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वाशिंगटन: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पॉल रेयान ने कहा है कि वह अपनी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प का समर्थन करने के लिए ‘‘तैयार’’ नहीं हैं। रेयान ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘इस बिंदू पर ऐसा करने के लिए फिलहाल मैं तैयार नहीं हूं। इस वक्त मैं वहां नहीं हूं।’’ रेयान के इस चौंकाने वाले बयान का पार्टी के अंदर तत्काल प्रभाव देखने को मिला और अगर रिपब्लिकन पार्टी के अंदर विभाजन को जल्दी सुलझाया नहीं जाता तो ट्रम्प की राष्ट्रपति बनने की महत्वाकांक्षाओं पर दूरगामी असर पड़ सकता है। रेयान ने कहा कि पार्टी को एकजुट करने की जिम्मेदारी अब ट्रम्प के कंधों पर है जो इंडियाना प्राइमरी जीतने और अपने दो प्रतिद्वंद्वियों - टेड क्रूज एवं जॉन कैसिच के उम्मीदवारी की दौड़ से बाहर होने के बाद रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार बन गए हैं। रेयान ने कहा, ‘‘बहरहाल, मुझे इसकी (ट्रम्प को समर्थन करने की) उम्मीद है और मैं चाहता भी हूं। लेकिन मुझे लगता है कि जरूरी यह है कि हमें पार्टी को एकजुट करना है और मुझे लगता है कि पार्टी को एकजुट करने का ज्यादा बोझ हमारे संभावित उम्मीदवार को उठाना होगा।’’
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वाशिंगटन: ऐसा माना जा रहा है कि पाकिस्तान में पूर्व सीआईए स्टेशन चीफ को आईएसआई को जहर दिया गया था। सीआईए के पूर्व प्रमुख मार्क केल्टन ने मई 2011 में उस छापेमारी का नेतृत्व किया था जिसमें अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन मारा गया था। मार्क केल्टन को एबटाबाद में बिन लादेन के परिसर में छापेमारी के दो महीने के बाद स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के तहत इस्लामाबाद से हटाया गया था। ‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने एक विशेष खोजी रिपोर्ट में कहा, ‘मार्क केल्टन सीआईए से सेवानिवृत्त हैं और पेट की सर्जरी के बाद से उनके स्वास्थ्य में सुधार हुआ है लेकिन एजेंसी के अधिकारियों का यह सोचना है कि भले ही यह प्रमाणिक नहीं है लेकिन यह संभव है कि केल्टन की अचानक बीमारी के पीछे आईएसआई के नाम से जानी जाने वाली पाकिस्तान की इंटर सर्विस इंटेलिजेंस एजेंसी का किसी न किसी तरह से हाथ है।’ यहां पाकिस्तानी दूतावास के एक प्रवक्ता ने इस रिपोर्ट को मनगढ़ंत बताया है। ‘द पोस्ट’ के अनुसार केल्टन ने बार-बार अनुरोध किए जाने के बावजूद साक्षात्कार देने से इनकार कर दिया लेकिन उन्होंने फोन पर बातचीत में कहा कि उनकी बीमारी के कारण का ‘कभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया।’
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वाशिंगटन: डोनाल्ड ट्रंप इंडियाना प्राइमरी चुनाव में जीत का परचम लहराने के साथ ही अमेरिका के राष्ट्रपति पद के चुनाव में संभावित रिपब्लिकन उम्मीदवार बन गए हैं। ट्रंप ने जब राजनीति में कदम रखा था और पिछले वर्ष जून में राष्ट्रपति पद के चुनाव में पार्टी उम्मीदवार बनने की अपनी दावेदारी पेश की थी तब किसी राजनीतिक विशेषज्ञ ने यह नहीं सोचा था कि वह इस दौड़ में इतना आगे पहुंच जाएंगे। ट्रंप ने इंडियाना प्राइमरी चुनाव जीतने के बाद अपने समर्थकों से कहा, ‘मैं रिपब्लिकन पार्टी का संभावित उम्मीदवार बनकर सम्मानित महसूस कर रहा हूं। यह हमारी पार्टी को एकजुट करने और हिलेरी क्लिंटन को शिकस्त देने का समय है।’ ट्रंप को 52 प्रतिशत से भी अधिक मत मिले। उनके मुख्य प्रतिद्वंद्वी सीनेटर टेड क्रूज उनसे 16 अंकों से भी अधिक के अंतर से पीछे रहे। क्रूज ने बाद में रिपब्लिकन उम्मीदवार बनने की दौड़ से अपनी दावेदारी वापस लेने की घोषणा की।
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वाशिंगटन: एक समय डोनाल्ड ट्रंप के धुर विरोधी रहे एवं राष्ट्रपति पद के चुनाव में पार्टी उम्मीदवार बनने के पूर्व दावेदार बॉबी जिंदल ने कहा कि यदि ट्रंप रिपब्लिकन उम्मीदवार बनते हैं, तो वह उनके लिए मतदान करेंगे। जिंदल ने कल सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘मुझे लगता है कि वह हिलेरी क्लिंटन से बेहतर होंगे, मुझे नहीं लगता कि चयन करने के लिए ये अच्छे विकल्प हैं। यदि वह उम्मीदवार बनते हैं तो मैं अपनी पार्टी के उम्मीदवार को समर्थन दूंगा। मैं इसे लेकर खुश नहीं हूं.. लेकिन मैं हिलेरी क्लिंटन के बजाए उन्हें वोट दूंगा।’ लुइसियाना के पूर्व गवर्नर जिंदल कुछ महीने पहले तक स्वयं पार्टी उम्मीदवार बनने की दौड़ में शामिल थे और पिछले साल जब उन्होंने नेशनल प्रेस क्लब में ट्रंप पर जोरदार हमला शुरू किया था, तब उसके कुछ ही समय बाद उनकी लोकप्रियता का दर एक प्रतिशत से भी नीचे गिर गया था। उस समय जिंदल ने ट्रंप को ‘अहंकारी’ और ‘खतरनाक’ बताया था लेकिन अब उनका कहना है कि वह ट्रंप के लिए मतदान करेंगे। उन्होंने तर्क दिया कि वह हिलेरी से बेहतर हैं।
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