नई दिल्ली: वैश्विक मंच पर भारत के पक्ष को मजबूती से रखने और पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को बेनकाब करने के लिए अगले सप्ताह सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों का दौरा करेगा। इन सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों में शामिल सांसदों में सबसे अधिक चर्चा कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नाम की हो रही है। सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल की एक टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी पर सांसद शशि थरूर ने खुशी जताई है।
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, भारत सरकार ने हालिया घटनाओं पर देश का पक्ष रखने के लिए पांच प्रमुख देशों की यात्रा के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने का जो न्योता मुझे दिया है, उससे मैं सम्मानित महसूस कर रहा हूं। जब बात देशहित की हो और मेरी सेवाओं की जरूरत हो, तो मैं पीछे नहीं हटूंगा। जय हिंद!
थरूर के बयान के इतर कांग्रेस ने सरकार पर आरोप लगाया है कि जो पार्टी की ओर से नाम दिए गए थे। उनमें थरूर का नाम नहीं हैं।
कांग्रेस ने प्रतिनिधिमंडलों के लिए अपने चार नेताओं आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग के नाम सरकार को दिए हैं।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश का कहना है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू को पत्र लिखकर ये नाम दिए। रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, "कल सुबह संसदीय कार्य मंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में विपक्ष के नेता से बात की। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को लेकर भारत के रुख को समझाने के लिए विदेश भेजे जाने वाले प्रतिनिधिमंडलों के लिए चार सांसदों के नाम प्रस्तुत करने के लिए कहा गया था।"
उन्होंने कहा कि शुक्रवार दोपहर को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसदीय कार्य मंत्री को कांग्रेस की ओर से चार नाम देते हुए पत्र लिखा। रमेश के अनुसार, राहुल गांधी ने प्रतिनिधिमंडल के लिए आनंद शर्मा, गौरव गोगोई, सैयद नासिर हुसैन और अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का नाम दिया है।
प्रतिनिधिमंडलों का नेतृत्व करने वाले प्रमुख नेता इस प्रकार हैं:
रवि शंकर प्रसाद (भाजपा सांसद)
बैजयंत पांडा (भाजपा सांसद)
शशि थरूर (कांग्रेस सांसद)
संजय झा (जदयू सांसद)
कनीमोझी (डीएमके सांसद)
सुप्रिया सुले (एनसीपी - शरद पवार गुट सांसद)
श्रीकांत शिंदे (शिवसेना सांसद)
कांग्रेस के दावे पर भाजपा नेता
कांग्रेस के बयान पर, भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा, इससे कांग्रेस को कोई फायदा नहीं होने वाला है। यह कांग्रेस शासित राज्यों के लिए भी अच्छा नहीं होगा। यह राजनीति का विषय नहीं है। यह केंद्र सरकार की महानता है कि वे हर पार्टी से कुछ सांसदों को (प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने के लिए) चुन रहे हैं। वहीं असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि सूची में शामिल सांसदों में से एक (असम से) ने पाकिस्तान में लंबे समय तक रहने की बात से इनकार नहीं किया है...कथित तौर पर दो सप्ताह तक और विश्वसनीय दस्तावेजों से पता चलता है कि उनकी पत्नी भारत में काम करते हुए पाकिस्तान स्थित एक एनजीओ से वेतन ले रही थीं। राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में और दलगत राजनीति से परे, मैं लोकसभा के नेता राहुल गांधी से आग्रह करता हूं कि इस व्यक्ति को ऐसे संवेदनशील और रणनीतिक काम में शामिल न करें।