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नई दिल्ली: जेएनयू विवाद पर गृह राज्‍यमंत्री किरेन रिजीजू ने आज (शनिवार) कहा कि इस प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्था को देशद्रोही गतिविधियों का अड्डा नहीं बनने दिया जा सकता। देशद्रोह के आरोप में जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी के एक दिन बाद उन्होंने यहां पत्रकारों से कहा, 'हम जेएनयू को देशद्रोही गतिविधियों का अड्डा नहीं बनने दे सकते।' गृह राज्य मंत्री ने कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी असीमित नहीं हो सकती और इस पर तर्कपूर्ण बंदिश होनी चाहिए। रिजीजू ने कहा, 'यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी, लेकिन ये कोई छोटे बच्चे नहीं हैं कि उन्हें यह नहीं पता हो कि वे क्या कर रहे हैं। अभिव्यक्ति की आजादी के नाम पर आप देश को गाली नहीं दे सकते।' उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने उपलब्ध सूचनाओं के आधार पर कार्रवाई की और किसी को भी राष्ट्रीय हित, देश की एकता एवं अखंडता के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।

रिजीजू ने कहा कि जेएनयू के छात्रों को कुछ राजनीतिक पार्टियां बढ़ावा देती हैं। रिजीजू ने बाद में पत्रकारों से कहा कि अमेरिका, ब्रिटेन या फ्रांस जैसे देशों में कोई देशद्रोही गतिविधि सामने आती है तो वहां बहस नहीं होती, कार्रवाई होती है। उन्होंने कहा, 'जेएनयू में भारत विरोधी नारे लगाए गए और इस पर बहस होना शर्मनाक बात होगी। हमारे देश में कुछ लोग हैं जो इस पर राजनीति करते हैं।' रिजीजू ने कहा कि चाहे जेएनयू हो या कोई और जगह, यदि देश के खिलाफ नारेबाजी होती है तो बहस की कोई गुंजाइश नहीं होती है और कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाना चाहिए।

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