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नई दिल्ली: गुजरात की पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल मध्य प्रदेश की राज्यपाल होंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आनंदी बेन की हामी के बाद उनके नाम की घोषणा की गई है। गौरतलब है कि गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाली आनंदीबेन के लंबे समय से राज्यपाल बनाए जाने की चर्चा चल रही थी। अभी गुजरात के राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली मध्य प्रदेश के राज्यपाल का अतिरिक्त कार्यभार देख रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि आनंदीबेन ने गुजरात में विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था। उन्होंने बाकायदा बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को पत्र लिखकर कहा था कि उनकी जगह किसी युवा कार्यकर्ता को टिकट दिया जाए। हालांकि पीएम मोदी के सभी गुजरात दौरों में आनंदीबेन को काफी महत्व दिया गया था।

आनंदीबेन पटेल ने फेसबुक के जरिए मुख्यमंत्री पद से अपने इस्तीफे का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि अब आने वाली पीढ़ी को काम करने का मौका मिलना चाहिए। उन्होंने आलाकमान से खुद को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारियों से मुक्त करने की इच्छा जताई थी।

आगर- मालवा: मध्य प्रदेश के आगर मालवा में एकात्म यात्रा के दौरान भाजपा के विधायक और सांसद आपस में भिड़ गए और दोनों के समर्थकों में जमकर मारपीट हुई। यात्रा में झंडा हाथ में थामने को लेकर शुरू हुआ था विवाद। तू-तू मैं-मैं के बाद जमकर हाथापाई भी हुई। पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों की मौजूदगी में हंगामा हुआ।

यह विवाद भाजपा विधायक गोपाल परमार और सांसद मनोहर ऊंटवाल के बीच हुआ। वहीं समर्थकों में जमकर लात-घूसे चले। इससे करीब 15 मिनट के लिए अफरा-तफरी मची। पुलिस और वरिष्ठ नेताओं ने आगे आकर मामले को शांत कराया। मामला खत्म होने के बाद अब सांसद-विधायक एक-दूसरे पर मंत्री बनने, चुनाव लड़ने और मारपीट व गाली-गलौच करने जैसे आरोप लगा रहे हैं।

आदि शंकराचार्यजी की प्रतिमा स्थापना के लिए मिट्टी व धातु संग्रह हेतु एकात्म यात्रा का आगर नगर में प्रवेश बुधवार को हुआ। नगर प्रवेश के दौरान एकात्म यात्रा के ध्वज को लेने के लिए स्थानीय विधायक परमार और सांसद मनोहर उंटवाल एवं उनके समर्थकों के बीच झूमाझटकी के साथ तीखी नोकझोंक के बीच गाली-गलौच, धक्का-मुक्की और लात-घूसे तक चले।

भोपाल: गुजरात के बाद अब मध्यप्रदेश के सागर जिले में एक कार्ड पर 'हमारी भूल कमल का फूल' लिखा गया है। इस कार्ड को मध्यप्रदेश के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर शेयर किया गया है।

कांग्रेस ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर निशाना साधते हुए लिखा है कि, 'गुजरात में जीएसटी से परेशन होकर व्यापारियों ने बिल बुक पर लिखवाया था, 'हमारी भूल कमल का फूल' उसी तरह मध्यप्रदेश में भाजपा सरकार ने अपनी बहन की शादी के कार्ड पर यही लिखवाया है।

बता दें कि यह शादी का कार्ड जिले के देवरी तहसील का है। यहां पर एक संविधा कर्मचारी ने अपनी बहन के शादी कार्ड पर बीजेपी सरकार पर तंज कसा है। जिस शादी का यह कार्ड है वह 6 फरवरी को होनी है।

भोपाल: आंदोलन और अपनी घोषणा पर अमल करते हुए महिला अध्यापकों ने शनिवार को सरकार के रवैये के खिलाफ मुंडन कराया। शिक्षा विभाग में संविलियन की मांग अध्यापक लम्बे समय से आंदोलन कर रहे हैं। इसी कड़ी में महिला अध्यापकों ने सरकार की वादा खिलाफी से नाराज होकर मुंडन कराने का ऐलान किया था।

इसी पर अमल करते हुए आजाद अध्यापक संघ की प्रांताध्यक्ष शिल्पी शिवान सहित 3 महिला अध्यापकों और एक अध्यापक की पत्नी ने सिर मुंडा लिया। इस घटना को लेकर प्रदेशभर में काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। आंदोलन के तहत अब तक ज्ञापन, हड़ताल, रैली और प्रदर्शन किए गए लेकिन महिला अध्यापकों ने सरकार की वादा खिलाफी से नाराज होकर ये बड़ा कदम उठाया।

4 महिला अध्यापक और एक अध्यापक की पत्नी द्वारा सिर मुंडाने के बाद संगठन से जुडे़े करीब 1 हजार अध्यापकों ने भी मुंडन कराने की घोषणा की है। संगठन ने सरकार पर आंदोलन को दबाने का आरोप लगाया है। संगठन के पदाधिकारी रितुराज तिवारी ने बताया कि पहले करीब 25 हजार विरोध प्रदर्शन के लिए जुटने वाले अध्यापकों के आंदोलन के लिए परमिशन नहीं दी गई।

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