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गांधीनगर: भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और स्मृति ईरानी के गुजरात से राज्यसभा पहुंचने के बाद गुजरात बीजेपी ने एक सम्मान समारोह का आयोजन किया है। गुजरात के गांधीनगर में पार्टी नेताओं को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि मैं अपनी पूरी क्षमता से विकास के लिए काम करने का प्रयास किया है। मुख्यमंत्री विजय रूपानी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल इस यात्रा को आगे बढ़ाएंगे। राज्य में कानून-व्यवस्था बेहतर है। उन्होंने राज्यसभा में एक सीट की हार पर कहा कि अगर दिसंबर में होने वाले चुनाव में पार्टी 150 सीटें जीतती है तो गुजरात की तीनों राज्यसभा सीटों पर पार्टी का कब्जा होगा। उन्होंने कहा कि हम इस बार भी तीनों सीटें जीत सकते थे। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने आदर्श प्रस्तुत किया है। उन्होंने हर राज्य और समाज के हर वर्ग के विकास का संकल्प लिया है। राज्य के सभी समुदायों के लिए विकास कार्य कराए गए हैं। यही वजह है कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरे देश से बहुमत मिला और मजबूत सरकार बनी। कांग्रेस नेतृत्व में कमी की वजह से टूट रही है. कोई और वजह नहीं है। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने लोकसभा में ओबीसी कमीशन को संवैधानिक दर्जा देने का प्रस्ताव पास किया लेकिन कांग्रेस ने राज्यसभा में इसमें अड़चन लगा दी, क्यों?

गांधीनगर: गुजरात में हुए राज्यसभा चुनाव में मंगलवार को कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल ने भाजपा के उम्मीदवार बलवंत सिंह राजपूत को हरा दिया। इससे पहले देर रात तक चले नाटकीय घटनाक्रम में चुनाव आयोग ने चुनाव नियमों का उल्लंघन करने पर मुख्य विपक्षी दल के दो असंतुष्ट विधायकों के वोट अमान्य कर दिये थे जिससे कांग्रेसी खेमे में खुशी का माहौल देखने को मिला। चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव पटेल को 44 वोट मिले जबकि राजपूत को 38 वोटों से संतोष करना पड़ा। कांग्रेस के अपील पर चुनाव आयोग ने दो वोट रद्द कर दिए जिसके बाद 174 वोटों की गिनती हुई। इस वोटिंग में अहमद पटेल को जीत के लिए 43.51 वोट की दरकार थी अहमद पटेल को इससे महज आधा वोट ज्यादा मिला यानी उन्हें 44 वोट मिले और वो जीत गए. जबकि दूसरी तरफ अमित शाह और स्मृति ईरानी को 46-46 वोट मिले। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी इन चुनावों में जीतकर पहली बार राज्यसभा में प्रवेश किया है। उनके साथ मौजूदा राज्यसभा सदस्य और सूचना और प्रसारण मंत्री स्मति ईरानी ने भी अपनी जगह बरकरार रखी है। अधिकारी के अनुसार दोनों को 46-46 वोट मिले हैं।

अहमदाबाद: गुजरात राज्यसभा चुनाव में वोटिंग के बाद दोनों पार्टियों में चल रही जंग कांग्रेस ने जीत ली है। चुनाव आयोग ने कांग्रेस की मांग को मानते हुए दो विधायकों का वोट रद्द कर दिया है। आयोग ने वोटों की गिनती शुरू करने का निर्देश दिया है। चुनाव आयोग के इस फैसले से कांग्रेस उम्मीदवार अहमद पटेल की की राह आसान हो गई है। कांग्रेस ने दो वोट निरस्त किए जाने की मांग की थी। उधर, भाजपा के प्रतिनिधिमंडल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली, रविशंकर प्रसाद और पीयूष गोयल के नेतृत्व में चुनाव आयोग से मुलाकात करके जल्द मतगणना की मांग की है। कांग्रेस के आरोपों को भाजपा निराधार बता रही है। नतीज़तन 3 राज्यसभा सीटों पर मतदान खत्म होने के बाद गिनती शुरू नहीं हो पाई है। इस चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल की साख दांव पर लगी है। इन राज्यसभा सीटों के लिए 6.30 बजे नतीजे घोषित किए जाने थे, पर विवाद के चलते नतीजे घोषित नहीं किए जा सके हैं। कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियों के दिग्गज नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने एक घंटे के अंदर दो-दो बार चुनाव आयोग का चक्कर लगाया।

नई दिल्ली: राज्यसभा में गुजरात की तीन और पश्चिम बंगाल की छह सीटों के लिए आज (मंगलवार) चुनाव हो रहा है। आज सुबह 9 बजे से मतदान शुरू हो गया है, शाम 4 बजे तक मतदान होगा। शाम पांच बजे वोटों की गिनती शुरू होगी और शाम सात बजे तक नतीजे आ जाएंगे। सभी नौ सीटों पर सांसदों का कार्यकाल 18 अगस्त को पूरा हो रहा है। गुजरात राज्यसभा चुनाव की तीन सीटों के लिए हो रहे मतदान के बीच पिछले दिनों कांग्रेस छोड़ने वाले  शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि मैंने अहमद पटेल को वोट नहीं दिया। कांग्रेस को वोट देने का मतलब ही नहीं है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मुझे अहमद पटेल को वोट न देने का अफसोस है। इस बीच बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को भी मतदान केंद्र पर देखा गया। उल्लेखनीय है कि अमित शाह फिलहाल गुजरात विधानसभा के सदस्य हैं और अहमदाबाद की नारायणपुर सीट से विधायक हैं। इन बीच शरद पवार ने मीडिया से कहा है कि यह कहना गलत है कि एनसीपी कांग्रेस का समर्थन नहीं कर रही है। एनसीपी ने अहमद पटेल को समर्थन देने का फैसला किया है। एनसीपी के एक विधायक ने पार्टी का फैसला न मानने का निर्णय लिया है। हमने अपने बागी विधायकों से नोटा का बटन दबाने को कहा है।

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