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बस्तर: छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलियों के आतंक के खिलाफ चलाए गए अभियान में 41 नक्सली मारे गए थे। नक्सलियों में इस अभियान के खिलाफ गुस्सा भरा हुआ है। बैकफुट पर आते हुए नक्सलियों ने 25 मई को 6 राज्यों में बंद का ऐलान किया है। खास बात यह है की पहली बार इन राज्यों में मध्य प्रदेश का नाम भी शामिल है। खबर के मुताबिक, नक्सलियों की उत्तर बस्तर कमेटी ने 25 मई को बंद का ऐलान किया है। छत्तीसगढ़ सहित आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, ओडिशा, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बंद की खबर सामने आई है। ये पहला मौका है जब नक्सलियों ने मध्यप्रदेश में भी बंद की बात कही है।

भाजपा नेताओं को मार भगाने का ऐलान

नक्सलियों ने ये बंद अप्रैल में गढ़चिरोली में साथी नक्सलियों को फर्जी मुठभेड़ में मारे जाने का आरोप लगाते हुए श्रद्धांजलि देने के लिए किया है। नक्सलियों ने भाजपा नेताओं को गांवों से मार भगाने का भी आव्हान किया है। बंद के प्रचार-प्रसार के लिये उत्तर सब जोनल ब्यूरो ने जगह-जगह बैनर, पोस्टर टांग दिये हैं।

भोपाल: मध्‍यप्रदेश में मंदसौर गोलीकांड की बरसी पर किसान संगठनों ने 1 से 10 जून तक आंदोलन करने की घोषणा की गई है। मध्य प्रदेश में 2 अक्टूबर को भारत बंद के दौरान भड़की हिंसा को मद्देनजर रखते हुए शिवराज सरकार प्रस्तावित किसान आंदोलन को लेकर अलर्ट हो गई है। इसी बीच किसान आंदोलन को लेकर सरकार के सामने आई नई इंटेलिजेंस रिपोर्ट ने सरकार की नींद उड़ा दी है। नई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि किसान आंदोलन सांप्रदायिक रंग ले सकता है। इस रिपोर्ट के बाद अगर ऐसा होता है तो चुनावी साल में प्रदेश की शांति भंग हो सकती है। किसान आंदोलन की आड़ में असामाजिक तत्व साम्प्रदायिक हिंसा फैला सकते हैं। रमजान के चलते सरकार के हाथ पैर फूले हुए हैं।

आईजी इंटेलिजेंस मकरंद देउस्कार ने कहा कि सभी एसपी को साम्प्रदायिक हिंसा के लिए अलर्ट किया गया है। वहीं भाजपा का कहना है कि वे किसानों से किसान संगठनों के बहकावे में न आने की अपील करेंगे। गौरतलब है की कांग्रेस ने 6 जून को मंदसौर में मृतक किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए राहुल गांधी की की सभा आयोजित की है।

भोपाल: मध्यप्रदेश में इस बार अनाज की बंपर पैदावार हुई है, लेकिन एक बार फिर सरकारी लापरवाही से अनाज सड़ रहा है। छिन्दवाड़ा की चौरई मंडी में अचानक आई बारिश से लगभग चार सौ क्विंटल अनाज खराब हो गया। यही हालात भिंड, सिवनी जैसे कई इलाकों की मंडियों में दिखे। चौरई मंडी में चार टीन शेड है, यहां व्यापारियों के अलावा सहकारी सोसायटी भी खरीदी कर रही है। किसानों का आरोप है 4 में से 3 शेड में अधिकारियों की मिली भगत से व्यापारियों का अनाज रखा है, किसानों की तुलाई खुले में होती है, जिससे अचानक आई बारिश में अनाज बर्बाद हो गया।

मंडी में गेंहू लेकर आए किसान नवीन शर्मा ने कहा 8 दिन से मैसेज आया है, किसान बैठा है आज बारिश में पूरा अनाज गीला हो गया। लगभग 50 क्विंटल का नुकसान हो गया। भिंड में भी 11 मई को बरसात हुई मंडी में रखा हजा़रो क्विंटल खरीदी का गेंहू बर्बाद हो गया। सिवनी मंडी में भी गेंहू पर बारिश का ग्रहण लगा। वैसे सरकार से सवाल फसल को बारिश से बचाने का पूछा लेकिन वो मामले में अपने गुण गाने लगी।

इंदौर: बहुचर्चित घटनाक्रम के दौरान पाकिस्तान से वर्ष 2015 में भारत लौटने वाली मूक-बधिर युवती गीता अपना वर चुनने के लिये 15 युवकों से रू-ब-रू होगी। इनमें लेखक, दुकान संचालक, आईटी पेशेवर और रेलवे कर्मचारी शामिल हैं जिन्होंने फेसबुक पर वैवाहिक विज्ञापन देखने के बाद इस युवती के साथ सात फेरे लेने की इच्छा जतायी है।

गीता के लिये योग्य वर खोजने के अभियान से जुड़े सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ ज्ञानेंद्र पुरोहित ने बताया कि विदेश मंत्रालय के निर्देशों के मुताबिक इस लड़की को आज 25 लड़कों के बायोडेटा और तस्वीरें दिखायी गयीं। इसके आधार पर उसने इनमें से 15 युवकों से मिलना तय किया। खास बात यह है कि इन 15 युवकों में से 10 लोग सामान्य हैं यानी वे गीता की तरह विशेष जरूरतों वाले नहीं हैं।

बहरहाल, गीता के होने वाले पति को उसकी कुछ शर्तें भी पूरी करनी होंगी। पुरोहित ने बताया, "गीता ने इशारों की जुबान में कहा कि अगर वह किसी सामान्य युवक को अपने पति के रूप में पसंद करती है, तो उसे सांकेतिक भाषा सीखनी होगी ताकि वैवाहिक जीवन के दौरान उन दोनों को संवाद में कोई दिक्कत न हो। इसके साथ ही, उसके भावी पति को उसके माता-पिता की खोज में उसकी मदद करनी होगी।"

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