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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस ने बाबासाहेब अंबेडकर के बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा दिये गए कथित विवादास्पद बयान को लेकर मंगलवार को ओडिशा, असम, तेलंगाना, झारखंड और जम्मू-कश्मीर समेत कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन किया और उनके इस्तीफे की मांग की।

ओडिशा में गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग, माकपा ने भुवनेश्वर में फूंका शाह का पुतला 

कांग्रेस की ओडिशा इकाई ने मंगलवार को राज्य भर में ‘अंबेडकर सम्मान मार्च’ निकाला। अंबेडकर के पोस्टर और तस्वीरें लेकर कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने भुवनेश्वर, कोरापुट, ढेंकनाल और मल्कानगिरी में विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने शाह पर पिछले हफ्ते राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया और भाजपा के खिलाफ नारेबाजी की। बाद में कांग्रेस नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने अतिरिक्त जिलाधिकारी (एडीएम), भुवनेश्वर के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें शाह से माफी और इस्तीफे की मांग की गई है। इस बीच, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की भुवनेश्वर इकाई ने भी इस मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया और शाह का पुतला जलाया।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस ने 26 दिसंबर को होने वाली अपनी कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक को "नव सत्याग्रह बैठक" नाम दिया है तथा पार्टी 27 दिसंबर को "जय बापू, जय भीम, जय संविधान" रैली का आयोजन करेगी।

विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक कांग्रेस के बेलगावी अधिवेशन के 100 साल पूरे होने के मौके पर हो रही है। उस अधिवेशन में महात्मा गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष चुना गया था।

बैठक में करीब 200 नेता होंगे शामिल 

कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि इस कार्य समिति की बैठक को "नव सत्याग्रह बैठक" नाम दिया गया है। उन्होंने कहा, "विस्तारित कांग्रेस कार्य समिति की बैठक उसी स्थान पर हो रही है जहां महात्मा गांधी को अध्यक्ष चुना गया था।" उन्होंने कहा कि इस बैठक में करीब 200 नेता शामिल होंगे। वेणुगोपाल के अनुसार, 26 दिसंबर को ढाई बजे "नव सत्याग्रह बैठक" शुरू होगी जिसमें दो प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): छत्तीसगढ़ के दिग्गज बीजेपी नेता और वर्तमान में ओडिशा के राज्यपाल रहे रघुबर दास ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। रघुबर दास ने राज्यपाल पद से इस्तीफा दे दिया है, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है। वहीं पूर्व गृह सचिव अजय कुमार भल्ला को मणिपुर के राज्यपाल बनाया गया है। आरिफ मोहम्मद खान को बिहार का गवर्नर बनाया गया है और बिहार के गवर्नर राजेंद्र आर्लेकर को केरल का राज्यपाल बनाया गया है।

पूर्व केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह को मिजोरम का गवर्नर बनाया गया है, तो वहीं मिजोरम के गवर्नर हरी बाबू कांभांपती को ओडीशा का गवर्नर बनाया गया है। इसी कड़ी में पूर्व सेना प्रमुख विजय कुमार सिंह को मिजोरम के राज्यपाल नियुक्त किया गया है। मणिपुर का राज्यपाल नियुक्त किए गए पूर्व केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला की बात करें तो वह 1984 बैच के सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी हैं। इन्हें केंद्रीय गृह सचिव के रूप में 22 अगस्त, 2019 को नियुक्त किया था। अजय कुमार भल्ला ने पांच सालों तक, यानि 22 अगस्त, 2024 तक भारत के गृह सचिव के रूप में कार्य किया है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): देश में एक बार फिर मंदिर मस्जिद का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के हिंदू नेता बनने वाले बयान को लेकर आजकल बहुत चर्चा है। इसी बीच कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने मोहन भागवत पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि उनकी कथनी और करनी में बहुत अंतर होता है। वह जो भी कहते हैं, उसके उल्टा काम करते हैं।

उन्होंने कहा, "मोहन भागवत का बयान आरएसएस की ख़तरनाक कार्यप्रणाली को दर्शाता है- उनकी कथनी और करनी में ज़मीन आसमान का अंतर है।" "आरएसएस का काम करने का तरीक़ा आज़ादी के वक्त जितना ख़तरनाक था, आज उससे भी ज़्यादा है। वे जो बोलते हैं, उसका उल्टा करते हैं।"

"यदि मोहन भागवत को लगता है कि मंदिर-मस्जिद का मुद्दा उठाकर नेतागिरी करना ग़लत है, तो उन्हें बताना चाहिए कि ऐसे नेताओं को उनका संघ संरक्षण क्यों देता है? क्या आरएसएस-बीजेपी में मोहन भागवत की बात नहीं मानी जाती?"

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