ताज़ा खबरें
पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ स्थगित हुआ है: पीएम मोदी
सरकार स्पष्ट करे, अमेरिकी मध्यस्थता की अनुमति क्यों दी गयी: पवार
सीजफायर के बाद खोले गए 32 एयरपोर्ट, तनाव के बीच किए गए थे बंद
एसआईए ने कश्मीर में 20 जगह पर मारे छापे, कई स्लीपर सेल गिरफ्तार

जयपुर: राजस्थान सरकार, कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह पुलिस मुठभेड़ प्रकरण और सांवराद में सुरेन्द्र सिंह की मृत्यु प्रकरण की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच करवाने की सिफारिश करेगी। राजपूत समाज ने आज उक्त जानकारी दी। राजस्थान सरकार और सर्व समाज संघर्ष समिति के प्रतिनिधियों के बीच मंगलवार को हुई बैठक में यह सहमति बनी है। बैठक में शामिल राजपूत समाज के गिर्राज सिंह लोटवाडा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि ​बैठक में यह सहमति बनने के बाद वहां उपस्थित लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं। सर्व समाज एवं राजपूत समाज ने अपना आन्दोलन वापस ले लिया है। सरकार की और से बैठक में गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया, पंचायत राजमंत्री राजेन्द्र राठौड़ और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने सहमति पर हस्ताक्षर किया है। सर्वसमाज की और से बैठक में ग्यारह प्र​तिनिधि मौजूद रहे। लोटवाडा ने कहा कि सरकार ने कहा है कि विगत 24 जून को पुलिस मुठभेड़ में मारे गए आंनदपाल सिंह और सांवराद में 12 जुलाई को हुई हुंकार रैली में सुरेन्द्र सिंह की मृत्यु के प्रकरण की जांच सीबीआई से जांच करवाने की सिफारिश करेगी।

सीकर: सीकर जिले के खाटूश्याम जी थानाक्षेत्र में अपने प्रेमी साथ रह रही एक विवाहिता की उसके पिता ने कल कथित रूप से गला दबा कर हत्या कर दी। अवर पुलिस अधीक्षक तेजराज सिंह ने बताया कि चैना कंवर (25) का एक व्यक्ति के साथ प्रेम प्रंसग चल रहा था। उसका विवाह अप्रैल 2016 में नागौर के डीडवाना निवासी देवेन्द्र सिंह के साथ हुआ था। लेकिन विवाह के पांच-छह महिने बाद वह अपने प्रेमी के साथ रहने लगी। उन्होंने बताया कि चैना के पिता भंवर सिंह ने उसे बुधवार को रानोली थाना क्षेत्र में बस स्टैंड के पास देखा और वह उसे अपने साथ सामेर स्थित पुराने घर में ले गया, जहां उसकी गला दबा कर हत्या कर दी गई। खाटूश्याम जी थानाधिकारी बाबूलाल ने बताया कि स्थानीय लोगों ने कल घर में शव पड़ा होने की सूचना दी। जांच में पाया गया कि पिता ने विवाहिता की हत्या की है। आरोपी पिता फरार हो गया है।

जयपुर: पुलिस मुठभेड़ में मारे गये कुख्यात अपराधी आनंदपाल सिंह का पैतृक गांव सांवराद में कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया गया। प्रशासन ने आनंदपाल के अंतिम संस्कार के लिए कर्फ्यू में एक घंटे की ढील दी गई थी। वहीं दूसरी ओर सरकार ने इस प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाने की मांग सिरे से खारिज कर दी है। इससे पहले सरकार ने कहा, मानवाधिकार आयोग के आदेश के अनुसार आनंदपाल सिंह के शव का चौबीस घंटे के अंदर परिजनों ने अंतिम संस्कार नहीं किया तो सरकार अपने स्तर पर अंतिम संस्कार की प्रक्रिया शुरू करेगी। सांवराद में बुधवार को हुंकार रैली के दौरान हुई हिंसा में गोली चलने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। इससे पहले पुलिस के साथ संघर्ष में 24 पुलिसकर्मियों सहित 32 लोग घायल हो गए हैं। घायलों में नागौर के पुलिस अधीक्षक पारिस देशमुख और उनका अंगरक्षक भी शामिल हैं। घायलों में से एक पुलिसकर्मी की हालत नाजुक बताई जा रही है। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने गुरुवार को जयपुर में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए मृतक आंनदपाल सिंह के परिजनों और राजपूत समाज के कई संगठनों की ओर से इस मामले की सीबीआई जांच की मांग को खारिज कर दिया।

नागौर: कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल सिंह के पुलिस मुठभेड़ में मारे जाने की घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हुए नागौर जिले में भारी तादाद में जमा हुए लोगों की बुधवार को पुलिस से झड़प हो गई। प्रदर्शनकारियों ने एसपी पारस देशमुख की गाड़ी में आग लगा दी। चार बसों में आग लगा दी गई। डिडवाना के पास लोगों ने रेलवे ट्रैक से फिशप्लेट उखाड़ने की भी कोशिश की। सरकार के मुताबिक उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए केवल रबर की गोलियों, आंसू गैस और लाठीचार्ज किया गया। इस पूरे घटनाक्रम में मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले एक शख्‍स की मौत हो गई (अभी मृत्‍यु के कारणों के बारे में पता नहीं चल सका है)। 21 पुलिसकर्मी जख्‍मी हुए हैं और सात नागरिक घायल हुए हैं। भारी तनाव को देखते हुए वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है। इलाके में भारी संख्या में पुलिस तैनात की गई है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति पर करीबी निगाहें बनाए हुए हैं। गौरतलब है कि आनंदपाल के परिजन इस मुठभेड़ पर सवाल उठाते हुए इसकी सीबीआई से जांच करवाने की मांग मानने पर ही उसके शव का अंतिम संस्कार करने पर अड़े हुए हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख