नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद निशिकांत दुबे की विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर टिप्पणी के बाद गुरूवार को लोकसभा में शुरू हुआ हंगामा आज शुक्रवार को भी जारी रहा। सुबह 11 बजे लोकसभाा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में जबरदस्त शोरशराबे के बीच कार्यवाही को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
एक बार स्थगन के बार दोपहर 12 बजे लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हुई। परंपरा के मुताबिक, मंत्रियों और सदस्यों ने सभा पटल पर पेपर ले किए। इसके बाद पीठासीन अधिकारी ने नियम 377 के तहत सदस्यों से अपना लिखित बयान सभा पटल पर रखने की व्यवस्था दी। सदन में शून्यकाल शुरू होते ही पीठासीन अधिकारी ने बीजेपी सांसद निशि कांत दुबे को बोलने का मौका दिया। निशिकांत दुबे ने अमेरिका में रहने वाले अरबपति जॉर्ज सोरोस को विपक्ष के नेता राहुल गांधी से जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने कहा, "कांग्रेस का हाथ सोरोस के साथ है।"
इसके बाद सदन में जबरदस्त हंगामें के बीच पीठासीन अधिकारी ने लोकसभा की कार्यवाही को सोमवार 9 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया।
संसद का शीतकालीन सत्र पहले दिन से ही हंगामेदार रहा है। विपक्षी दल लगातार अडानी और संभल हिंसा को लेकर सरकार हमला कर रहे हैं। राज्यसभा और लोकसभा में आज हंगामा देखने को मिला। कांग्रेस लगातार अडानी के मुद्दे पर चर्चा की मांग उठा रही है। वहीं, विपक्ष के विरोध प्रदर्शन के बीच सरकार का कार्य सुचारू रूप से जारी रखने का प्रयास कर रही है।
अडानी मुद्दे पर कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस सांसद के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, "जब भी हम अडानी के भ्रष्टाचार के खिलाफ जांच की मांग करते हैं, तो उस (भाजपा) पक्ष की ओर से चरित्र हनन की बात सामने आती है। वे हमें धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन चाहे कुछ भी हो जाए हम लड़ाई जारी रखेंगे। यह संसद केवल सरकार के लिए है, विपक्ष के लिए नहीं. वे विपक्ष को कोई जगह नहीं दे रहे हैं।"
निशिकांत दुबे पर कांग्रेस हमलावर
कांग्रेस सांसद और महासचिव (संगठन) के.सी. वेणुगोपाल ने कहा, "सम्पूर्ण कांग्रेस सदस्यों ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी को संभल जाने से रोके जाने का मुद्दा उठाया। स्पीकर ने निशिकांत दुबे को शून्यकाल में बोलने की अनुमति दी। शून्यकाल के दौरान उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष राहुल गांधी, वायनाड सांसद और पूरी कांग्रेस पार्टी के खिलाफ सबसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया जो बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "संसद के इतिहास में इससे पहले इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी का इस्तेमाल नहीं किया गया है। जिस दिन से राहुल गांधी अडानी भ्रष्टाचार के खिलाफ खड़े हुए, उस दिन से अडानी के एजेंट्स ने राहुल गांधी को गाली देना शुरू कर दिया। हम इस तरह की चालों से पीछे नहीं हटेंगे। हम स्पीकर से कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।"
गौरव गोगोई ने उठाई कार्रवाई की मांग
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा, "कांग्रेस और विपक्षी दलों ने अडानी और प्रधानमंत्री मोदी के बीच गहरे संबंधों का सबूत दिखाया और प्रश्नकाल में टीएमसी सांसद ने साबित किया कि सभी हवाई अड्डों का निजीकरण किया जा रहा है, जिससे अडानी कंपनी को फायदा हो रहा है। जब हमने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को संभल जाने से रोकने का मुद्दा उठाने की कोशिश की तो भाजपा सांसद ने घिनौनी टिप्पणी की।
उन्होंने आगे कहा है कि हमने देखा है कि जब भी राहुल गांधी अडानी के खिलाफ आवाज उठाते हैं तो संसद में अडानी के कुछ एजेंट, अडानी के स्लीपर सेल सक्रिय हो जाते हैं। उन्होंने (भाजपा सांसद ने) घिनौनी टिप्पणी की। हम मांग करते हैं कि ऐसी टिप्पणी करने वाले सांसद माफी मांगें और अध्यक्ष इसके खिलाफ कार्रवाई करें।"