ताज़ा खबरें
पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ स्थगित हुआ है: पीएम मोदी
सरकार स्पष्ट करे, अमेरिकी मध्यस्थता की अनुमति क्यों दी गयी: पवार
सीजफायर के बाद खोले गए 32 एयरपोर्ट, तनाव के बीच किए गए थे बंद
एसआईए ने कश्मीर में 20 जगह पर मारे छापे, कई स्लीपर सेल गिरफ्तार

देहरादून: उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी ही भाजपा के नए मुख्यमंत्री होंगे। इसके साथ ही राज्‍य के नए मुख्यमंत्री को लेकर बना असमंजस सोमवार को उस समय खत्म हो गया, जब विधायक दल की बैठक के बाद धामी के नाम का एलान हुआ। सूत्रों ने बताया कि धामी, राज्‍यपाल से मिलने के लिए रवाना हो चुके हैं। वे 'महामहिम' से भेंट करके राज्‍य में सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी और राज्य के चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी को विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षक बनाकर भेजा गया था। विधायक दल की बैठक शाम 5 बजे शुरू हुई और 11 दिनों के सस्पेंस के बाद मुख्यमंत्री को लेकर स्पष्टता बन पाई। बता देंं, उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने बहुमत तो हासिल किया हैं लेकिन सीएम पुष्‍कर सिंह धामी खटीमा से चुनाव हार गए गए थे।

इससे पहले, केंद्रीय पर्यवेक्षक औऱ प्रभारी दोपहर को देहरादून के जॉलीग्रांट एय़रपोर्ट पहुंचे थे तो कई नेता उनके स्वागत के लिए मौजूद थे। वहां से वो विधायक दल की बैठक में शामिल होने के लिए रवाना हो गए।

नई दिल्‍ली: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्‍पष्‍ट बहुमत तो हासिल किया है। लेकिन पार्टी नेता और सीएम पुष्‍कर सिंह धामी को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा है। ऐसे में यह जानना दिलचस्‍प होगा कि अगला सीएम बनने का मौका किसे हासिल होगा। पार्टी ने स्‍पष्‍ट कर दिया है कि उत्तराखंड में नए विधायकों में से नेता चुना जाएगा। इसके मायने यह है कि 'ऊपर से लाए गए' किसी शख्‍स को सीएम पद नहीं सौंपा जाएगा। मौजूदा सीएम पुष्‍कर धामी इन चुनाव में खटीमा सीट से प्रत्‍याशी थे, लेकिन उन्‍हें कांग्रेस प्रत्‍याशी के हाथों करीब छह हजार वोटों से हार का सामना करना पड़ा है।

उत्तराखंड की 70 सीटों के परिणाम भाजपा के लिए बेहद शानदार रहे हैं। पार्टी ने जहां 47 सीटों पर कब्‍जा जमाया है, वहीं मुख्‍य विपक्षी दल कांग्रेस को 19 सीटों से ही संतोष करना पड़ रहा है। बहुजन समाज पार्टी और अन्‍य के खाते में दो-दो सीटें आई हैं। आम आदमी पाटी ने भी उत्तराखंड में चुनाव लड़ा था, लेकिन यह खाता खोलने में भी नाकाम रही।

उखीमठ: उत्तराखंड के उच्च गढवाल हिमालयी क्षेत्र में स्थित भगवान शिव को समर्पित केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल में छह माह बंद रहने के बाद इस साल छह मई को दोबारा श्रद्धालुओं के लिए खोले जायेंगे ।

श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के जनसंपर्क अधिकारी हरीश गौड़ ने बताया कि यहां ओंकारेश्वर मंदिर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आयोजित संक्षिप्त धार्मिक समारोह में मुख्य पुजारी रावल भीमाशंकर की उपस्थिति में पंचांग गणना के पश्चात केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का मुहूर्त निकाला गया ।

उन्होंने बताया कि रूद्रप्रयाग जिले में स्थित 11वें ज्योर्तिलिंग केदारनाथ के कपाट शुक्रवार छह मई को प्रात: 06:25 बजे वृश्चिक लग्न में खोले जाएंगे ।

मुहूर्त निकाले जाने के अवसर पर मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, केदारनाथ के निवर्तमान विधायक मनोज रावत, उखीमठ के उपजिलाधिकारी जितेंद्र वर्मा सहित धार्मिक एवं प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे ।

पिथौरागढ़: कांग्रेस नेता हरीश रावत ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट कर पोस्टल बैलेट में धांधली की आशंका जताई है। इसके बाद चुनाव आयोग ने बुधवार को इस मामले में संज्ञान लिया और पिथौरागढ़ पुलिस को इस संबंध में मामला दर्ज करने का निर्देश दिया। हरीश रावत की ओर से पोस्ट किए गए वीडियो में कथित तौर पर बैलेट से छेड़छाड़ दिखाया गया था। पुलिस का कहना है कि दीदीहाट थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार उक्त मामले में दीदीहाट विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप पाल की ओर से मंगलवार को चुनाव आयोग और पुलिस को लिखित शिकायत दी गयी थी।

कांग्रेस नेता हरीश रावत ने ट्विटर पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा, 'एक छोटा वीडियो सबकी जानकारी के लिए वायरल कर रहा हूं, इसमें एक आर्मी के सेंटर में किस प्रकार से एक ही व्यक्ति सारे वोटों को टिक कर रहा है और यहां तक कि सभी लोगों के हस्ताक्षर भी वही कर रहा है, उसका एक नमूना देखिए, क्या इलेक्शन कमिशन इसका संज्ञान लेना चाहेगा?

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख