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लंदन: लंदन में विदेश मंत्री एस जयशंकर की गाड़ी के सामने आकर खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके बाद उनकी सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे। इसे लेकर अब ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम विदेश मंत्री एस जयशंकर की यूके यात्रा के दौरान चैथम हाउस के बाहर हुई घटना की कड़ी निंदा करते हैं। यूके शांतिपूर्ण विरोध के अधिकार का समर्थन करता है, लेकिन सार्वजनिक कार्यक्रमों को डराने, धमकाने या बाधित करने का कोई भी प्रयास पूरी तरह से अस्वीकार्य है।"

लंदन में खालिस्तान समर्थक नारे लगा रहे प्रदर्शनकारियों के एक छोटे समूह में शामिल एक व्यक्ति ने उस समय सुरक्षा घेरा तोड़कर विदेश मंत्री एस जयशंकर की कार को रोकने का प्रयास किया जब वह थिंक टैंक चैथम हाउस के मुख्यालय से बाहर निकल रहे थे। भारत ने अलगाववादियों और चरमपंथियों के इस छोटे समूह की भड़काऊ गतिविधियों की निंदा की. भारत ने विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक की इस घटना की निंदा की और ब्रिटिश सरकार से अपने राजनयिक दायित्वों का पालन करने का आह्वान किया।

बीजिंग: अमेरिकी राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से ही टैरिफ के मुद्दे पर डोनाल्ड ट्रंप ने चीन समेत कई देशों के खिलाफ सख्त रुख अपना रखा है। आज अमेरिकी संसद को संबोधित करते हुए टंप ने भारत और चीन समेत अन्य देशों पर 2 अप्रैल से पारस्परिक टैरिफ लगाने का एलान कर दिया। इस बीच ने अमेरिका के इस सख्त रुख पर चीन कड़ी प्रतिक्रिया दी है। चीन ने साफ कर दिया है कि अगर अमेरिका टैरिफ युद्ध या फिर किसी भी तरह का युद्ध ही चाहता है तो चीन इसके लिए तैयार है और चीन अंत तक लड़ेगा।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि चीनी आयात पर अमेरिकी टैरिफ बढ़ाने के लिए फेंटेनाइल मुद्दा बहुत ही घटिया बहाना है। हमारे अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए हमारे प्रतिरोध पूरी तरह से वैध और जरूरी हैं। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका के अंदर फेंटेनाइल संकट के लिए कोई और नहीं, बल्कि खुद अमेरिका ही जिम्मेदार है। अमेरिकी लोगों के प्रति मानवता और सद्भावना की भावना से, हमने इस मुद्दे से निपटने में अमेरिका की मदद करने के लिए मजबूत कदम उठाए हैं।

वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को बहस करनी महंगी पड़ी है। ट्रंप ने यूक्रेन को जंग में दी जाने वाली सभी सहायता रोकने की आदेश दे दिया है। ट्रंप ने यह आदेश जेलेंस्की के साथ ओवल ऑफिस में हुई झड़प के कुछ ही दिनों बाद दिया है।

मीडिया रिपोर्टस में रक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से बताया कि अमेरिका, यूक्रेन को जंग में दी जाने वाली सभी सैन्य सहायता तब तक रोक रहा है, जब तक ट्रंप यह तय नहीं कर लेते कि जेलेंस्की शांति के लिए सद्भावनापूर्ण प्रतिबद्धता रखते हैं या नहीं।

जेलेंस्की ने ओवल ऑफिस में हुई बैठक में रूस के साथ किसी भी शांति समझौते को सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा गारंटी की मांग की। इस पर ट्रंप ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि जब यूक्रेन शांति के लिए तैयार हो, तभी वह वापस आए। तनावपूर्ण बैठक के बाद यूरोपीय सहयोगियों ने तेजी से यूक्रेन को हथियार मुहैया कराने और शांति सैनिक भेजने की योजना बनानी शुरू कर दी।

लंदन: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ ओवल ऑफिस में हुई तीखी बहस के बाद संबंध सुधारने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि यदि ट्रंप उन्हें "वास्तविक समस्याओं को हल करने" के लिए आमंत्रित करते हैं, तो वे फिर से मिलने के लिए तैयार हैं।

ओवल ऑफिस में हुई बैठक के दौरान ट्रंप ने जेलेंस्की पर अमेरिकी सहायता के प्रति कृतघ्नता और असम्मान का आरोप लगाया था, जिससे दोनों नेताओं के बीच तनावपूर्ण माहौल बन गया था। इस घटना के बाद अमेरिका की यूक्रेन के प्रति समर्थन पर सवाल उठने लगे हैं।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, लंदन हवाई अड्डे पर यूरोपीय नेताओं के साथ शिखर सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बात करते हुए जेलेंस्की ने विश्वास जताया कि अमेरिका के साथ यूक्रेन के संबंध जारी रहेंगे। उन्होंने कहा, 'हमारे बीच जो चर्चा हुई, उससे मैं नहीं सोचता कि यह हमारे साझेदारी में कुछ सकारात्मक या अतिरिक्त हुआ है।' हालांकि, जेलेंस्की को विश्वास है कि अमेरिका अपनी सहायता जारी रखेगा।

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