श्रीनगर: श्रीनगर में पर्यटन पर जी-20 के तीसरे कार्यकारी समूह की बैठक में मंगलवार को उपराज्यपाल मनोज सिन्हा शामिल रहे। बैठक में उन्होंने जम्मू-कश्मीर में रही अशांति के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि बीते तीस साल में कश्मीर में आतंकवाद के दौर के लिए पाकिस्तान जिम्मेदार हैं। मनोज सिन्हा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'मुझे लगता है कि हमारे पड़ोसी देश को अपने लोगों के खाने और बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था करनी चाहिए। हम वहां से काफी आगे आ गए हैं। जी-20 हमारे लिए गर्व की बात है।'
सिन्हा ने कहा कि तीसरे पर्यटन कार्य समूह की बैठक के आयोजन से पता चला है कि जम्मू-कश्मीर अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की मेजबानी कर सकता है। उन्होंने कहा, 'हम किसी भी अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी करने में सक्षम हैं। अगर कोई कमियां हैं तो हमें विरासत में मिली हैंण् हमने रफ्तार तो पकड़ ली है। लेकिन 70 साल के खालीपन को भरने में वक्त लगेगा।' सिन्हा का कहना था कि श्रीनगर में हो रही बैठक उपस्थिति के मामले में सबसे बड़ी है। इस कार्य समूह की बैठक में 27 देशों के 59 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
उप राज्यपाल ने कहा, 'हमने पर्यावरण का ख्याल रखते हुए जम्मू.कश्मीर में पर्यटन को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाने की कोशिश की है।'
उन्होंने कहा, 'हम प्रतिनिधियों को गुलमर्ग ले जाना चाहते थे, लेकिन कुछ कारणों से इस बार ऐसा नहीं कर पाए।' उप राज्यपाल ने कहा कि जो अब भी जाना चाहते हैं, उन्हें उत्तरी कश्मीर के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट ले जाया जाएगा।
इससे पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने दावा किया था कि कश्मीर घाटी में पर्यटन सम्मेलन का आयोजन कर भारत जी-20 की अपनी अध्यक्षता का 'दुरूपयोग' कर रहा है। पाकिस्तान का ये भी दावा है कि श्रीनगर में आयोजित जी-20 की बैठक में उसने जीत हासिल की क्योंकि पाकिस्तान के दोस्त सऊदी अरब, चीन और तुर्की इस बैठक में हिस्सा नहीं ले रहे हैं।
पाकिस्तान को बोलने का हक नहीं: सिंगला
भारत की ओर से जी-20 के चीफ कोऑर्डिनेटर हर्ष सिंगला ने भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर के बारे में बोलने का कोई हक नहीं है। उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान को कुछ कहने का हक नहीं है, जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है और श्रीनगर में हो रही मीटिंग में सभी लोग शिरकत कर रहे हैं।'
पाक-चीन को मुंहतोड़ जवाब
पर्यटन के मुद्दे पर श्रीनगर घाटी में जी-20 की बैठक की कामयाबी भारत की ओर से जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान और चीन को एक मुंहतोड़ जवाब माना जा रहा है।