नई दिल्ली: कांग्रेस आने वाले दिनों में पूरे देश में ‘जयहिंद’ सभाओं का आयोजन करेगी और पाकिस्तान के खिलाफ संघर्ष में डोनाल्ड ट्रंप की मध्यस्थता और संघर्ष विराम पर पीएम मोदी की चुप्पी को लेकर सवाल उठाएगी। साथ ही कांग्रेस ने पीएम मोदी और बीजेपी पर सेना के ऑपरेशन सिंदूर का खुलकर राजनीतीकरण करने का आरोप लगाया। यह फैसला बुधवार को दिल्ली में हुई कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में लिया गया।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा, "हमने तय किया है कि हम 10-15 राज्यों में 'जय हिंद सभा' का आयोजन करने जा रहे हैं। हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता उनमें भाग लेंगे और हम प्रधानमंत्री से कई सवाल पूछेंगे। हमारी पार्टी की ओर से पहले ही कई सवाल पूछे जा चुके हैं। 16 मई को राहुल गांधी भी कुछ सवाल पूछेंगे। इन रैलियों में हम प्रधानमंत्री से पूछेंगे कि वह चुप क्यों हैं। हमारे पूर्व सैनिक विभाग के सदस्य भी रैलियों में मौजूद रहेंगे।" कांग्रेस ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी ऑपरेशन सिंदूर का खुलकर राजनीतीकरण कर रहे हैं और इस सैन्य अभियान को सत्तारूढ़ पार्टी का "ब्रांड" बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की यह तीसरी बैठक थी। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की बैठक में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव प्रियंका गांधी, जयराम रमेश, सचिन पायलट, पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर और कई अन्य नेता शामिल थे।
बैठक के बाद जयराम रमेश ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया कि सर्वदलीय बैठक और संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने दावा किया कि पिछली दो सर्वदलीय बैठकें सिर्फ औपचारिकता थीं। रमेश ने कहा, "संघर्षविराम की पहली घोषणा अमेरिका ने की। यह अभूतपूर्व था। प्रधानमंत्री मोदी इस पर बोलते ही नहीं है।"
उन्होंने सवाल किया कि अमेरिका के मध्यस्थता के दावे पर प्रधानमंत्री चुप क्यों हैं? रमेश ने कहा, "हमारी मांग स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई जाए और संसद का विशेष सत्र बुलाया जाए।" कांग्रेस नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री ने सिर्फ एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की 25 मई को बैठक बुलाई है, लेकिन इसमें विपक्ष शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को नहीं बुला रहे हैं। उन्होंने कहा, "राजनीतीकरण नहीं तो और क्या है? यह पूरी तरह से राजनीतीकरण है। ऐसा राजनीतीकरण कभी नहीं हुआ।"
कांग्रेस नेता ने कहा कि "ऑपरेशन सिंदूर" को एक पार्टी का ब्रांड बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि यह सशस्त्र बलों का और पूरे देश का ब्रांड एवं सामूहिक संकल्प है। रमेश ने बताया कि 16 मई को राहुल गांधी इस विषय पर मीडिया को संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि जल्द ही देश में अलग अलग स्थानों पर "जयहिंद सभाओं" का आयोजन किया जाएगा जिनमें प्रधानमंत्री मोदी से सवाल किए जाएंगे।
बीते 22 अप्रैल को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। इसके बाद भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया तथा पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष बढ़ गया। इसके बाद 10 मई को दोनों देशों के बीच सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनी। इस सीजफायर की सबसे पहले घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की और दावा किया कि उन्होंने दोनों देशों के बीच युद्धविराम करवाया है। ट्रंप के इसी दावे पर सरकार घिर गई है। ट्रंप ने सऊदी अरब में मंगलवार को फिर कहा कि उनके प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्षविराम करवाया। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देश व्यापार करें।