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नई दिल्ली: 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर सौदे में अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए प्रवर्तन निदेशालय ने धन के अंतरण की जांच शुरू कर दी है। इस बात का संदेह है कि अगस्ता वेस्टलैंड से 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए कथित रिश्वत के तौर पर धन का भुगतान किया गया है। वित्तीय जांच एजेंसी ने घोटाले के सिलसिले में गवाहों और आरोपियों से दूसरे दौर की पूछताछ शुरू कर दी है और उसके पूर्व वायुसेना प्रमुख एस पी त्यागी से कल पूछताछ करने की संभावना है, बशर्ते सीबीआई के समक्ष उनका बयान दर्ज किए जाने का काम आज पूरा हो जाए। प्रवर्तन निदेशालय इस मामले में धन शोधन के पहलू की जांच कर रहा है। उसने त्यागी के रिश्ते के भाइयों को तलब किया है। इसके अलावा रियल एस्टेट कंपनी एम्मार एमजीएफ के बॉस श्रवण गुप्ता को भी तलब किया है। गुप्ता का नाम तब आया जब यह पाया गया कि कथित बिचौलिये गाइदो हाश्के सितंबर से दिसंबर 2009 के बीच फर्म का स्वतंत्र निदेशक था। कंपनी के अधिकारियों ने कहा कि गुप्ता जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करेंगे। प्रवर्तन निदेशालय ने अदालत में पिछले साल दायर अपने आरोप पत्र में दावा किया था कि उसने विदेश से आरोपी गौतम खेतान और पूर्व वायु सेना प्रमुख के भाइयों की कंपनियों को कथित तौर पर भेजी गई रिश्वत के प्रवाह का पता लगाया।

अधिकारियों ने बताया कि धन के प्रवाह की जांच की जा रही है क्योंकि यह आरोप लगाया है कि अगस्ता वेस्टलैंड को भारत को 12 एडब्ल्यू-101 हेलिकॉप्टरों की अंतिम आपूर्ति के लिए चयन के योग्य बनाने के एवज में इसका भुगतान किया गया।

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