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जम्मू-कश्मीर के त्राल में एनकाउंटर, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी किया ढेर

नई दिल्ली: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के वजूद को भारत स्वीकार नहीं करता है इसलिए उसने जम्मू कश्मीर की विधानसभा में पीओके के लिए 24 सीटें खाली रखीं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादियों की मदद से भारत को अस्थिर करने की कोशिश करता रहता है लेकिन भारत ने कभी उसकी संप्रभुता को चुनौती नहीं दी। सिंह बुधवार को जयपुर के पास धानक्या में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

सिंह ने कहा, ''यदि पाकिस्तान के वजूद को हम स्वीकार करते हैं तो यह नहीं मान लेना चाहिए कि पीओके के वजूद को भी हम स्वीकार करते है... हम उसके वजूद को स्वीकार नहीं करते क्योंकि पाकिस्तान ने उस पर जबरन कब्जा कर रखा है। इसके साथ ही राजनाथ ने पाकिस्तान को आगाह किया कि वह 1971 की गलती को नहीं दोहराए। 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए और बांग्लादेश के रूप में नया देश सामने आया। उन्होंने कहा, मैंने कहा कि 71 की गलती मत दोहराना वरना पीओके का क्या होगा, अच्छी तरह समझ लेना।

अलवर: राजस्थान के अलवर में पुलिस ने एक गैंगेस्टर को थाने से भगाने में मदद करने वाले 13 आरोपियों को अर्धनग्न कर शहर की गलियों में परेड कराई है। बता दें कि हरियाणा का खुंखार गैंगेस्टर विक्रम उर्फ पापला गुर्जर 6 सितंबर को पुलिस को चकमा देते हुए अलवर के बहरोड़ थाने से फरार हो गया था। इस घटना के बाद जब पुलिस जांच में जुटी तो इन 13 लोगों के बारे में उसे सुराग मिला, जिसकी मदद लेकर विक्रम थाने से फरार हो गया था। इसके बाद पुलिस ने छापेमारी कर 13 लोगों को गिरफ्तार की और फिर रविवार को इन सभी को अर्धनग्न कर शहर की गलियों में एक किमी तक पैदल परेड कराई।

घटना को लेकर अलवर पुलिस ने कहा है कि इन सभी आरोपियों पर 50 हजार रुपए का इनाम घोषित था। ये सभी मिलकर बहरोड़ थाने पर हमला किए थे और विक्रम को वहां से भागने में मदद की थी। इन 13 आरोपियों का अर्धनग्न परेड कराते हुए एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।

जयपुर: कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार के पहले नौ महीने के काम को जनता पसंद कर रही है और चुनावी वादों को पूरा करने के लिए युद्ध स्तर पर काम किया जाएगा। पायलट ने यहां पार्टी मुख्यालय में बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि चुनावी घोषणा पत्र के वादों पर दिल्ली में चर्चा हुई है। घोषणा पत्र के वादों को जल्दी लागू करने के लिए हम युद्ध स्तर पर काम करेंगे ताकि लोगों के अरमान और उम्मीदों को पूरा कर सकें।

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे सत्ता और संगठन मिशन मोड में लगे हुए हैं। सरकार ने नौ महीने के दौरान जो काम किये हैं जनता उन्हें पसंद कर रही है।’’ पायलट ने कहा कि राज्य में नवम्बर माह में 52 जगहों पर होने वाले निकाय चुनावों के लिये बैठक में अच्छी चर्चा हुई है। हम सब मिलकर एक अच्छा चुनाव लड़कर जनता का विश्वास हासिल करेंगे। उन्होंने बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के प्रश्न पर कहा कि यह तो राजस्थान और देश में नैतिकता का उच्चतम उदाहरण है कि बिना किसी लोभ के क्षेत्र के विकास को देखते हुए सरकार को जो बाहर से समर्थन कर रहे थे अब अंदर समर्थन कर रहे है।

जयपुर: बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती को राजस्थान में बड़ा झटका लगा है। बसपा के सभी छह विधायक सोमवार को कांग्रेस में शामिल हो गए, जो कि अब तक बाहर से कांग्रेस को समर्थन दे रहे थे। बसपा विधायकों ने सोमवार देर रात कांग्रेस की सदस्यता ली। रात 10:30 बजे सभी विधायक विधानसभा पहुंचे और कांग्रेस में शामिल हुए। इन विधायकों में राजेन्द्र गुढा (विधायक, उदयपुरवाटी), जोगेंद्र सिंह अवाना (विधायक, नदबई), वाजिब अली (विधायक, नगर), लाखन सिंह मीणा (विधायक, करोली), संदीप यादव (विधायक, तिजारा) और बसपा विधायक दीपचंद खेरिया शामिल हैं।

विधायक जोगेंद्र सिंह अवाना ने कहा कि सभी छह विधायकों ने जरुरी कागजात सब्मिट कर दिए हैं। ढेर सारी चुनौतियां थीं। एक तरफ हम राज्य में कांग्रेस सरकार का समर्थन कर रहे हैं और दूसरी तरफ हम उनके खिलाफ संसद चुनाव लड़ रहे हैं। ऐसे में हमने हमारे निर्वाचन क्षेत्रों के विकास और राज्य के लोगों के कल्याण को देखते हुए यह कदम उठाया है।

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