ताज़ा खबरें
पाक को 6 जगह घुसकर दिया जवाब,लड़ाकू विमानों का भी इस्‍तेमाल: सेना
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच आईपीएल सत्र एक हफ्ते के लिए स्थगित
पाक ने 36 जगहों पर 400 से अधिक ड्रोन से हमला किया: कर्नल सोफिया
रक्षा अभियानों की लाइव कवरेज पर रोक, मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

नई दिल्ली: पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त एक्शन लिया है। मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा और आर्थिक रणनीति को ध्यान में रखते हुए पाकिस्तान से आयात पर बैन लगा दिया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान में पैदा होने वाली या वहां से आने वाली सभी वस्तुओं के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया है। यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है, चाहे वो वस्तुएं स्वतंत्र रूप से आयात योग्य हों या विशेष अनुमति से आयात होती रही हों।

भारत ने आयात बैन करने से जुड़े फैसले से ये स्पष्ट कर दिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को शह देता रहेगा, तब तक उससे किसी प्रकार का सहयोग नहीं किया जाएगा चाहे वह व्यापारिक हो या कूटनीतिक। इस फैसले का पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर काफी असर पड़ने वाला है। पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही भारी संकट में है। भारत से आयात पर प्रतिबंध लगने से पाकिस्तान के कुछ उद्योगों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा, विशेषकर उन पर जो भारत पर निर्भर थे। पाकिस्तान से सीधे आयातित वस्तुओं में सीमेंट, ड्राई फ्रूट शामिल है। इसमें ई-कॉमर्स से मंगाई गई पाकिस्तानी वस्तुएं भी शामिल है।

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए सरकार की ओर से कोई स्पष्ट रणनीति अब तक सामने नहीं आई है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पूरा विपक्ष केंद्र के साथ है।

अपने संबोधन में खड़गे ने यह भी कहा कि सरकार ने जातिगत सर्वेक्षण की पार्टी की मांग स्वीकार कर ली है, लेकिन इस फैसले के समय ने ‘हमें हैरान कर दिया है’। उन्होंने जाति जनगणना सबंधी फैसले को लेकर सरकार की मंशा पर संदेह जताया और पार्टी नेताओं से कहा कि जातीय सर्वेक्षण के मुद्दे को तार्किक परिणति तक ले जाने के लिए सतर्क रहें।

कांग्रेस के 24, अकबर रोड स्थित कार्यालय में कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में अपने वक्तव्य में खड़गे ने कहा कि पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद 24 अप्रैल को सीडब्ल्यूसी की आकस्मिक बैठक हुई थी। उसमें हमने प्रस्ताव पास कर आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में और आतंकवादियों को सबक सिखाने में सरकार को सभी संभव सहयोग देने की बात कही थी।

नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आधिकारिक यूट्यूब चैनल को भारत में ब्लॉक कर दिया। चैनल पर अब यह संदेश दिख रहा है- 'यह सामग्री राष्ट्रीय सुरक्षा या सार्वजनिक व्यवस्था से जुड़े सरकारी आदेश के कारण इस देश में उपलब्ध नहीं है।'

शहबाज शरीफ का चैनल अब तक का सबसे हाई-प्रोफाइल खाता है, जिसे भारत सरकार ने ब्लॉक किया है। इससे पहले पाकिस्तान के वित्त मंत्री ख्वाजा आसिफ और सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर के खाते भी ब्लॉक किए जा चुके हैं। सरकार ने केवल राजनेताओं के खिलाफ ही नहीं, बल्कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स और न्यूज चैनलों के खातों पर भी कार्रवाई की है।

केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में 26 आम नागरिक मारे गए थे। जिनमें अधिकांश पर्यटक थे। इसके बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा। भारत ने पाकिस्तान की ओर से फैलाए जा रही अफवाहों-दुष्प्रचार पर नकेल कसने के लिए यह कदम उठाए हैं।

नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया। इस निर्मम हमले में 26 पर्यटकों की जान चली गई, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हमले की एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की ओर से की गई प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें पाकिस्तान की गहरी साजिश का पर्दाफाश हुआ है।

हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकियों की पहचान 

एनआईए की शुरुआती रिपोर्ट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। इसके मुताबिक हमला पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा, आईएसआई और पाकिस्तानी सेना के सहयोग से अंजाम दिया गया। हमले की योजना पाकिस्तान के लश्कर हेडक्वार्टर में आईएसआई के इशारे पर तैयार की गई थी। जांच में सामने आया कि हमले में शामिल आतंकवादी पाक-अधिकृत कश्मीर (पीओके) में बैठे अपने हैंडलर्स के संपर्क में थे। उन्हें पाकिस्तान से दिशा-निर्देश और फंडिंग मिल रही थी। पहलगाम हमले में शामिल आतंकियों की पहचान हो गई है। ये पीओके से जुड़े हुए थे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख