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नई दिल्ली: व्यापार शुल्कों को लेकर अनिश्चितता और विदेशी कोषों की सतत निकासी के बीच अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बृहस्पतिवार को डॉलर के मुकाबले रुपये में तीन दिन से जारी तेजी पर विराम लगा और यह छह पैसे के नुकसान के साथ 87.12 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि भारतीय रुपये में गिरावट कई कारकों से प्रभावित हुई, जिसमें क्षेत्रीय मुद्राओं का कमजोर होना, विदेशी निवेशकों का बिकवाली दबाव और वैश्विक जिंस कीमतों में सुधार शामिल है, जिससे स्थानीय मुद्रा पर दबाव बढ़ा।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 86.96 पर मजबूत खुला और दिन के कारोबार में 86.86 प्रति डॉलर की ऊंचाई को छू गया। बाद में रुपये में उतार-चढ़ाव देखने को मिला तथा 87.16 के दिन के निचले स्तर को छूने के बाद यह कारोबार के अंत में 87.12 प्रति डॉलर पर बंद हुआ, जो पिछले बंद स्तर से छह पैसे की गिरावट है।

बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 13 पैसे बढ़कर 87.06 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।

 

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