जयपुर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने पार्टी का आन्तरिक लोकतंत्र मजबूत होने का जिक्र करते हुए कहा कि सिद्धांतों के कारण ही एक चाय वाला देश का प्रधानमंत्री, बूथ स्तर का कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष बना है और मौजूदा समय पार्टी के 11 करोड़ सदस्य है। शाह ने जयपुर के तीन दिन के प्रवास के पहले दिन बुद्धिजीवियों के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा, यह किसी को पता नहीं है जबकि कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा, यह सब को मालूम है। उन्होंने कहा कि पार्टी के मजबूत आंन्तरिक लोकतंत्र और सिद्धांतों के आधार पर ही देश आगे बढता है जिन पार्टियों का आंतरिक लोकतंत्र मजबूत नहीं है ओैर जिनके सिद्धांत नहीं है वह पार्टी देश का भला नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि देश में आंतरिक लोकतंत्र को मतबूत कर सिद्धान्तों पर चलने वाली पार्टियों की संख्या काफी कम है, इनमें से एक भाजपा है जो इसमें सबसे ऊपर है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा मजबूत आतंरिक लोकतंत्र और सिद्धान्तों पर चलने वाली पार्टी होने के कारण ही बूथस्तर का कार्यकर्ता आज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष तक पहुंचा है और परिश्रम कर नरेन्द मोदी प्रधानमंत्री बने है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ही एक मात्र ऐसी पार्टी है जो देश को आगे ले जाती है। उन्होंने कहा कि जो पार्टियां अपने आन्तरिक लोकतंत्र को मजबूत नहीं बना सकती और जिनके सिद्धांत नहीं है, वे पार्टियां देश का भला नहीं कर सकती है। वे पार्टियां भटक जाती है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार को तीन साल हो गये है और एक भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा है। जबकि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में करोडों रूपये के घोटाले हुए है जो सबके सामने है। उन्होंने कहा कि पार्टी की नीतियां ऐसी होनी चाहिए जो गरीबों का भला कर सके। उनमें भाजपा एक है। उन्होंने केन्द्र सरकार की उज्ज्वला योजनाओं समेत अन्य योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि इससे करोडों लोगों को लाभ मिला है। शाह ने राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा वित्त प्रबंधन,भामाशाह योजना समेत अन्य योजनाओं की तारिफ करते हुए कहा कि वित्तिय प्रबंधन के कारण ही राजस्थान बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आया है। उन्होने कहा कि मध्य प्रदेश भी बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आ गया है, जब तक लालू यादव बिहार सरकार में शामिल नहीं थे बीमारू राज्य से निकल गया लेकिन अभी फिर से बीमारू राज्य में शामिल हो गया है। शाह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में आने वाले सालों में बीमारू राज्य की श्रेणी से बाहर आ जायेगा।