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नई दिल्ली: मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्हें अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। दैनिक भास्कर और इंडिया टुडे की खबर के मुताबिक, उन्होंने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में आखिरी सांस ली है।

राजस्थान सरकार में मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल से पोस्ट कर उनके निधन पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है।

एक करीबी सूत्र एक न्यूज चैनल को बताया था कि वो गंभीर‌ रूप से बीमार हैं और उनका इलाज अमेरिका में चल रहा है। वो पिछले कुछ सालों से हार्ट से रिलेटेड बीमारी से जूझ रहे थे। करीब 2 साल पहले उन्हें हार्ट में ब्लॉकेज की वजह से स्टेंट भी लगाया गया था।

कम उम्र में ही जाकिर हुसैन ने सीखा था तबला

जाकिर हुसैन के पिता दिवगंत मशहूर तबला वादक अल्ला रखा खां थे। बता दें कि उन्होंने कई देसी और विदेशी फिल्मों में भी संगीत दिया और फिल्मों के लिए तबला वादन किया।

नई दिल्ली: महानतम तबला वादक के रूप में अपनी पहचान रखने वाले जाकिर हुसैन अमेरिका के सैन फ़्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती हैं। बताया जा रहा है कि वो हृदय संबंधी बीमारी से जूझ रहे हैं और इस वक्त उनकी हालत काफी नाजुक है।

एक करीबी सूत्र ने एक न्यूज चैनल से बात करते हुए उनके गंभीर‌ रूप से बीमार होने और अमेरिका में इलाज किये जाने की पुष्टि की है। वो पिछले कुछ सालों से हृदय संबंधी बीमारी से जूझ रहे है।. करीब 2 साल पहले उन्हें हृदय में ब्लॉकेज के चलते स्टेंट भी लगाया गया था।

जाकिर हुसैन ने 7 साल की उम्र में सीखा था तबला

जाकिर हुसैन मशहूर दिवगंत तबला बादक अल्ला रखा खां के बेटे हैं। उल्लेखनीय है कि उन्होंने कई ख़्यातिनाम देसी और विदेशी फ़िल्मों में भी संगीत दिया और फ़िल्मों के लिए तबला वादन किया। जाकिर हुसैन ने 7 साल की उम्र से तबला सीखना शुरू किया और 12 साल की उम्र से उन्होंने देश भर में घूमते हुए परफॉर्म करना शुरू कर‌ दिया था।

मुंबई: हिंदी सिनेमा में कपूर खानदान का लंबा इतिहास रहा है। मूक सिनेमा के दौर से लेकर ब्लैक एंड व्हाइट और रंगीन सिनेमा तक जिन चंद कलाकारों ने अपनी पहचान बनाई, उनमें हिंदी सिनेमा के मशहूर शोमैन राज कपूर का नाम शामिल है। आइए जानें राज कपूर की 100वीं जयंती पर उनके जीवन से जुड़े कुछ रोचक किस्सों पर गौर फरमाते हैं:-

पहली फिल्म में पड़ा जोरदार थप्पड़

फिल्मी करियर की शुरुआत भी उनकी तरह ही निराली है। क्या आपको पता है कि हिंदी सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाने वाले राज कपूर का फिल्मी करियर एक चांटे के साथ शुरू हुआ था। पेशावर (पाकिस्तान) में जन्मे राजकपूर अपने पिता पृथ्वीराज कपूर के साथ मुंबई आए और यहां उन्होंने अपनी जिंदगी की एक नई शुरुआत की। उनके पिता ने उन्हें मंत्र दिया कि राजू नीचे से शुरुआत करोगे तो ऊपर तक जाओगे। पिता की इस बात को गांठ बांधकर राजकूपर ने 17 साल की उम्र में रंजीत मूवीकॉम और बाम्बे टॉकीज फिल्म प्रोडक्शन कंपनी में स्पॉटब्वॉय का काम शुरू किया। उस वक्त के मशहूर निर्देशकों में शुमार केदार शर्मा की एक फिल्म में क्लैपर ब्वॉय के रूप में काम करते हुए राज कपूर ने एक बार इतनी जोर से क्लैप किया कि फिल्म के हीरो की नकली दाड़ी क्लैप में फंसकर बाहर आ गई।

हैदराबाद: पुष्पा-2 के प्रीमियर के दौरान संध्या थिएटर में भगदड़ के बीच महिला की मौत के मामले में एक्टर अल्लू अर्जुन को शनिवार को तेलंगाना हाईकोर्ट से जमानत तो मिल गई थी, लेकिन रिहाई नहीं हो सकी थी। अब अल्लू अर्जुन संध्या थिएटर भगदड़ मामले में जेल से रिहा हो गए हैं।

एक्टर को कल पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था। बाद में तेलंगाना कोर्ट ने अल्लू अर्जुन को जमानत दे दी थी। इसके बावजूद एक्टर को रात जेल में ही बितानी पड़ी। लेकिन अब वे जेल से बाहर आ गए हैं। नामपल्ली अदालत ने अल्लू अर्जुन को 14 दिन की रिमांड पर भेजा था। जिसके बाद उन्हें कल चंचलगुडा सेंट्रल जेल ले जाया गया था।

हालांकि बाद में, एक्टर को 50,000 रुपए के प्राइवेट बॉन्ड पर तेलंगाना हाईकोर्ट ने अंतरिम जमानत दे दी थी। एक्टर तो चार हफ्ते के लिए बेल मिली है। अल्लू अर्जुन अपने पिता अल्लू अरविंद के साथ जेल से निकलते नजर आए। जेल से रिहा होते ही एक्टर गीता आर्ट्स प्रोडक्शन हाउस पहुंचे।

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