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चंडीगढ़: पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ में कुछ दिन पहले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के आंदोलन के प्रयास को विफल करने को लेकर मोर्चा के सदस्यों ने सोमवार को प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।

प्रदर्शनकारी किसानों ने जालंधर में मंत्री मोहिंदर भगत, संगरूर में विधायक नरिंदर कौर भारज, नाभा में देव मान, बटाला में अमंशेर सिंह शेरी कलसी और मोगा में मंजीत सिंह सहित विभिन्न आप विधायकों के आवासों और कार्यालयों के सामने धरना दिया।

किसान संगठन ने पांच मार्च के विरोध कार्यक्रम से पहले कई किसान नेताओं को ‘हिरासत में’ लेने के लिए पंजाब सरकार की आलोचना की।

किसान नेता रवनीत बराड़ ने कहा, ‘‘हम अपना विरोध शांतिपूर्ण तरीके से कर रहे हैं, जो अन्य किसानों के साथ मोहाली में विधायक कुलवंत सिंह के कार्यालय के बाहर बैठे थे।

किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा ने पांच मार्च से चंडीगढ़ में एक सप्ताह के ‘धरने’ की योजना बनाई थी, जिसमें कई मांगों के अलावा राज्य सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर छह फसलों की खरीद की मांग शामिल थी। हालांकि, पंजाब पुलिस ने किसानों को विरोध प्रदर्शन के लिए चंडीगढ़ जाने से रोक दिया।

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