ताज़ा खबरें
मंत्री शाह को सुप्रीम कोर्ट की फटकार, जांच के लिए एसआईटी गठित

ढाका: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे लोगों और सत्तारूढ़ अवामी लीग के समर्थकों के बीच रविवार को हुई हिंसक झड़प में कम से कम 91 लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हुए हैं।

केंद्र ने भारतीयों को किया अलर्ट; हेल्पलाइन नंबर जारी

भारत ने बांग्लादेश में रह रहे अपने नागरिकों से संपर्क में रहने और सतर्क रहने को कहा है। इसके साथ ही छात्रों सहित सभी भारतीयों को आपातकालीन स्थिति में हेल्पलाइन नंबर +88-01313076402 पर संपर्क करने की सलाह दी गई है।

सरकार के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी एक ‘असहयोग कार्यक्रम’ में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया और फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। समाचार पत्र ‘ढाका ट्रिब्यून’ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा कि प्रदर्शनकारियों और अवामी लीग के समर्थकों के बीच मुंशीगंज में हुई झड़प में कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और 30 अन्य घायल हुए हैं।

वॉशिंगटन: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस में असली लड़ाई होने वाली है। खासतौर पर यह चुनावी लड़ाई तब शुरू हुई, जब जो बाइडेन ने अपना नाम वापस ले लिया। अभी भी कमला हैरिस के पास राष्ट्रपति चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त समय है। सवाल यह है कि क्या उनमें यह क्षमता है? द इकोनॉमिस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, अभी डोनाल्ड ट्रंप काफी मजबूत कैंडिडेट हैं। खासतौर पर जब से उन पर हमला हुआ है, लोगों का रुझान उनकी तरफ बढ़ गया है। अब कमला हैरिस का सबसे बड़ा काम ट्रंप पर जनमत संग्रह बनाना है। दरअसल, कमला हैरिस के चुनाव मैदान में आने से अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव काफी दिलचस्प हो गया है।

अगर चुनाव बाइडेन प्रशासन के रिकॉर्ड और उनकी भूमिका के आधार पर लड़ा जाएगा तो उनके हारने की संभावना है, लेकिन हैरिस को ट्रंप पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मतदाताओं को भी संतुष्ट करना होगा। उन्हें बताना होगा कि वह राष्ट्रपति पद के लिए योग्य हैं। बाइडेन को लोगों ने इसलिए इग्नोर किया, क्योंकि उन्हें कई बार लड़खड़ाते हुए देखा गया।

बेरूत (लेबनान): इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच जारी जंग में लेबनान के कूदने के बाद हालात और भी तनावपूर्ण हो गए हैं। लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने शनिवार को इजरायल के एक फुटबॉल ग्राउंड पर रॉकेट दागे थे। इसमें 12 बच्चों की मौत हो गई थी। अब इसका बदला लेते हुए इजरायल की आर्मी ने बड़ी कार्रवाई की है।

इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) ने मंगलवार को लेबनान की राजधानी बेरूत में आतंकी संगठन हिजबुल्लाह के कमांडर फउद शुकर को टारगेट करते हुए हवाई हमले किए। रिपोर्ट के मुताबिक, इन हमलों में जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। हालांकि, एयरस्ट्राइक में हिजबुल्लाह कमांडर की मौत हुई है या नहीं... इसके बारे में कोई स्पष्ट जानकारी सामने नहीं है।

हिज़्बुल्लाह ने इजरायल पर दागे रॉकेट, आईडीएफ ने भी दिया जवाब

इस बीच इजरायल के डिफेंस मंत्री योव ग्लान्ट की ओर से किए गए एक ट्वीट में बताया गया कि हिजबुल्लाह के आतंकियों ने रेड लाइन क्रॉस की थी। जिसके बाद आईडीएफ ने जवाबी कार्रवाई की।

गाजा: फिलिस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि गाजा के दीर-अल-बलाह में एक स्कूल पर इजरायली हमले में कम से कम 30 फिलिस्तीनी मारे गए और 100 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। वहीं, इजरायली सेना ने कहा कि उसने हमास कमांड सेंटर पर हमला किया था। जानकारी के मुताबिक, जिन लोगों पर हमला हुआ हैं, उनमें से ज्यादातर लोग विस्थापित होकर आए थे।

इजरायल ने हमास को दोषी ठहराया 

इज़रायली सेना ने एक बयान में कहा कि उसने "मध्य गाजा में खदीजा स्कूल परिसर के अंदर हमास कमांड और कमांड सेंटर को निशाना बनाया था। बयान में कहा गया है कि स्कूल का इस्तेमाल सैनिकों के खिलाफ हमले करने और हथियार रखने के रूप में किया जा रहा था। हालांकि, इजरायली सेना ने कहा था कि हमले से पहले वहां के नागरिकों को आगाह किया गया था।

हमले के बाद स्कूल परिसर में चारों तरफ खून ही खून देखा गया। घायलों को एंबुलेंस की मदद से अल-अक्सा अस्पताल में ले जाया गया। वहीं कुछ घायल पैदल भी अस्पताल पहुंचे थे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख