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बीजिंग: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ वॉर को लेकर दो महाशक्तियां अमेरिका और चीन आमने सामने हैं। चीन ने पहले तो इसको लेकर कड़े तेवर दिखाए लेकिन धीरे-धीरे उसके तेवरों में नरमी देखने को मिल रही है। ताजा घटनाक्रम में चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने रविवार (13 अप्रैल, 2025) को अमेरिका से अपील की कि वह पारस्परिक टैरिफ को पूरी तरह से रद्द कर दे।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, चीनी मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, "हम अमेरिका से आग्रह करते हैं कि वह अपनी गलतियों को सुधारने के लिए एक बड़ा कदम उठाए, पारस्परिक टैरिफ की गलत प्रथा को पूरी तरह से रद्द करे और आपसी सम्मान के सही रास्ते पर लौट आए।" इससे पहले बीते दिन शनिवार (12 अप्रैल, 2025) को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्मार्टफोन, लैपटॉप और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्ड्स के लिए छूट की घोषणा की थी।

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, "बाघ के गले में बंधी घंटी को केवल वही शख्स खोल सकता है जिसने उसे बांधा है।" मंत्रालय ने ट्रंप प्रशासन से टैरिफ को लेकर अपने नजरिए को सही करने का आह्वान किया।

कीव: रूस-यूक्रेन युद्ध थमने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को यूक्रेन के उत्तर-पूर्वी शहर सुमी पर रूस के बैलेस्टिक मिसाइल हमले में कम से कम 21 लोगों की मौत हो गई और 80 से ज्‍यादा लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन ने यह जानकारी देते हुए कहा कि नागरिकों पर रूस का यह एक और घातक हमला है। मिसाइल हमला ऐसे वक्‍त में हुआ है जब एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने हाल ही में रूस की यात्रा की है। यूक्रेन का सुमी शहर रूस की सीमा के करीब है और पिछले कुछ हफ्तों से इस शहर को लगातार निशाना बनाया जा रहा है।

सुमी पर यह हमला अमेरिका के दूत स्टीव विटकॉफ की रूस के नेता व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दो दिन बाद हुआ है। साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी रूस से युद्ध खत्‍म करने का आग्रह करने के बावजूद किया गया है। यूक्रेन की आपातकालीन सेवा ने कहा, "रूस ने शहर के केंद्र पर बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। ठीक उस समय जब सड़क पर बहुत से लोग थे।" साथ ही कहा, "लोग सड़क के बीचों-बीच, कारों, सार्वजनिक परिवहन और घरों में घायल हो गए।"

वाशिंगटन: टैरिफ वॉर के जरिए दुनिया में हलटल पैदा करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने स्मार्टफोन, कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स सामान को ट्रंप टैरिफ से छूट दी है। इस कदम के बाद अमेरिकी उपभोक्ताओं पर कई लोकप्रिय हाई टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के लिए लागत असर कम हो जाएगा।

अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा कार्यालय की ओर से शुक्रवार देर रात जारी नोटिस में छूट के तहत चीन से अमेरिका में आने वाले स्मार्टफोन और उसके कलपुर्जों सहित कई इलेक्ट्रॉनिक सामान शामिल हैं, जिन पर मौजूदा समय में 145 प्रतिशत का अतिरिक्त शुल्क लगाया गया है। वहीं, सेमीकंडक्टर को ज्यादातर अमेरिकी व्यापारिक साझेदारों पर लगाए गए बेसलाइन 10 प्रतिशत टैरिफ और चीन पर लगाए गए 125% अतिरिक्त शुल्क से भी बाहर रखा गया है।

इस छूट से राष्ट्रपति ट्रंप की ओर से इस महीने की शुरुआत में घोषित 10 प्रतिशत के व्यापक करों और चीन से आने वाले सामानों पर लगाए गए अतिरिक्त दंडात्मक कर की सीमा कम हो गई है। जिन आइटम्स पर छूट दी गई है, उन उत्पादों में से कई अमेरिका में नहीं बनते हैं। इनमें हार्ड ड्राइव और कंप्यूटर प्रोसेसर शामिल हैं।

बीजिंग: अमेरिका की ओर से चीन की वस्तुओं पर 145% टैरिफ लगाने पर अब चीन ने पलटवार किया है। चीन ने शुक्रवार को अमेरिका से आयात पर अतिरिक्त शुल्क बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया।

चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि चीन ने आयातित अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क बढ़ाकर 125 प्रतिशत कर दिया है। चीन ने इससे पहले अमेरिकी उत्पादों पर 84 प्रतिशत टैरिफ का एलान किया था।

वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि अमेरिका की ओर से टैरिफ बढ़ाने के बाद चीन ने विश्व व्यापार संगठन में मुकदमा भी दायर किया है। उधर, नए अमेरिकी अधिसूचना के अनुसार चीन पर कुल व्यापार शुल्क 145 प्रतिशत है।

इससे पहले चीन ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 84 प्रतिशत शुल्क लगा दिया था और कुछ अमेरिकी फिल्मों के आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था तथा इस मुद्दे को सुलझाने के लिए वाशिंगटन के साथ बातचीत करने में अपनी रुचि व्यक्त की थी। चीन एकमात्र देश है जिसने ट्रम्प के टैरिफ के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की।

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