नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस ने संसद के शीतकालीन सत्र के समापन के बाद शुक्रवार को आरोप लगाया कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने इस सत्र के दौरान जो कुछ किया, वो फासीवाद का उदाहरण है।
मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि संसद परिसर में ‘धक्का-मुक्की’ की घटना की सीसीटीवी फुटेज जारी की जाए और उसकी ओर से पुलिस में की गयी शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज (एफआईआर) की जाए।
शाह की हरकत पर माफी मांगें प्रधानमंत्री: प्रमोद तिवारी
राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि अमित शाह के बयान से साबित हो गया कि यदि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 400 सीटें मिलतीं तो बाबासाहेब का संविधान खत्म हो जाता और ‘मोदी जी का संविधान’ होता। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस मांग पर कायम हैं कि गृहमंत्री को माफी मांगनी चाहिए और पद से इस्तीफा देना चाहिए। जिसने संविधान निर्माता का अपमान किया हो, उसे मंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए।’’ तिवारी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए।
प्रमोद तिवारी ने कहा कि "गृहमंत्री शाह का समर्थन करके वह (पीएम मोदी) भी बाबासाहेब के अपमान में बराबर के भागीदार बने हैं।" उन्होंने आरोप लगाया कि हाल की घटनाओं पर नजर डालें तो जो कुछ मोदी सरकार ने किया है, वो फासीवाद का उदाहरण है। इसीलिए मैं कहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) एक फासीवादी पार्टी है।
एफआईआर से राहुल झुकेंगे, ये उनकी गलतफहमी: गौरव गोगोई
लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने कहा कि बीजेपी कितना भी ध्यान भटकाने की कोशिश कर ले, वो अमित शाह के भाषण से संबंधित 12 सेकेंड का वीडियो सत्तारूढ़ दल और शाह पर भारी पड़ेगा। उनका कहना था कि अगर बीजेपी को लगता है कि प्राथमिकी दर्ज करने से राहुल गांधी जी झुक जाएंगे, तो ये उनकी गलतफहमी होगी।