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श्रीनगर: बारिश के मौसम में बादल फटने की एक और घटना सामने आई है। इस बार जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में बादल फटा, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई है। किश्तवाड़ के होंजर गांव में यह घटना घटी। इसमें देखते ही देखते आठ से दस घर मलबे में तब्दील हो गए। जम्मू कश्मीर के डिप्टी पुलिस कमिश्नर ने कहा है कि घटनास्थल से सात शवों को निकाल लिया गया है। मलबे में अन्य लोगों के दबे होने की तलाश की जा रही है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि अभी 30 से 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं।

घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एयरफोर्स की मदद ली गई है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि 30 से 40 लापता लोगों की खोजबीन के साथ राहत एवं बचाव कार्य के लिए राज्य आपदा मोचन बल और सेना को लगाया गया है। घटनास्थल की ओर रवाना की गई है। यह इलाका किश्तवाड़ के ऊंचाई वाले क्षेत्र में है, जहां सड़क से पहुंच पाना मुमकिन नहीं है। जम्मू की आपदा मोचन बल की टीम को भी तैयार रहने को कहा गया है। श्रीनगर से भी एसडीआरएफ की एक टीम को एयरलिफ्ट कर आपदा वाली जगह पर ले जाने को तैयार किया गया है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किश्तवाड़ जिले में बादल फटने के कारण हुई मौतों पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से हुए कई लोगों की मृत्यु से बहुत दुख हुआ। मैं, लापता हुए लोगों के लिए जारी राहत व बचाव कार्यों में सफलता की कामना करता हूं और शोकाकुल परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। राष्ट्रपति एक दिन पहले जम्मू-कश्मीर के दौरे पर थे।

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