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चंडीगढ़: पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्‍नी ने आखिरकार राज्‍य कांग्रेस प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू की मांग को मान लिया है। पंजाब के एडवोकेट जनरल एपीएस देओल को हटा दिया गया है। सीएम ने देओल के इस्‍तीफे को स्‍वीकार कर लिया है। सीएम चन्‍नी ने मंगलवार शाम को संवाददाताओं को बताया, 'पंजाब कैबिनेट ने एडवोकेट जनरल एपीएस देओल का इस्‍तीफा स्‍वीकार कर लिया है।' इस दौरान सिद्धू उनके बगल में बैठे थे।

गौरतलब है कि एपीएस देओल ने एक नवंबर को पद से इस्‍तीफा दे दिया था। लेकिन सीएम चन्नी इसे शुरुआत में स्वीकार करने से इंकार कर दिया था, इसके बाद पंजाब कांग्रेस के कद्दावर नेता सिद्धू और उनके बीच की तनातनी और बढ़ गई थी। बहरहाल, अब सीएम ने देओल का इस्‍तीफा स्‍वीकार कर लिया है।

दरअसल, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता देओल को सितंबर में एडवोकेट जनरल पद पर नियुक्त किया गया था। कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद छोड़ने के बाद जब अतुल नंदा ने शीर्ष सरकारी वकील के पद से इस्तीफा दिया था, तब उनकी नियुक्ति की गई थी।

चंडीगढ़ (जनादेश ब्यूरो): पंजाब के शीर्ष कानून अधिकारी यानी महाधिवक्ता एपीएस देओल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पर 'सियासी फायदे' के लिए झूठी जानकारी फैलाने का आरोप लगाया है। एक प्रेस वक्तव्य जारी कर देओल ने आरोप लगाया है कि सिद्धू राज्य सरकार और महाधिवक्ता के कामकाज में बाधा डाल रहे हैं।

पंजाब के महाधिवक्ता एपीएस देओल द्वारा जारी प्रेस वक्तव्य.

नवजोत सिंह सिद्धू 2015 के पुलिस फायरिंग और बेअदबी कांड मामले में केस की पैरवी करने पर देओल के इस्तीफे की मांग करते रहे हैं। एजी देओल ने 'ड्रग्स' और 'बेअदबी मामलों' में बार-बार बोलने पर पूर्व क्रिकेटर की आलोचना की और कहा है कि मामले में न्याय सुनिश्चित करने के राज्य सरकार के गंभीर प्रयासों को उन्होंने पटरी से उतारने की कोशिश की है।

उन्होंने आरोप लगाया कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले सिद्धू अपने राजनीतिक सहयोगियों के बीच राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए गलत सूचना फैला रहे हैं।

नई दिल्ली: नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पंजाब कांग्रेस प्रमुख के रूप में अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। लेकिन उन्होंने अब पार्टी को एक नया अल्टीमेटम दिया है। उनका कहना है कि जैसे ही नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति हो जाएगी तो वह अपने कार्यालय लौट आएंगे। हालांकि इसमें अभी पेंच फंसता नजर आ रहा है, क्योंकि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एपीएस देओल के इस्तीफे को कथित तौर पर खारिज कर दिया है। जिनकी नियुक्ति से सिद्धू नाराज चल रहे थे।

दरअसल, तीन हफ्ते पहले राहुल गांधी से हुई मुलाकात के बाद चल रही सुगबुगाहट पर विराम लगाते हुए सिद्धू ने कहा कि मैंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया है। जैसे एक नए एडवोकेट जनरल को नियुक्त किया जाएगा तो मैं पार्टी कार्यालय जाऊंगा और कार्यभार संभालूंगा।

बता दें कि सिद्धू 2015 में एक बेअदबी और पुलिस फायरिंग मामले में दो आरोपी पुलिसकर्मियों का केस लड़ने का आरोप लगाते हुए एजी देओल पर लगातार निशाना साध रहे थे, जिसके बाद उन्होंने सोमवार को मुख्यमंत्री को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।

चंडीगढ़: पंजाब में कभी न खत्म होने वाले सत्ता संघर्ष के बीच संभावित दलबदल के डर से राज्य की कांग्रेस सरकार ने आज एकता का प्रदर्शन करते हुए कहा कि मंत्री और विधायक मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के साथ हैं और राज्य के समग्र विकास के लिए "ऐतिहासिक पहल" के लिए आभारी हैं। पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने लंबे समय से चली आ रही कांग्रेस में कलह के बाद औपचारिक रूप से कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपनी नई पार्टी की घोषणा की। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे अपने पत्र में अमरिंदर सिंह ने पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर हमला किया और कहा कि सोनिया गांधी को यह समझाने के लिए "मनगढ़ंत संख्या" पेश की गई थी कि राज्य के नेताओं का उनको समर्थन हासिल नहीं है। अमरिंदर इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद पंजाब कांग्रेस की बैठक हुई।

अमरिंदर सिंह ने उन मंत्रियों के नाम उजागर करने की भी धमकी दी जो उनके कार्यकाल के दौरान कथित रूप से रेत खनन में शामिल थे। इसके साथ ही उन्होंने यह भी संकेत दिया कि कांग्रेस के कई नेता उनके संपर्क में हैं और उनकी नई पार्टी में आ सकते हैं।

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