविदों ने खुला पत्र लिखा है। इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

पत्र में लिखा गया है, ‘जिस प्रक्रिया से कुलपतियों का चयन किया जाता है, वह योग्यता, विद्वतापूर्ण विशिष्टता और अखंडता के मूल्यों पर आधारित कठोर, पारदर्शी कठोर प्रक्रिया की विशेषता है। चयन पूरी तरह से शैक्षणिक और प्रशासनिक कौशल पर आधारित है और विश्वविद्यालयों को आगे ले जाने की दृष्टि से किया गया है।'

पत्र में आगे लिखा गया है कि देश भर के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के कुलपति और अकादमिक नेताओं के चयन प्रक्रिया के संबंध में हाल ही में दिए गए आधारहीन आरोपों का खंडन किया जाता है। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि राहुल गांधी ने झूठ का सहारा लिया है और कार्यालय को बदनाम किया है।

अहमदाबाद: कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने रविवार को दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2024 के लोकसभा चुनाव में 2014 की बातें दोहरा रहे हैं और उन्होंने उन पर मुसलमानों के लिए कोटे को लेकर लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का आरोप है कि कांग्रेस एससी, एसटी और ओबीसी (अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग) का कोटा छीनकर इसे तुष्टीकरण की राजनीति के तहत मुसलमानों को देना चाहती है।

कांग्रेस के सोशल मीडिया और डिजिटल मंचों की प्रमुख श्रीनेत ने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2022 में एक साक्षात्कार में कहा था कि गुजरात और मध्य प्रदेश में भाजपा सरकारें पहले ही मुसलमानों को ओबीसी के रूप में आरक्षण दे चुकी हैं। उन्होंने सवाल किया, ‘‘उनके 10 वर्षों तक भारत के प्रधानमंत्री पद पर रहने के बाद, हमें लगा कि वह अब लोगों का सामना करेंगे और अपना रिपोर्ट कार्ड पेश करेंगे तथा अपनी सरकार की उपलब्धियों पर वोट मांगेंगे। इसके बजाय, वह 2024 में 2014 का ही भाषण पढ़ रहे हैं। वह कांग्रेस और इसके नेताओं के सिवा कोई बात नहीं कर रहे। तो इन 10 वर्षों में  प्रधानमंत्री क्या कर रहे थे?''

नई दिल्ली: देश में लोकसभा चुनाव- 2024 के तीसरे चरण के तहत 12 राज्यों की 94 सीट के लिए चुनाव प्रचार रविवार शाम छह बजे थम गया। इन सीट पर सात मई यानि मंगलवार को मतदान होगा। इस चरण में जिन सीटों पर चुनाव होगा, उनमें गुजरात की 25, कर्नाटक की 14, महाराष्ट्र की 11, मध्य प्रदेश की नौ, छत्तीसगढ़ की सात, बिहार की पांच, असम की चार और गोवा की दो सीट के चुनाव शामिल हैं।

दांव पर शाह-दिग्विजय जैसे दिग्गजों की किस्मत

मध्यप्रदेश की नौ सीट के लिए चुनाव के दौरान तीन बड़े दिग्गजों शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह का राजनीतिक भविष्य तय होगा। इस दौरान 1.77 करोड़ से अधिक मतदाता नौ सीट के लिए मैदान में उतरे 127 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित सीट शामिल हैं।

मध्य प्रदेश की इन नौ सीट में मुरैना, भिंड (एससी), ग्वालियर, गुना, सागर, विदिशा, भोपाल, राजगढ़ और बैतूल (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र शामिल हैं।

भुवनेश्वर: भारत उन तीन भारतीय लोगों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए कनाडाई पुलिस का इंतजार करेगा। जिन्हें उसने पिछले साल एक खालिस्तानी आतंकवादी की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है। भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शनिवार को यह बयान दिया। एस. जयशंकर ने कहा कि खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मुद्दे पर कनाडा में जो कुछ भी हो रहा है, वो ज्यादातर वहां की आंतरिक राजनीति के कारण है और इसका भारत से कोई लेना-देना नहीं है। कनाडाई पुलिस ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में शुक्रवार को कहा कि वे जांच कर रहे हैं कि क्या संदिग्धों के भारत सरकार से संबंध थे?

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, एस. जयशंकर ने कहा कि उन्होंने गिरफ़्तारियों की ख़बरें देखी हैं और कहा कि संदिग्ध "स्पष्ट रूप से किसी प्रकार की गिरोह पृष्ठभूमि के भारतीय हैं... हमें पुलिस के बताने का इंतज़ार करना होगा। लेकिन, जैसा कि मैंने कहा, हमारी एक चिंता जो हम उन्हें बता रहे हैं... वह यह है कि आप जानते हैं, उन्होंने भारत से, विशेष रूप से पंजाब से, संगठित अपराध को कनाडा में संचालित करने की अनुमति दी है।"

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख