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वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा है। अदालत ने ट्रंप के जन्म से नागरिकता पर बैन लगाने वाले प्रस्ताव पर रोक लगा दी है। हालांकि अदालत ने इस मुद्दे पर दलीलें सुनने पर सहमति जताई है और मई में इस पर सुनवाई की जाएगी।

यूएस सुप्रीम कोर्ट अभी सीधे यह तय नहीं करेगा कि ट्रंप का यह फैसला संविधान के मुताबिक है या नहीं। फिलहाल कोर्ट एक और तकनीकी बात पर ध्यान देगा, जो आगे चलकर काफी असर डाल सकती है। वह मुद्दा यह है कि क्या निचली अदालतों के जज पूरे देश में राष्ट्रपति की नीतियों को रोकने का आदेश दे सकते हैं या नहीं।

तीन संघीय न्यायाधीशों ने अलग-अलग फैसलों में ट्रंप के उस आदेश को रोकने के लिए निषेधाज्ञा जारी की, जिसमें अमेरिका में जन्मे बच्चों की नागरिकता खत्म करने की बात कही गई थी। जजों ने कहा कि यह आदेश 14वें संशोधन का सीधा उल्लंघन है, क्योंकि यह संशोधन लंबे समय से अमेरिका में जन्मे लगभग सभी लोगों को नागरिकता का हक देता है।

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार को दावा किया कि चीन सहित दुनिया के सभी देश उनसे व्यापार समझौते को लेकर बातचीत करना चाहते हैं। उन्होंने यह बयान अपनी टैरिफ नीति (आयात शुल्क लगाने की नीति) के संदर्भ में दिया। ट्रंप ने कहा कि उनके द्वारा लगाए गए टैरिफ का असर अब साफ नजर आने लगा है और कई देश अमेरिका के साथ नए व्यापार नियम तय करने में रुचि दिखा रहे हैं। ट्रंप प्रशासन की इस टैरिफ नीति ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार में हलचल मचा दी है और इससे कई देशों के साथ अमेरिका के रिश्तों पर असर पड़ा है।

ट्रंप ने कहा, “हर कोई मुझसे मिलना चाहता है, चीन भी। वे सभी व्यापार समझौते के लिए बातचीत करना चाहते हैं।” ट्रंप ने यह भी बताया कि उन्होंने मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शीनबाम से फोन पर बात की, जो काफी सकारात्मक रही। इसके अलावा, उन्होंने जापान के बड़े व्यापार अधिकारियों से भी मुलाकात की। ये बैठकें व्यापार और टैरिफ से संबंधित मुद्दों पर केंद्रित थीं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रुथ सोशल’ पर लिखा, "मेक्सिको की राष्ट्रपति से बातचीत बहुत फायदेमंद रही।"

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने हाल ही में कश्मीर और भारत के संबंध में बयान दिया है। उन्होंने ओवरसीज लोगों के लिए आयोजित किए गए एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर इस्लामाबाद की गले की नस था और रहेगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान इस मुद्दे को कभी नहीं भूलेगा और कश्मीर के लोगों का समर्थन करता रहेगा।

जनरल मुनीर ने कहा कि पाकिस्तान और भारत दो अलग-अलग राष्ट्र हैं। यह अंतर न केवल धर्म बल्कि रीति-रिवाज, संस्कृति बल्कि सोच और महत्वाकांक्षाओं में झलकता भी है। मुनीर ने 1947 के विभाजन के पीछे दो-राष्ट्र सिद्धांत का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का निर्माण दो-राष्ट्र के सिद्धांत पर आधारित था और यही विचार आगे भी कायम रहेगा।

जनरल मुनीर ने न केवल कश्मीर बल्कि बलूचिस्तान पर भी पाकिस्तान के मजबूत रुख की बात की। उन्होंने कहा कि अलगाववादी ताकतें चाहे कितनी भी कोशिश करें, वह पाकिस्तान के क्षेत्रीय अखंडता को नुकसान नहीं पहुंचा सकतीं। भारत की 13 लाख की सेना डरा नहीं सकी तो कुछ आतंकवादी भी उसकी नियति को नहीं बदल सकते।

वाशिंगटन: अमेरिका और चीन के बीच टैरिफ को लेकर तनाव बरकरार है। टैरिफ के मुद्दे पर दोनों देशों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है। इस बीच इस मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर टैरिफ पर कोई बातचीत होनी है तो इसकी शुरुआत अब चीन को ही करनी होगी। ट्रंप ने कहा कि बातचीत कब कैसे होगी, यह चीन को तय करना है। हमें उनसे डील करने की कोई जरूरत नहीं है। बल्कि चीन को हमसे समझौता करना होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन और बाकी देशों में अंतर है।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन को लेकर अपनी बात एक दम स्पष्ट कर दी है और अभी-अभी उन्होंने ओवल ऑफिस में मुझसे एक और बयान साझा किया है, जो मैं बताना चाहती हूं। लेविट ने राष्ट्रपति ट्रंप के बयान को साझा करते हुए कहा, "अब गेंद चीन के पाले में हैं। चीन को अमेरिका से समझौता करने की जरूरत है। हमें उनके साथ समझौते की कोई जरूरत नहीं है। चीन और बाकी देशों में अंतर नहीं है। सिवाय इसके कि वे (चीन) बहुत बड़े हैं।"

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