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श्रीनगर: कांग्रेस से करीब पांच दशक पुराना नाता तोड़ने के बाद गुलाम नबी आजाद रविवार को यानी आज जम्मू से नयी राजनीतिक पारी की शुरुआत करेंगे। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री के करीबी सहयोगी ने शनिवार को बताया कि कांग्रेस छोड़ने के बाद जम्मू में आजाद की पहली जनसभा की तैयारियां पूरी हो चुकी है। पूर्व मंत्री जीएम सरूरी ने बताया कि रविवार की सुबह दिल्ली से जम्मू आने पर आजाद का भव्य स्वागत किया जाएगा और वह जुलूस के रूप में सैनिक कॉलोनी स्थित जनसभा स्थल तक पहुंचेंगे। सरूरी उन नेताओं में हैं जिन्होंने आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।

इस बात की संभावना है कि गुलाम नबी आजाद इस जनसभा में अपनी राजनीतिक पार्टी गठित करने की घोषणा करेंगे। आजाद के समर्थन में पूर्व उप मुख्यमंत्री, आठ पूर्व मंत्री, एक पूर्व सांसद, नौ विधायक और बड़ी संख्या में पंचायती राज संस्थान के सदस्यों, नगर निकाय पार्षदों और जमीनी कार्यकर्तओं ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया है। आजाद के स्वागत में जम्मू हवाई अड्डे से जनसभा स्थल तक जाने वाली सड़क पर होर्डिंग और बैनर लगाए गए हैं।

जनसभा स्थल पर करीब 20 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। सरूरी पिछले एक सप्ताह से जनसभा की तैयारियों में व्यस्त थे।

गुलाम नबी आजाद आज कर सकते हैं पार्टी की घोषणा

आज की रैली में गुलाम नबी आजाद अपनी नई पार्टी के गठन की घोषणा करने सकते हैं। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह जल्द ही एक नई पार्टी शुरू करेंगे। उन्होंने कहा था कि पहली इकाई जम्मू-कश्मीर में होगी जहां विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। आपको बता दें कि आज की जिन लोगों ने हाल में आजाद के समर्थन में कांग्रेस से इस्तीफा दिया है, वे सभी आज की रैली में मौजूद रहेंगे।

आजाद के लिए खुला है गठबंधन का विकल्प

गुलाम नबी आज़ाद के नेतृत्व वाली पार्टी के पास जम्मू-कश्मीर में बीजेपी या मुख्यधारा की पार्टियों जैसे नेशनल कॉन्फ्रेंस या पीडीपी के साथ गठजोड़ करने का विकल्प होगा। हालांकि आजाद ने एक टीवी इंटरव्यू में कहा था कि भाजपा के साथ गठजोड़ का कोई सवाल ही नहीं है। उन्होंने कहा, "इससे न तो उन्हें फायदा होगा और न ही मुझे मिलेगा।"

कांग्रेस आलाकमान पर खूब भड़के आजाद

आजाद ने अपने इस्तीफे के बाद कांग्रेस आलाकमान पर निशाना साधा। राहुल गांधी पर बचकाना व्यवहार और अपरिपक्वता का आरोप लगाया। साथ ही अनुभवहीन चापलूसों की मंडली के द्वारा पार्टी चलाने का आरोप भी लगाया।

इन्होंने भी दिया है इस्तीफा

गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव और 2024 के आम चुनाव से पहले इस्तीफा दिया। उनसे पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पार्टी के पूर्व पंजाब प्रमुख सुनील जाखड़, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल और अश्विनी कुमार जैसे नेताओं ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।

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