ताज़ा खबरें
पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ स्थगित हुआ है: पीएम मोदी
सरकार स्पष्ट करे, अमेरिकी मध्यस्थता की अनुमति क्यों दी गयी: पवार
सीजफायर के बाद खोले गए 32 एयरपोर्ट, तनाव के बीच किए गए थे बंद
एसआईए ने कश्मीर में 20 जगह पर मारे छापे, कई स्लीपर सेल गिरफ्तार

देहरादून: चारधाम यात्रा में तीर्थयात्रियों की मौत का आंकड़ा 100 पार हो गया है। केदारनाथ धाम में अब तक सबसे अधिक 50 यात्रियों ने दम तोड़ा है। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ऑक्सीजन की कमी और ठंड के कारण अचानक हृदय गति रुकने से लगातार यात्रियों की मौतें हो रही हैं।

इस बार तीन मई से चारधाम यात्रा का आगाज हुआ। 27 दिनों की यात्रा में चारों धामों में अब तक 102 यात्रियों की मौत हो चुकी है। रविवार को ही तीन तीर्थयात्रियों की मौत हुई है। मौतों को रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से 50 साल से अधिक आयु के यात्रियों की हेल्थ स्क्रीनिंग की जा रही है।

जिन यात्रियों को स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हैं, उन्हें यात्रा न करने की सलाह दी जा रही है। चारों धामों के यात्रा मार्गों पर स्थापित मेडिकल रिलीफ केंद्रों पर अब तक 50 से अधिक आयु के 5500 से अधिक लोगों की हेल्थ स्क्रीनिंग की गई है। जबकि 57 हजार यात्रियों की स्वास्थ्य केंद्रों में ओपीडी की गई है।

नई दिल्‍ली: उत्तराखंड के पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री राजेंद्र बहुगुणा ने बुधवार को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। कांग्रेस के राजेंद्र बहुगुणा ने बुधवार को हल्द्वानी में ओवरहेड टैंक पर चढ़कर ख़ुद को गोली मार ली। नैनीताल के एसएसपी पंकज भट्ट ने मीडिया को बताया “बहुगुणा के खिलाफ़ तीन दिन पहले पोती से दुष्कर्म का मुक़दमा दर्ज़ किया गया था, जिससे वो आहत थे।" बहुगुणा ने ख़ुद बुधवार को 112 नंबर पर पुलिस को कॉल कर बताया कि वो टैंक के ऊपर चढ़ कर आत्महत्या कर रहे हैं। मौक़े पर पहुंचकर पुलिस ने लाउडस्पीकर की मदद से बहुगुणा को समझाने की कोशिश की पर पूर्व मंत्री बार-बार पुलिस को बताते रहे कि वो बेगुनाह हैं।

बाद में बहुगुणा ने अपने सीने पर गोली मार ली और उनकी मौक़े पर ही मौत हो गई। पुलिस ने इस पूरे मामले मे राजेंद्र बहुगुणा की बहू, समधी और पड़ोसी के ख़िलाफ़ आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में मुक़दमा दर्ज़ किया है। राजेंद्र बहुगुणा के बेटे अजय की शिकायत पर पुलिस ने मुक़दमा दर्ज़ किया है।

गौरतलब है कि राजेंद्र आजीवन कांग्रेस से जुड़े रहे, रोडवेज संघ समेत कई संगठनों में भी वह उच्च पदों पर रहे।

हरिद्वार: रुड़की धर्म संसद रोके जाने के बाद अब हरिद्वार प्रशासन ने अपने यहां भी होने वाली महापंचायत पर रोक लगा दी है। हरिद्वार जिला प्रशासन ने मंगलवार को हिंदू धर्मगुरुओं द्वारा एक महापंचायत की घोषणा के बाद दादा जलालपुर गांव के 5 किमी के दायरे में दफा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी है। हरिद्वार के जिलाधिकारी वीएस पांडेय ने बताया कि दादा जलालपुर और आसपास के 5 किमी क्षेत्र में दफा 144 लागू कर दी गई है। सभी कार्यक्रमों को प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस कार्यक्रम (महापंचायत) के लिए कोई अनुमति नहीं ली गई थी।

बता दें कि हरिद्वार के भगवानपुर इलाके में 16 अप्रैल को एक धार्मिक जुलूस के दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें कई लोग घायल हो गए थे। पुलिस ने मामले में कई गिरफ्तारियां की हैं।

गौरतलब है कि उत्तराखंड के रुड़की में बुधवार को होने वाली धर्म संसद पर पुलिस ने रोक लगा दी है। इसके साथ ही उत्तराखंड पुलिस ने रुड़की में धारा 144 भी लगा दी है और धर्म संसद के आयोजकों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक कुछ आयोजकों की गिरफ्तारी भी हुई है।

रुड़की: थाना क्षेत्र के डाडा जलालपुर गांव में आयोजित होने वाली हिंदू महापंचायत की हरिद्वार जिला प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और एसएसपी डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने प्रेस कांफ्रेस के जरिए यह जानकारी दी। धारा 144 (सीआरपीसी की) लगाकर पांच से ज्यादा लोगों के इकट्ठे होने को गैरकानूनी घोषित कर दिया गया है।

उधर, महापंचायत की तैयारी के लिए पहुंचे काली सेना के राज्य संयोजक स्वामी दिनेशांनद भारती और उनके छह समर्थकों को पुलिस ने मंगलवार शाम गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने महापंचायत के लिए लगाए गए टेंट को भी हटा दिया है। साथ ही ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर सामान को भी बाहर भिजवा दिया गया है। पांच किलोमीटर के दायरे में गश्त बढ़ाने के साथ ही आला अधिकारियों ने गांव में डेरा डाल दिया है।

गौरतलब है कि 16 अप्रैल को हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान बवाल हो गया था। काली सेना ने पुलिस पर आरोप लगाया था कि उसने बवाल के सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख