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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि ‘बीजेपी की सरकार अमीरों की सरकार है’ और इसके शासन में गरीबों, किसानों और मजबूरों का सिर्फ और सिर्फ अपमान हुआ है।

सपा प्रमुख की यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद आई है। वीडियो में एक राजस्व अधिकारी अमेठी में एक किसान पर कथित रूप से हमला करते हुए दिखाई दे रहा है।

यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में वीडियो साझा करते हुए कहा, “ये है बीजेपी सरकार के असली ‘किसान सम्मान’ का वीडियो।” उन्होंने कहा कि बीजेपी किसान विरोधी थी, है और हमेशा रहेगी।

अखिलेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी की सरकार अमीरों की सरकार है और इसके शासन में गरीबों, किसानों और मजबूरों का सिर्फ और सिर्फ अपमान ही हुआ है। वायरल वीडियो में खाकी वर्दी पहने एक व्यक्ति को कथित तौर पर डंडे से पीटते हुए देखा जा सकता है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): संसद में धक्का-मुक्की कांड की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी गई है। दोनों मामलों (बीजेपी की शिकायत और कांग्रेस की शिकायत) की जांच शुरू हो चुकी है। बीजेपी की शिकायत में लोकसभा के नेता राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बीजेपी ने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर सांसदों को धक्का देने का आरोप लगाया था। धक्का-मुक्की में घायल सांसदों महेश राजपूत और प्रताप सारंगी के बयान दर्ज किए जाएंगे। वहीं घटना की सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल वीडियो की पड़ताल होगी।

मीडिया के कैमरे की फुटेज भी सबूत के तौर पर जुटाई जाएगी। फुटेज इकट्ठा करने के लिए लोकसभा स्पीकर से इजाजत ली जाएगी। बयान और फुटेज मिलने के बाद घटना स्थल पर सीन रिक्रिएट किया जा सकता है। राहुल गांधी और अन्य सांसदों को नोटिस भेजा जाएगा। बयान दर्ज करने के बाद राहुल गांधी से पूछताछ की जाएगी। कांग्रेस की शिकायत में बीजेपी सांसदों पर मल्लिकार्जुन खड़गे को धक्का देने और एससी/एसटी एक्ट के तहत आरोप लगाए गए है। पुलिस इस शिकायत की भी जांच कर रही है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस ने संसद के शीतकालीन सत्र के समापन के बाद शुक्रवार को आरोप लगाया कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने इस सत्र के दौरान जो कुछ किया, वो फासीवाद का उदाहरण है।

मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि संसद परिसर में ‘धक्का-मुक्की’ की घटना की सीसीटीवी फुटेज जारी की जाए और उसकी ओर से पुलिस में की गयी शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज (एफआईआर) की जाए।

शाह की हरकत पर माफी मांगें प्रधानमंत्री: प्रमोद तिवारी

राज्यसभा में कांग्रेस के उप नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि अमित शाह के बयान से साबित हो गया कि यदि लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 400 सीटें मिलतीं तो बाबासाहेब का संविधान खत्म हो जाता और ‘मोदी जी का संविधान’ होता। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस मांग पर कायम हैं कि गृहमंत्री को माफी मांगनी चाहिए और पद से इस्तीफा देना चाहिए। जिसने संविधान निर्माता का अपमान किया हो, उसे मंत्री पद पर नहीं रहना चाहिए।’’ तिवारी ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को माफी मांगनी चाहिए।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): मंदिर-मस्जिद विवादों पर लगभग 10 कानूनी मामले लंबित होने को लेकर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार (19 दिसंबर, 2024) को ऐसे विवादित मुद्दों को बार बार उठाने को लेकर अपनी असहमति जताई थी। रोजाना इस तरह की विभाजनकारी बहस उठाने को उन्होंने अस्वीकार बताते हुए एकता पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत पर जोर दिया। वहीं अब विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने अब भागवत की बात को दोहराया है।

न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व हिंदू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि ये मुद्दे ऐतिहासिक महत्व के उदाहरण हैं। उन्होंने आक्रमण के दौरान लाखों मंदिरों के विनाश के बारे में बताते हुए कहा, “हमने 1984 में घोषणा की थी कि हम केवल तीन मंदिरों को पुनः प्राप्त करना चाहते हैं, जिनमें अयोध्या में राम जन्मभूमि, काशी और मथुरा के मंदिर शामिल हैं। हमने राम जन्मभूमि के लिए एक लंबी कानूनी और सामाजिक लड़ाई लड़ी, लेकिन तब से हमने एक संगठन के रूप में कभी भी किसी मंदिर के लिए आंदोलन का नेतृत्व नहीं किया।

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