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वाशिंगटन: पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। हाल ही में फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने जेलेंस्की पर हमला तेज करते हुए कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के मकसद से शांति वार्ता में जेलेंस्की की उपस्थिति आवश्यक नहीं है।

फ्लोरिडा के पाम बीच स्थित अपने घर से बात करते हुए ट्रंप ने कहा कि जहां उनकी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ "अच्छी बातचीत" हुई है, वहीं यूक्रेन के साथ उनके संबंध तनावपूर्ण रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि यूक्रेन के पास वार्ता में कोई बड़ी भूमिका नहीं है, जो संघर्ष के समाधान को जटिल बना रहा है।

जेलेंस्की की शांति वार्ता में भागीदारी महत्वपूर्ण नहीं: ट्रंप 

ट्रंप की ताजा टिप्पणी उनके पूर्व के रुख से एक बड़ा बदलाव दर्शाती है। पहले जेलेंस्की की आलोचना करते हुए उन्हें "बिना चुनाव वाला तानाशाह" बताया था, लेकिन अब ट्रंप ने कहा कि जेलेंस्की की शांति वार्ता में भागीदारी महत्वपूर्ण नहीं है। उनके अनुसार, जेलेंस्की की उपस्थिति ने शांति वार्ता को और मुश्किल बना देगी।

वाशिंगटन: भारतीय मूल के काश पटेल को गुरुवार को सीनेट की तरफ से संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के निदेशक के रूप में पुष्टि किए जाने के बाद, राष्ट्रपति ट्रंप का आभार व्यक्त किया और एजेंसी को 'पारदर्शी, जवाबदेह और न्याय के लिए प्रतिबद्ध' बनाने की कसम खाई। सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए, काश पटेल ने कहा, 'मैं संघीय जांच ब्यूरो के नौवें निदेशक के रूप में पुष्टि किए जाने पर सम्मानित महसूस हो रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप और अटॉर्नी जनरल पाम बॉन्डी को आपके अटूट विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद।'

एफबीआई की एक लंबी विरासत है: काश पटेल

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा में काश पटेल ने लिखा, 'मुझे संघीय जांच ब्यूरो के नौवें निदेशक के रूप में पुष्टि किए जाने पर सम्मानित महसूस हो रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप और अटॉर्नी जनरल बॉन्डी को आपके अटूट विश्वास और समर्थन के लिए धन्यवाद।' उन्होंने आगे कहा, 'एफबीआई की एक लंबी विरासत है- 'जी-मेन' से लेकर 9/11 के बाद हमारे देश की सुरक्षा तक। अमेरिकी लोग एक ऐसी एफबीआई के हकदार हैं जो पारदर्शी, जवाबदेह और न्याय के लिए प्रतिबद्ध हो।

तेल अवीव: इजरायल की राजधानी तेल अवीव में हुए तीन धमाकों से अफरा-तफरी मच गई। यह धमाके बसों में हुए। इजरायल के पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, दो अन्य बसों में विस्फोटक पाए गए, लेकिन धमाका नहीं हुआ। इजरायली पुलिस ने बताया कि पांचों बम एक जैसे थे और उनमें टाइमर लगे थे। दो बमों को निष्क्रिय कर दिया गया। राहत की बात यह रही कि इन धमाकों में कोई हताहत नहीं हुआ।

इजरायल ने इसे आतंकी हमला बताया

इजरायल ने इन धमाकों को आतंकी हमला करार दिया है। यह धमाके ऐसे समय में हुए जब युद्धविराम समझौते के तहत हमास की ओर से गाजा में चार बंधकों के शव वापस किए गए थे।

धमाकों के बाद प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के ऑफिस से जारी बयान में कहा गया कि पीएम इस मामले पर लगातार अपडेट ले रहे हैं और उन्होंने सुरक्षा का भी आकलन किया है।

धमाकों के बाद पुलिस ने तेल अवीव के बैट यम में संदिग्धों की तलाशी की और घटनास्थल पर सुरक्षाबलों को भेजा। पुलिस प्रवक्ता के हैम सरग्रोफ के मुताबिक, ड्राइवरों ने सभी बसों और ट्रेनों को स्कैन किया।

पनामा सिटी: अमेरिका से निर्वासित एक भारतीय समूह के सुरक्षित रूप से पनामा पहुंचने की जानकारी पनामा सरकार ने भारत को दी है। पनामा में मौजूद 'भारतीय मिशन' स्थानीय सरकार के साथ मिलकर निर्वासितों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है।

पनामा, कोस्टा रिका और निकारागुआ में स्थित भारतीय दूतावास ने बृहस्पतिवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर यह जानकारी साझा की। हालांकि, इसमें पनामा पहुंचे भारतीयों की संख्या का उल्लेख नहीं किया गया। यह समूह उन 299 अप्रवासी लोगों का हिस्सा है जिन्हें अमेरिकी सरकार द्वारा पनामा भेजा गया है।

निर्वासितों के लिए पनामा ‘पुल’ की भूमिका निभाएगा: राष्ट्रपति मुलिनो

राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो की सहमति के बाद भारतीय निर्वासित तीन उड़ानों से पनामा पहुंचे थे। मुलिनो ने इस बात पर सहमति जताई थी कि निर्वासितों के लिए पनामा ‘पुल’ की भूमिका निभाएगा। ट्रंप प्रशासन ने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले लाखों लोगों को निर्वासित करने की योजना बनाई है।

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