ताज़ा खबरें
'संघर्ष विराम में नहीं थी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता': विदेश सचिव मिस्री
मंत्री शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, जांच के लिए एसआईटी गठित

नई दिल्ली: मध्य प्रदेश के मंदसौर में छह जून को होने वाली कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की रैली के लिए प्रशासन द्वारा कथित तौर 19 शर्तें लगाए जाने को लेकर उत्पन्न विवाद के बाद कांग्रेस ने आज कहा कि अब शर्तें कम कर दी गई हैं, लेकिन अब भी प्रशासन पर शिवराज सरकार का बहुत दबाव है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया, प्रशासन ने जो शर्ते लगाई थीं उनमें से ज्यादातर शर्तें हटा ली गई हैं। अब इस रैली के लिए सामान्य प्रक्रियाओं का ही पालन करना होगा। वैसे, ऊपर से भले ही सबकुछ ठीक दिख रहा हो लेकिन अब भी प्रशासन पर भारी दबाव है। उन्होंने दावा किया, शिवराज सरकार से किसान बहुत परेशान हैं इसलिए उसने पूरा प्रयास किया कि राहुल गांधी किसानों के बीच नहीं पहुंचें।

भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज मंदसौर दौरे पर हैं। मंदसौर प्रवास के दौरान मुख्‍यमंत्री कई कार्यक्रमों में भाग लेंगे। इन कार्यक्रमों की तैयारी को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इस दौरान में एक सभा को संबोधित करेंगे और रोड शो भी करेंगे. शिवराज सिह चौहान आज बुधवार, 30 मई को मंदसौर पहुंचेंगे। कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री चौहान 30 मई को दोपहर 2. 35 पर ग्वालियर से रवाना होकर दोपहर 3.10 बजे मंदसौर पहुंचेंगे।

मुख्यमंत्री मंदसौर में आयोजित असंगठित श्रमिक सम्मेलन कार्यक्रम में कुल 201 करोड रुपये लागत वाले तीन भवन और चार सड़कों का लोकार्पण व भूमिपूजन करेंगे। असंगठित श्रमिकों और तेंदूपत्ता संग्राहक समूहों का सम्मेलन और अन्तयोदय मेले के कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान तीन भवनों का लोकार्पण करेंगे। इसमें 1371 लाख से नवनिर्मित कलेक्ट्रेट भवन, 3 करोड़ से नवनिर्मित आरटीओ आफिस और 80 लाख से निर्मित जिला शिक्षा कार्यालय का लोकार्पण किया जाएगा।

ग्वालियर: मध्य प्रदेश में एक जून से 10 जून तक चलने वाले किसान आंदोलन के मद्देनजर मंदसौर के किसानों से बॉन्ड भरवाए जाने को उचित ठहराते हुए केंद्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि बीते वर्ष मंदसौर में किसान आंदोलन के दौरान कुछ असामाजिक तत्वों ने कानून-व्यवस्था बिगाड़ी थी। इस बार ऐसा न हो इसलिए कुछ लोगों से बॉन्ड भरवाए जा रहे हैं।

तोमर ने संवाददाताओं से कहा कि मंदसौर में किसानों को अनुबंध से जोड़ना (बांड ऑवर) सतर्कता की दृष्टि से किया जा रहा है, क्योंकि पिछले साल इसी तरह के आंदोलन के कारण कुछ असामाजिक तत्वों ने कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब कर दी थी। मंदसौर संवेदनशील क्षेत्र है और सरकार कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब नहीं होने देना चाहती, इसलिए कुछ लोगों से बॉन्ड भरवाए जा रहे हैं।

तोमर ने कहा कि मध्य प्रदेश में कोई सत्ता विरोधी लहर नहीं है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने कामों की वजह से जनता में लोकप्रिय हैं। इस लोकप्रियता के कारण आने वाले चुनाव में भाजपा पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने में कामयाब होगी। कुछ इलेक्ट्रॉनिक चैनलों ने चुनावी सर्वे के दौरान मध्यप्रदेश में भाजपा का वोट प्रतिशत कम होने और राज्य में सत्ता विरोधी लहर की ओर इशारा किया है।

नई दिल्ली: राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस बसपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ सकती है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि बुधवार को बेंगलुरु में शपथ ग्रहण समारोह में यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और बसपा सुप्रीमो मायावती की मुलाकात भविष्य की राजनीति का संकेत देने के लिए काफी है। इस मुलाकात से प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में यह उम्मीद जगी है कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बसपा के साथ गठबंधन हो सकता है।

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बसपा का प्रभाव है। पिछले चुनाव में बसपा ने मध्य प्रदेश में चार और छत्तीसगढ़ में एक सीट जीती थी। ऐसे में पार्टी का एक बड़ा तबका चुनाव में बसपा और दूसरे दलों के साथ गठबंधन की वकालत कर रहा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि इन प्रदेशों में या तो भाजपा है या कांग्रेस है। जो छोटी पार्टियां हैं, वह कुछ सीट चाहती हैं तो देने में कोई ऐतराज नही है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख