श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर का वर्ष 2019 में विशेष राज्य का दर्जा समाप्त होने के बाद पहली बार श्रीनगर पहुंचे कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने और निष्पक्ष और स्वतंत्र विधानसभा चुनाव कराए जाने की मांग की है। राहुल ने विपक्ष की आवाज को दबाने के लिए भी सरकार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि जब भी हम पेगासस एवं जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाते है, हमारी आवाज को रोका गया। कश्मीर के लोगों के साथ खुद को भावनात्मक तौर पर जोड़ते हुए राहुल ने कहा, 'मुझ में थोड़ी कश्मीरियत है।'
राहुल ने कहा, 'गुलाम नबी आजादजी ने मुझे संसद में कश्मीर का मुद्दा उठाने को कहा था, लेकिन मैं आपसे कहना चाहता हूं कि हमें इस बारे में बोलने की इजाजत नहीं दी गई। पेगासस, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी जैसे कई मसले हैं,। जो मैं उठाना चाहता था लेकिन बोलने का मौका नहीं दिया गया।'' उन्होंने कहा, 'आज यह बात केवल जम्मू-कश्मीर की नहीं बल्कि सारे संस्थानों की है। जैसे न्यायपालिका राज्यसभा और लोकसभा पर हमला किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, मीडिया सच्चाई को उजागर नहीं कर रहा..उसे दबाया जा रहा है, धमकाया जा रहा है। वे डरे हुए हैं। उन्हें भय है कि यदि वे तथ्यों के बारे में रिपोर्ट करेंगे, तो उनकी नौकरी चली जाएगी।' उन्होंने कहा, 'राज्य का दर्जा (जम्मू-कश्मीर का) बहाल किया जाना चाहिए और लोकतांत्रिक प्रक्रिया-चुनाव कराए जाने चाहिए।' जम्मू कश्मीर को इस समय जम्मू और कश्मीर दो केंद्र शासित क्षेत्र में बांटा गया है।
राहुल ने कहा कि उनकी यात्रा एक तरह की 'घरवापसी' है। राहुल की कश्मीर यात्रा का आज दूसरा और अंतिम दिन है। कांग्रेस नेता ने कहा, 'मैं कश्मीर के लोगों के साथ सम्मान और प्यार का रिश्ता चाहता हूं, जिन्होंने काफी दर्द और पीड़ा का सामना किया है। दिल्ली से पहले मेरा परिवार इलाहाबाद में रह रहा था, इससे पहले वे कश्मीर में रह रहे थे।' राहुल गांधी ने कहा, 'मैं आपको समझता हूं। मेरा परिवार झेलम का पानी लेकर गया है। आपके रीतिरिवाज और आपकी सोच..जिसे हम कश्मीरियत कहते हैं..भी मुझमे है।' इस मौके पर उन्होंने भाजपा और आरएसएस की भय और नफरत पैदा करने वाली विचारधारा के खिलाफ संघर्ष करने और उसे परास्त कारने का संकल्प भी जताया।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी मंगलवार को ही जम्मू-कश्मीर के गांदेरबल जिले में खीर भवानी मंदिर और हजरतबल दरगाह भी गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि राहुल गांधी अलसुबह मध्य कश्मीर जिले के तुल्लामुल्ला इलाके स्थित मंदिर पहुंचे। उन्होंने बताया कि गांधी के साथ पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और जम्मू-कश्मीर मामलों की एआईसीसी प्रभारी रजनी पाटिल भी मौजूद थीं। उन्होंने कहा, ‘‘यह एक निजी दौरा था। राहुल जी मंदिर के दर्शन करना चाहते थे।''कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष का स्वागत करने के लिए कई पार्टी नेता और समर्थक मंदिर परिसर के बाहर इंतजार कर रहे थे। गांधी यहां आधे घंटे से अधिक समय तक रुके। यहां से सीधा वह नजदीक स्थित मीर बाबा हैदर की दरगाह पर भी गए। उन्होंने बताया कि इसके बाद गांधी डल झील के किनारे स्थित दरगाह हजरतबल भी पहुंचे।