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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संत कवि मीराबाई के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना होने के बाद माफी मांगी है। गुरुवार को जारी एक वीडियो बयान में मेघवाल ने कहा कि वह मीराबाई का बहुत सम्मान करते हैं और यदि उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है तो वह खेद व्यक्त करते हैं तथा क्षमा मांगते हैं। खासकर राजपूत समुदाय ने मेघवाल की टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए माफी की मांग की थी।

सोमवार को सीकर के पिपराली में श्री श्याम गोशाला में एक कार्यक्रम के दौरान मेघवाल ने कहा था, "मीरा का जन्म मेड़ता में हुआ था और उनका विवाह चित्तौड़गढ़ में हुआ था। हम सब इतिहास में पढ़ते हैं कि मीरा के पति ने उनको तंग किया। ऐसा नहीं है... मीरा के पति विवाह के बाद एक साल जिंदा रहे। मीरा के पति की मृत्यु होने के बाद उनके देवर शासक बने। उन्होंने मीरा से कहा कि मुझसे शादी कर लो, तो यहां से झगड़ा शुरू हुआ। उन्हें तंग करने वाला उनका देवर था।" उन्‍होंने कहा, “इतिहास में कुछ चीजें अलग तरीके से लिखी होती हैं।”

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए कांग्रेस मुख्यालय में बुलाई गई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में पूर्व पीएम के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित किया गया। बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य नेता मौजूद रहे।

सोनिया गांधी ने मनमोहन सिंह के निधन पर जारी किया संदेश

कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर एक शोक संदेश जारी किया है। संदेश में उन्होंने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से हमने एक ऐसे नेता को खो दिया है जो ज्ञान, बड़प्पन और विनम्रता के प्रतीक थे, जिन्होंने पूरे दिल और दिमाग से हमारे देश की सेवा की। कांग्रेस पार्टी के लिए एक उज्ज्वल और प्रिय मार्गदर्शक, उनकी करुणा और दूरदर्शिता ने लाखों भारतीयों के जीवन को बदल दिया और उन्हें सशक्त बनाया। उन्हें भारत के लोगों द्वारा उनके पाक दिल और तेज जहन के लिए प्यार किया जाता था। उनकी सलाह और विचारों को हमारे देश के राजनीतिक हलकों में बेहद गंभीरता और उत्सुकता से देखा-सुना जाता था और उनका बहुत सम्मान था।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह नहीं रहे। 92 साल की उम्र में उनका दिल्ली एम्स में निधन हो गया। उन्हें उम्र संबंधी दिक्कतों की वजह से गुरुवार रात 8:06 बजे एम्स में भर्ती कराया गया था। रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। मनमोहन सिंह प्रखर अर्थशास्त्री थे। 1991 में देश में शुरू किए गए आर्थिक उदारीकरण के वे शिल्पकार रहे। 2004 से 2014 तक वे प्रधानमंत्री रहे। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर है।

कैबिनेट की बैठक में मनमोहन सिंह को दी गई श्रद्धांजलि 

पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हुई। पीएम मोदी की अध्यक्षता वाली इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। कैबिनेट की बैठक में शोक प्रस्ताव पारित किया गया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि दी

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आवास पर जाकर उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने उनके परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदना भी व्यक्त की।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): अत्यंत दुःख के साथ हम भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के 92 साल की उम्र में निधन की सूचना देते हैं। वे उम्र से संबंधित बीमारियों के कारण उपचाराधीन थे और 26 दिसंबर 2024 को घर पर अचानक बेहोश हो गए थे। घर पर ही उन्हें तुरंत पुनर्जीवित करने के उपाय शुरू किए गए। उन्हें रात 8:06 बजे एम्स, नई दिल्ली के मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। यह आधिकारिक बयान एम्स ने जारी किया है।

कांग्रेस ने रद्द किए कल के कार्यक्रम

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा, "पद्म विभूषण मनमोहन सिंह नहीं रहे। हमने एक महान नेता, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री को खो दिया है। हमने कल 'जय बापू, जय भीम, जय संविधान' रैली का आयोजन किया था। हमारे सभी प्रमुख नेता विशेष विमान से दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। कल के लिए आयोजित कार्यक्रम रद्द कर दिया गया है।"

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