श्रीनगर: नेशनल कांफ्रेंस(नेकां) जम्मू-कश्मीर में आगामी विधानसभा चुनाव जीतेगी। मैं डंके की चोट पर कह रहा हूं अगर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए गए तो नेकां सबसे बड़ी पार्टी होगी। यह बात जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने मंगलवार को शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कंवेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही।
पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों को सलाह देते हुए फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि लोगों के संपर्क में रहें और उनकी समस्याएं सुनें। नौकरशाहों की तरह व्यवहार न करें। लोगों की कॉल का जवाब नहीं देने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अब्दुल्ला ने मंच पर मौजूद उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से अनुरोध किया कि वह अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दें। अब्दुल्ला ने कहा कि ऐसी शिकायतें मिल रही हैं कि अधिकारी जनता के फोन नहीं उठाते हैं। उन्होंने कहा जल्द ही एक सरकार बनेगी जो अधिकारियों को जवाबदेह बनाएगी। अधिकारियों को लताड़ते हुए उन्होंने कहा कि वो खुद को बादशाह समझते हैं, लेकिन वो भूल जाते हैं कि वो जनता के सेवक हैं।
अब्दुल्ला ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश अभी भी आतंकवाद का सामना कर रहा है। भगवान जाने भविष्य में क्या होगा। उन्होंने उपराज्यपाल से पंचायत नेताओं को सुरक्षा प्रदान करने का अनुरोध किया। कहा कि नेताओं को आतंकी निशाना बना रहे हैं। हाल ही में भाजपा के पांच और अपनी पार्टी का एक पंचायत नेता मारा गया है।
पांच अगस्त 2019 को अनुच्छेद-370 हटाए जाने के बाद से बदले हालातों के एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसको लेकर मैं क्या कहूं, मीडिया और उन लोगों को देखना चाहिए जिन्होंने कहा था कि इस फैसले से जम्मू-कश्मीर में बहुत कुछ बदलेगा। क्या हमारी स्थिति बेहतर हो गई है, क्या कोई विकास हुआ है यह आपको खुद देखना होगा।