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बर्न: स्विट्जरलैंड की एक अदालत ने जिनेवा हवेली में भारतीय कर्मचारियों का शोषण करने के आरोप में ब्रिटेन के सबसे अमीर परिवार के चार सदस्यों को शुक्रवार को जेल की सजा सुनाई। हिंदुजा- जो अदालत में मौजूद नहीं थे- को मानव तस्करी से बरी कर दिया गया, लेकिन परिवार के लिए एक आश्चर्यजनक फैसले में अन्य आरोपों में दोषी ठहराया गया, जिनकी संपत्ति 37 बिलियन पाउंड (47 बिलियन डॉलर) आंकी गई है।

जिनेवा में पीठासीन न्यायाधीश ने फैसला सुनाया कि प्रकाश हिंदुजा और उनकी पत्नी कमल हिंदुजा प्रत्येक को चार साल और छह महीने की सजा मिली, जबकि उनके बेटे अजय और उनकी पत्नी नम्रता को चार साल की सजा मिली।

ये मामला परिवार द्वारा अपने मूल भारत से नौकरों को लाने की प्रथा से जुड़े हैं और इसमें स्विट्जरलैंड जाने के बाद उनके पासपोर्ट जब्त करने के आरोप भी शामिल हैं। अभियोजकों ने तर्क दिया कि हिंदुजा ने अपने कर्मचारियों को मामूली वेतन दिया और उन्हें घर छोड़ने की बहुत कम आजादी दी।

ओटावा: कनाडा ने बुधवार को ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को आतंकवादी गुट के रूप में चिन्हित किया है। उसने इस्लामी देश ईरान में रहने वाले कनाडाई लोगों से देश छोड़ने के लिए कहा है। सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि "हमारी सरकार ने क्रिमिनल कोड के तहत इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कोर को आतंकवादी समूह घोषित करने का फैसला लिया है।"

कनाडा के विदेश और कानून मंत्रियों ने ईरानी शासन पर आतंकवाद को समर्थन करने, ईरान के अंदर और बाहर मानवाधिकारों के प्रति लगातार अनादर प्रदर्शित करने और साथ ही अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित व्यवस्था को अस्थिर करने की इच्छा रखने का आरोप लगाया है।

कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा कि ओटावा ने कई साल पहले तेहरान के साथ राजनयिक संबंध तोड़ लिए थे। उन्होंने कनाडा के लोगों से ईरान की यात्रा न करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "जो लोग अभी ईरान में हैं, उनके लिए घर वापस आने का समय आ गया है।"

नई दिल्ली: कनाडा और भारत के रिश्ते पहले से ही खराब चल रहे हैं। अब कनाडा ने फिर ऐसा काम कर दिया, जिससे उसका चेहरा बेनकाब हो गया। कनाडा की संसद में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की बरसी मनाई गई। मंगलवार को संसद में एक मिनट का मौन भी रखा गया। कनाडा की संसद में ये सब हो रहा था और भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शन कर रहे थे। यहां अलगाववादियों ने एक अदालत भी लगाई। इसमें भारत के पीएम नरेंद्र मोदी का पुतला जलाया गया और नारेबाजी की गई।

भारत ने 1985 के आतंकी हमले की दिलाई याद

वहीं, भारत ने भी एयर इंडिया के विमान कनिष्क को बम से उड़ाने को लेकर कनाडा में आतंकवाद का मुद्दा उठाया। इसके लिए कनाडा के वैंकूवर में भारतीय दूतावास 23 जून को कनिष्क विमान हादसे की याद में कार्यक्रम कर रहा है। बयान में कहा गया कि 23 जून 2024 को एयर इंडिया की फ्लाइट कनिष्क पर हुए आतंकवादी हमले की 39वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी। इसमें 86 बच्चे समेत 329 निर्दोष लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी।

न्यूयॉर्क: अमेरिका में खालिस्तान समर्थक आतंकी की हत्या की नाकाम साजिश में शामिल होने के आरोपी भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता ने सोमवार को अमेरिकी अदालत में खुद को निर्दोष बताया है। 52 साल के निखिल गुप्ता को शुक्रवार को चेक गणराज्य से अमेरिका प्रत्यर्पित किया गया था।

खालिस्तानी आतंकी की हत्या की साजिश रचने का है आरोप

निखिल को न्यूयॉर्क में खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश में शामिल होने का आरोप है और अमेरिकी सरकार के कहने पर पिछले साल चेक गणराज्य में गिरफ्तार किया गया था। पन्नु के पास अमेरिका और कनाडा की दोहरी नागरिकता है। गुप्ता के वकील जेफरी चाब्रोवे ने बताया कि उन्हें सोमवार को न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में पेश किया गया था, जहां उन्होंने खुद को निर्दोष बताया।

निखिल गुप्ता ने पिछले महीने चेक संवैधानिक न्यायालय में अमेरिका को प्रत्यर्पण करने के खिलाफ याचिका दी थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

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