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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): एक देश एक चुनाव विधेयक पर विस्तृत चर्चा के लिए जेपीसी का गठन किया जा रहा है। इस जेपीसी में कांग्रेस, प्रियंका गांधी के नाम का प्रस्ताव दे सकती है। प्रियंका गांधी के अलावा इस समिति में मनीष तिवारी, सुखदेव भगत रणदीप सुरजेवाला के नाम की भी चर्चा है।

जेपीसी में 31 सदस्य होंगे, इनके नामों की भी चर्चा

गौरतलब है कि केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने मंगलवार को लोकसभा में एक देश एक चुनाव विधेयक पेश किया था। सहमति के बाद इस विधेयक को विस्तृत चर्चा के लिए संसद की संयुक्त समिति के पास भेजा गया है। अब जेपीसी गठन की तैयारी शुरू हो गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जेपीसी में 31 सांसद शामिल हो सकते हैं, जो विधेयक की समीक्षा करेंगे। 31 सदस्यों में से 21 सदस्य लोकसभा से और 10 सांसद राज्यसभा से होंगे। गठन के बाद 90 दिनों के भीतर समिति को अपनी रिपोर्ट सौंपनी होगी। हालांकि समय सीमा को बढ़ाया भी जा सकता है। टीएमसी की तरफ से कल्याण बनर्जी, साकेत गोखले को जेपीसी में शामिल करने का प्रस्ताव दिया गया है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद में आज अंबेडकर मुद्दे पर विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोपहर दो बजे तक स्थगित हो गई। उधर, राज्यसभा में जबरदस्त हंगामे के बीच संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का बचाव किया। रिजिजू के बयान के बाद राज्यसभा के सभापति जगदीप धनकड़ ने शोर-शराबे के बीच दोपहर करीब 12:15 पर सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

दोपहर दो बजे लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा जारी रहा, जिसके चलते शोर-शराबे के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही बुधवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 

'आप लोग अंबेडकर... जपते  हैं, अच्छा होता भगवान का नाम लेते': शाह  के बयान पर विपक्ष का हंगामा 

दरअसल मंगलवार को राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान बोलते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के एक बयान पर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी और उसे अंबेडकर का अपमान बताया था। कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "कल यह स्पष्ट हो गया कि कौन किसका अपमान करता है।"

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि 75 सालों में संविधान कैसे आगे बढ़ा, इसकी भी चर्चा होनी चाहिए। अंबेडकर जी ने कहा कि कोई भी संविधान अच्छे से चल सकता है, उसे चलाने वालों की इच्छा अच्छी हो। हमारे संविधान को अपरिवर्तनशील नहीं माना गया। परिवर्तन इस जीवन का मंत्र है। संविधान संशोधन का प्रावधान किया था। 54 साल के युवा हवा में बात करके कहते हैं संविधान बदल देंगे। इसका प्रावधान संविधान में ही है। 16 साल में हमने 22 परिवर्तन किए। बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने परिवर्तन किए।

अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने सबसे पहला संशोधन 101वां संशोधन किया। हम जीएसटी को लेकर आए और देश के अर्थतंत्र को मजबूत करने का काम किया। दूसरा संशोधन हम 102वां संशोधन लाए। नेशनल कमीशन फॉर बैकवर्ड क्लास को संवैधानिक दर्जा देने का काम किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने 16 साल राज किया और 22 बार संविधान में संशोधन किया। वहीं कांग्रेस ने 55 साल राज किया और 77 बार संविधान में परिवर्तन किया। भाजपा और कांग्रेस दोनों ने परिवर्तन किए, लेकिन परिवर्तन का उद्देश्य क्या था?

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): राज्य सभा में संविधान पर की चर्चा के दौरान आम आदमी पार्टी के नेता संजय ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला साधा। उन्होंने वोटर लिस्ट से नाम काटने के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा और साथ ही उनके जेल जाने को लेकर हुई टिप्पणी पर कहा कि जिस दिन सत्ता बदलेगा कोई बाहर नहीं रहेगा, सिर्फ तीन घंटे के लिए ईडी-सीबीआई दे दो, सबको जेल भेज दूंगा।

संजय सिंह ने दिल्ली चुनाव से पहले वोटर लिस्ट से नाम काटे जाने का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि तुगलकाबाद के बूथ पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम कटवाए हैं। इस पर नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि देखने वाली बात है कि वो बांग्लादेशी-रोहिंग्या तो नहीं, जिनके नाम काटे जा रहे हैं।

इसके बाद संजय सिंह ने राम सिंह समेत कई मतदाताओं के नाम पढ़े और कहा कि पूर्वांचली भाइयों को रोहिंग्या-बांग्लादेशी कहने की इनकी हिम्मत कैसे हुई। हमारे पूर्वांचली भाई मेहनत कर पसीना बहाते हैं। पूर्वांचल के लोग इनकी जमानतें जब्त कराएंगे। ये चुनाव घोटाले से जीतना चाहते हैं।

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