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अहमदाबाद: गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के सीनियर नेता और 4 बार के विधायक जय नारायण व्यास ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। यही नहीं उन्होंने कांग्रेस या आम आदमी पार्टी में शामिल होने का भी विकल्प खुला रखा है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री व्यास ने कहा, 'मैं बीजेपी में परेशान था। इसलिए पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं। मैंने अपने लिए सभी विकल्पों को खुला रखा है। मैं सिद्धपुर विधानसभा सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ूंगा।' इस्तीफे के पत्र में जय नारायण व्यास ने निजी कारणों को वजह बताया है।

कांग्रेस के एक नेता ने माना है कि जय नारायण व्यास की पार्टी लीडरशिप से बात चल रही है। उनका कहना है कि सिद्धपुर विधानसभा सीट से जय नारायण व्यास टिकट चाहते हैं और इसके लिए पार्टी से संपर्क में बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि सर्वे में यह बात सामने आई है कि अब भी वह सिद्धपुर विधानसभा सीट से सबसे लोकप्रिय नेता हैं। वह यहां से 7 बार चुनाव लड़ चुके हैं और 4 बार जीत हासिल कर चुके हैं। हालांकि 2017 में वह इस सीट से हार गए थे और कांग्रेस के चंदाजी ठाकोर ने जीत हासिल की थी।

अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने सीएम फेस का एलान किया है। इसके बाद ही पार्टी में पाला बदलने का क्रम शुरू हो गया है। दरअसल, शुक्रवार को सीनियर लीडर इंद्रनील राजगुरु ने एक बार फिर पलटी मारी है। वह आम आदमी पार्टी छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए।

आम आदमी पार्टी में जाने से पहले भी वह कांग्रेस में ही थे। वह आप में राष्ट्रीय संयुक्त सचिव थे। पार्टी में उनका स्वागत करते हुए कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रघु शर्मा ने कहा, इंद्रनील राजगुरु जी एक विचारधारा से जुड़े हुए थे और आज उसी विचारधारा के साथ काम करने के लिए यह पुनः कांग्रेस परिवार में शामिल हो रहे हैं।

राजगुरु ने कहा, मुझे हमेशा लगता था कि भाजपा देश के लिए एक बुरी पार्टी है और उसे गुजरात में हराना ज़रूरी है। इसलिए मैं आप में गया था ताकि भाजपा को हरा पाएं। लेकिन मैंने पाया कि जैसे भाजपा लोगों को मूर्ख बनाती है वैसे ही आप भी लोगों को मूर्ख बनाने की कोशिश करती है।

अहमदाबाद: आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए आप की और से इसुदान गढ़वी को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है। केजरीवाल ने अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ़्रेन्स के दौरान सीएम प्रत्याशी के नाम की घोषणा की। गढ़वी के सामने पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख गोपाल इटालिया थे, जिन्होंने पाटीदार समुदाय के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

केजरीवाल के अनुसार, आप ने लगभग 16.5 लाख लोगों से रायशुमारी करवाने के बाद इसुदान का नाम चुना है। जिसमें 73 फीसदी लोगों ने उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर पहली पसंद बताया। दरअसल गत 29 अक्टूबर को केजरीवाल ने जनता से अपील की थी कि वह पार्टी से एसएमएस, व्हाट्सऐप, वायस मेल और ई-मेल के जरिये संपर्क करके बतायें कि राज्य में पार्टी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार किसे होना चाहिए।

इसुदान गढवी का जन्म 10 जनवरी, 1982 को जामनगर जिले के पिपलिया गांव में एक साधारण से परिवार में हुआ है। उनके पिता खेराजभाई किसान हैं और पूरा परिवार भी खेती से जुड़ा हुआ है।

मोरबी: गुजरात के मोरबी शहर में मच्छू नदी पर बने केबल पुल टूटने से 135 लोगों की जान चली गई। इस मामले पर राज्य सरकार ने सख्त कार्रवाई करते हुए नगरपालिका अधिकारी संदीप सिंह जाला को निलंबित कर दिया है। इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने उनसे चार घंटे तक पूछताछ की थी। उनसे पुल के मरम्मत कार्य के लिए गुजरात स्थित घड़ी निर्माता कंपनी ओरेवा के साथ किए गए समझौते को लेकर सवाल पूछे गए थे।

समझौते पर सवाल

कोर्ट में जमा किए दस्तावेजों से पता चलता है कि ब्रिज का मरम्मत कार्य जिस ठेकेदार को सौंपा गया था वह ऐसे काम के लिए योग्य नहीं थे। उप-ठेकेदार ने केवल केबलों को पेंट और पॉलिश किया। जंग लगी जंजीरों को बदला नहीं गया। जिसकी वजह से हादसा हो गया। ओरेवा कंपनी इस कार्य के लिए पूरी तरह अयोग्य थी। इससे पहले 2007 में भी कंपनी को मरम्मत का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था।

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