ताज़ा खबरें
सेना ने पाक में आतंकियों और उनके ढांचे को किया तबाह: डीजीएमओ
सीजफायर को लेकर संसद का विशेष सत्र बुलाएं पीएम मोदी: राहुल गांधी
'ऑपरेशन सिंदूर अभी भी जारी'- सीजफायर के बीच वायुसेना का बयान
सीजफायर पर पीएम की अध्यक्षता में बुलाई जाए सर्वदलीय बैठक: कांग्रेस

वॉशिंगटन: राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने टैरिफ लगाने के फैसले को वापस लेने से साफ मना कर दिया है। गौरतलब है कि ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद दुनियाभर के बाजारों में अस्थिरता का माहौल है और देश में भी उनका विरोध शुरू हो गया है। हालांकि ट्रंप ने अपने फैसले से पीछे हटने से मना कर दिया है और कहा है कि कभी कभी चीजों को सही करने के लिए दवाई देने की जरूरत पड़ती है।

'कई देश हमारे साथ समझौता करना चाहते हैं': ट्रंप

अपने आधिकारिक विमान एयरफोर्स वन में मीडिया के साथ बातचीत में ट्रंप ने कहा कि 'वह नहीं चाहते कि दुनियाभर के बाजारों में गिरावट आए, लेकिन मैं इसे लेकर चिंतित नहीं हूं। कई बार आपको चीजों को सही करने के लिए दवाई लेनी पड़ती है।' वहीं ट्रंप प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि टैरिफ लगाने का असर दिखने लगा है और 50 से ज्यादा देशों के प्रतिनिधियों ने बातचीत की इच्छा जाहिर की है। ट्रंप ने कहा कि 'मैंने यूरोपीय, एशियाई, पूरी दुनिया के कई नेताओं से बात की है, वे हमारे साथ समझौता करना चाहते हैं, लेकिन अब हम व्यापार घाटा नहीं सहेंगे और हमने ये बात उन्हें साफ बता दी है।'

कोलंबो: श्रीलंका की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'श्रीलंका मित्र विभूषण सम्मान' से सम्मानित किया है। श्रीलंका की सरकार यह सम्मान उन देशों के राष्ट्राध्यक्षों को देती है, जिनके श्रीलंका के साथ अच्छे संबंध होते हैं। भारत के ऐतिहासिक तौर पर श्रीलंका के साथ अच्छे संबंध रहे हैं। साथ ही जब श्रीलंका आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा था तो उस वक्त भी सबसे पहले भारत ने ही श्रीलंका के लिए मदद का हाथ बढ़ाया था। अब इन अच्छे संबंधों को ही मान्यता देते हुए श्रीलंका की सरकार ने प्रधानमंत्री मोदी को यह सम्मान दिया है।

पीएम मोदी बोले- ये करोड़ों भारतीयों का सम्मान

श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने प्रधानमंत्री मोदी को 'मित्र विभूषण सम्मान' का मेडल पहनाकर सम्मानित किया। सम्मान पाने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि यह भारत के 140 करोड़ देशवासियों का सम्मान है।

श्रीलंका मित्र विभूषण सम्मान में एक चांदी का मेडल होता है, जिसमें बना धर्म चक्र बौद्ध विरासत का प्रतीक है। इस बौद्ध विरासत ने भारत और श्रीलंका की सांस्कृतिक परंपराओं को आकार दिया है।

वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप एक बार फिर से व्यापारिक नीतियों को लेकर सुर्खियों में हैं। इस बार उन्होंने भारत, इजरायल और वियतनाम जैसे महत्वपूर्ण व्यापारिक भागीदारों के साथ नई टैरिफ नीति के तहत बातचीत शुरू कर दी है। बीते 2 अप्रैल 2025 को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत, इजरायल और वियतनाम पर नए आयात शुल्क (टैरिफ) लगाने की घोषणा की, जो 9 अप्रैल से प्रभावी होंगे।

डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के मुताबिक भारत पर 26%, वियतनाम पर 46% और इजरायल पर 17% टैरिफ लगाने की घोषणा की गई है। ट्रंप का तर्क है कि यह नीति रेसिप्रोकाल ट्रेड के सिद्धांत पर आधारित है, जहां जितना अमेरिका किसी देश से आयात करता है, उसके बराबर या उससे कम निर्यात होना चाहिए।

भारत समेत तीन देशों से बात कर रहे हैं ट्रंप

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार भारत, इजरायल और वियतनाम देशों के प्रतिनिधियों के साथ अमेरिका सक्रिय व्यापार वार्ता कर रहा है। ट्रंप चाहते हैं कि समयसीमा से पहले कोई समझौता हो जाए ताकि टैरिफ टल सके।

वाशिंगटन: अमेरिका की ओर से लगाए गए टैरिफ पर पलटवार करते हुए चीन ने भी शुक्रवार (4 अप्रैल,2025) को अमेरिकी उत्पादों पर 34 फीसदी टैक्स लगा दिया है। चीन की ओर से लगाए गए टैरिफ पर अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया सामने आई है। डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट के जरिए कहा है कि चीन घबरा गया है और गलत कदम उठा रहा है।

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बढ़ते वर्ल्ड ट्रेड वॉर पर शेयर बाजार की घबराहट को खारिज करते हुए अमीर बनने के मौके का हवाला दिया। ट्रंप ने अपनी पोस्ट में कहा कि चीन ने घबरा कर गलत कदम उठाया है। ये ऐसी चीज है जो वे बर्दाश्त नहीं कर सकते।

दुनिया भर के शेयर बाजारों में आया भूचाल, अरबों हुए स्वाहा

2 अप्रैल 2025 को अमेरिका के मुक्ति दिवस का एलान करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-चीन समेत कई देशों पर टैरिफ लगाया था। इसके बाद से दुनिया भर के शेयर बाजारों में भूचाल आ गया। भारत ही नहीं, अमेरिका के शेयर बाजार में  भी लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। इसकी वजह से निवेशकों को अरबों की चपत लगी है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख