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न्यूयार्क: एक व्यक्ति ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क कोर्ट हाउस के बाहर खुद को आग लगा ली, जहां डोनाल्ड ट्रंप का ‘हश-मनी' मुकदमा चल रहा था। घटनास्थल पर मौजूद एक गवाह ने मीडिया को बताया कि उसने सबसे पहले उस व्यक्ति को हवा में पर्चे फेंकते हुए देखा, फिर उसे कैन से खुद पर कुछ छिड़कते हुए और आग लगाते हुए देखा। गवाह ने अपना नाम बताने से मना करते हुए कहा कि व्यक्ति कई मिनट तक जलता रहा। सीएनएन संवाददाताओं ने कहा कि उन्होंने एक व्यक्ति को तीन मिनट से अधिक समय तक आग की लपटों में जलता हुआ देखा।
मीडिया के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि घटना के तुरंत बाद प्लाजा में धुएं की गंध फैल गई और एक पुलिस अधिकारी ने आग बुझाने के लिए अग्निशामक यंत्र का प्रयोग किया।
सोमवार को सुनवाई के पहले दिन शहर के मैनहट्टन कोर्ट हाउस में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच प्रदर्शनकारियों और दर्शकों की भीड़ जमा हो गई थी, हालांकि तब से भीड़ कम हो गई है। यह स्पष्ट नहीं है कि यह घटना ट्रम्प के मुकदमे से संबंधित है या नहीं। इस बीच, मामले की सुनवाई के लिए एक पूर्ण जूरी पैनल चुना गया।
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तेहरान: इजरायल और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराब्दुल्लाहियान ने शुक्रवार को कहा कि अगर इजराइल उसके हितों के खिलाफ काम करता है, तो ईरान तत्काल और "पूरी ताकत" के साथ जवाब देगा। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, नबीसी न्यूज के साथ एक इंटरव्यू में अमीरबदोल्लाहियान ने कहा, "अगर इजरायल एक और दुस्साहस करना चाहता है और ईरान के हितों के खिलाफ काम करता है, तो हमारी अगली प्रतिक्रिया तत्काल होगी और अधिकतम स्तर पर होगी।" बता दें कि उनकी टिप्पणी शुक्रवार तड़के ईरान पर इजरायली हमले की रिपोर्टों के बाद आई है।
"अपनी रक्षा करने का हमारे पास वैध अधिकार"
इधर, मुंबई में नियुक्त ईरान के महावाणिज्य दूत ने शुक्रवार को कहा कि आक्रमण की स्थिति में अपना बचाव करने का उनके देश के पास वैध अधिकार है। उन्होंने यह टिप्पणी एक ईरानी कमांडर द्वारा एक दिन पहले दिये गए उस बयान के बाद की, जिसमें कहा गया था, इजराइली परमाणु प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने के लिए तैयार है।
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नई दिल्ली: इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के बीच मध्य इराक में एक सैन्य अड्डे पर रात भर "बमबारी" की गई। रिपोर्टों के मुताबिक, इस सैन्य अड्डे में आर्मी के जवान और ईरान समर्थक अर्धसैनिक बल रहते थे। अमेरिकी सेना ने हमले में किसी भी भूमिका से इंकार किया है।
इराक के कैल्सो बेस पर हुए विस्फोट में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि आठ घायल हो गए। मीडिया ने इंटीरियर मिनिस्ट्री एक सैन्य अधिकारी के हवाले से बताया कि पूर्व ईरान समर्थक अर्धसैनिक समूह हशेद अल-शाबी बेस पर तैनात हैं।
आईएसआईएस से लड़ने के लिए गठित ज्यादातर शिया सशस्त्र समूहों के एक संगठन, हशद अल-शाबी के एक बयान में कहा गया है कि रात भर के हमले में काफी नुकसान हुआ है। यह अब इराक के सुरक्षाबलों का बेस है।
मीडिया ने मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से बताया कि विस्फोट से उपकरण, हथियार और वाहन प्रभावित हुए हैं। एक अनाम सैन्य अधिकारी ने इसका समर्थन करते हुए कहा कि विस्फोट "उपकरण रखने वाले गोदामों" में हुए। हमले की जिम्मेदारी का अभी तक कोई दावा नहीं किया गया है।
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पेरिस: किसी संदिग्ध व्यक्ति के विस्फोटक के साथ पेरिस में ईरानी वाणिज्य दूतावास में घुसने की रिपोर्ट मिलने के बाद दूतावास को घेर लिया गया गया है। एक समाचार एजेंसी ने यह खबर दी है। सुरक्षा से जुड़े एक सूत्र के अनुसार, शुक्रवार को एक रिपोर्ट मिली कि पेरिस में ईरानी वाणिज्य दूतावास में कोई व्यक्ति विस्फोटक के साथ आया है। इसके बाद फ्रांस की पुलिस ने ईरान के वाणिज्य दूतावास को घेर लिया। मिशन के अनुरोध पर वह दूतावास में प्रवेश करने की तैयारी कर रही है।
विशिष्ट पुलिस इकाई की तैनात
सूत्र ने कहा कि, "एक प्रत्यक्षदर्शी ने एक व्यक्ति को ग्रेनेड या विस्फोटक बेल्ट लेकर प्रवेश करते हुए देखा।" उन्होंने बताया कि वाणिज्य दूतावास की ओर से हस्तक्षेप का अनुरोध किए जाने के बाद वहां एक विशिष्ट पुलिस इकाई की तैनाती की गई है।
एजेंसी के एक पत्रकार ने कहा कि राजधानी के 16वें डिस्ट्रिक्ट में वाणिज्य दूतावास के आसपास के पूरे इलाके को बंद कर दिया गया है। मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद है।
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