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श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच शुक्रवार को हुई मुठभेड़ में तीन सैनिक और एक आम नागरिक घायल हो गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने ट्वीट किया, “अनंतनाग के ऋषिपुरा में मुठभेड़ शुरू हुई. पुलिस और सुरक्षा बल मुकाबला कर रहे हैं। आगे की जानकारी की प्रतीक्षा है।”

तीन घंटे बाद अधिकारी ने ताजा जानकारी देते हुए ट्वीट किया, ''शुरुआती गोलीबारी में तीन सैनिक और एक आम नागरिक घायल हो गया। सभी घायलों को उपचार के लिये तत्काल विमान के जरिये श्रीनगर के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया और उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। ''

जम्मू-कश्मीर के शोपियां में ग्रेनेड हमले में दो प्रवासी घायल

जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में शुक्रवार को आतंकवादियों द्वारा किए गए ग्रेनेड हमले में दो प्रवासी मजदूर घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा, ''अगलार जैनापुरा में आतंकवादियों ने ग्रेनेड फेंका, जिसके चलते दो गैर-स्थानीय निवासी मामूली रूप से घायल हो गए। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।'' उन्होंने कहा कि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

कश्मीर में हालात 90 के दशक की ओर लौट रहे : पाटिल

अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) की जम्मू-कश्मीर मामलों की प्रभारी रजनी पाटिल ने शुक्रवार को कश्मीर में लक्षित हत्या की घटनाओं और बिगड़ते हालात को काबू करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन पर निशाना साधा।

उन्होंने कहा, ''भारतीय जनता पार्टी के दावों के विपरीत घाटी में हालात चिंताजनक हैं और 1990 के दौर की ओर लौट रहे हैं।'' कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने कहा कि निर्दोष लोगों की लक्षित हत्याओं से कश्मीर में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। पाटिल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ''केंद्र सरकार और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन कश्मीर में लक्षित हत्याओं और बिगड़ती स्थिति को काबू करने में पूरी तरह विफल रहा है।''

उन्होंने कहा कि आम नागरिक असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और कश्मीरी पंडित, सिख और जम्मू के डोगरा समेत अल्पसंख्यक समुदाय डर महसूस कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने कहा, ''वे सामूहिक पलायन को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। यह हालात चिंताजनक हैं और ये 1990 की ओर लौट रहे हैं।''

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