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ढाका: बांग्लादेश ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण की मांग के लिए भारत को पत्र लिखा है। बांग्लादेश के विदेश मामलों के सलाहकार तौहीद हुसैन ने कहा, "हमने भारत सरकार से कहा है कि बांग्लादेश सरकार चाहती है कि शेख हसीना न्यायिक प्रक्रिया के लिए बांग्लादेश वापस आएं।"

सोमवार को ही गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम ने कहा कि उनके मंत्रालय ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखकर अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की भारत से वापसी की मांग करने को कहा है। इसके बाद ही बांग्लादेश विदेश मंत्रालय ने भारत से शेख हसीना की प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।

2013 की संधि के तहत भारत से शेख हसीना की मांग कर रहा है बांग्लादेश

भारत और बांग्लादेश की सरकार के बीच साल 2013 में प्रत्यर्पण को लेकर संधि की गई थी। 2013 से भारत के बीच 'प्रत्यर्पणीय अपराध मामलों' में आरोपी या भगोड़े आरोपियों और बंदियों को एक-दूसरे को सौंपने का करार हुआ था। बांग्लादेश सरकार ने कहा, इस संधि के तहत वह पूर्व पीएम हसीना के प्रत्यर्पण की मांग कर रहा है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): हिमाचल प्रदेश के निचले पहाड़ी क्षेत्रों में शीतलहर के कारण स्थानीय मौसम विभाग को रविवार को बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर और मंडी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी करना पड़ा जबकि कश्मीर में तापमान अब भी शून्य से नीचे है, लेकिन रात के तापमान में वृद्धि होने से कुछ राहत मिली है। हिमाचल में ताबो शून्य से 11.6 डिग्री नीचे तापमान के साथ सबसे सर्द स्थान रहा, जबकि सुमडो, कुसुमसेरी और कल्पा में तापमान क्रमश: शून्य से 5.3 डिग्री नीचे, शून्य से 4.8 डिग्री नीचे और शून्य से 1.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया।

ऊना में एक डिग्री सेल्सियस और भुंतर में 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। ऊना राज्य का सबसे गर्म स्थान भी रहा, जहां अधिकतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा जो शनिवार के 24.5 डिग्री सेल्सियस से कम है। मौसम केंद्र ने 24 से 26 दिसंबर तक मंडी में भाखड़ा बांध जलाशय क्षेत्र और बल्ह घाटी के कुछ हिस्सों में घने कोहरे के लिए पीली चेतावनी भी जारी की। इस अवधि के दौरान निचली पहाड़ियों में अलग-अलग स्थानों पर बर्फ की मोटी परत जमी हुई देखी जा सकती है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को कहा कि पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) समाज के लोग डॉ. बीआर अंबेडकर और उनके संविधान को अपमानित करने वालों को हमेशा के लिए सत्ता से बाहर कर देंगे। सपा नेता ने कहा कि प्रभुत्वादी हमेशा से बाबा साहब के खिलाफ रहे हैं और समय-समय पर उनके अपमान के लिए तिरस्कार पूर्ण बयान देते रहें हैं। उन्होंने कभी भी बाबा साहब के 'सबकी बराबरी के सिद्धांत' को स्वीकार नहीं किया।

प्रभुत्वादी हमेशा से बाबा साहब के रहे हैं खिलाफ: अखिलेश यादव 

अखिलेश यादव ने संसद में आंबेडकर के खिलाफ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की विवादित टिप्पणी को लेकर देशव्यापी आंदोलन के बीच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “अपमान की इस प्रथा को तोड़ने के लिए अब पीडीए समाज के हर एक व्यक्ति ने ठान लिया है कि वह सामाजिक एकजुटता से राजनीतिक शक्ति प्राप्त कर अपनी सरकार बनाएंगे और बाबा साहब और उनके संविधान को अपमानित करने वालों को सत्ता से बाहर कर देंगे।”

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): पेगासस मुद्दा एक बार फिर सुर्खियों में है। इस मुद्दे पर एक बार फिर भारत में बहस छिड़ गई है। अमेरिकी अदालत ने एनएसओ ग्रुप को पेगासस के लिए जिम्मेदार ठहराया है। कोर्ट ने कहा है कि एनएसओ ग्रुप पूरे विवाद के लिए जवाबदेह है। अमेरिकी अदालत का यह फैसला व्हाट्सअप द्वारा एनएसओ ग्रुप के खिलाफ दायर एक मामले में आया है।

अमेरिकी कोर्ट ने बताया- जासूसी के लिए कौन है जिम्मेदार

इस केस की सुनवाई करने वाले जज फिलिस हैमिल्टन ने कहा है कि इजरायली स्पाईवेयर निर्माता 1400 वॉट्सऐप यूजर्स को टारगेट करने के लिए आरोपी है। जज ने यह भी कहा कि अमेरिकी कानून का उल्लंघन करने के लिए एनएसओ ग्रुप भी जिम्मेदार है।

पेगासस के इस्तेमाल के शिकार लोगों में राजनीतिक असंतुष्ट और राजनयिक, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, पत्रकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता शामिल हैं। भारत में पेगासस कथित तौर पर पत्रकारों, राजनेताओं, केंद्रीय मंत्रियों और कुछ सामाजिक सदस्यों के डिजिटल गैजेट्स में लगाया गया था।

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