ताज़ा खबरें
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 14 संवैधानिक प्रश्‍नों पर सुप्रीम कोर्ट से राय मांगी
जम्मू-कश्मीर के त्राल में एनकाउंटर, सुरक्षाबलों ने एक आतंकी किया ढेर
मंत्री विजय शाह पर चार घंटे के अंदर एफआईआर दर्ज करें: हाईकोर्ट

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार आज राजकीय सम्मान से साथ किया गया। तिरंगे झंडे में लिपटे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ निगम बोध घाट पर किया गया। उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी। यहां राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता व केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे।

राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार 

अंतिम संस्कार से पहले तीनों सेनाओ व तीनों सेनाओ की सुप्रीम कमांडर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सलामी दी। निगमबोध घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री के पार्थिव शरीर की तीनों सशस्त्र बलों के अधिकारियों ने मिलिट्री बैंड के साथ अगुवाई की। भारतीय सेना, नौसेना और वायु सेना के अधिकारियों ने यहां पूर्व प्रधानमंत्री को सलामी दी।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर निगम बोध घाट पहुंच चुका है। पूर्व पीएम के अंतिम दर्शन के लिए पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं। मनमोहन सिंह का गुरुवार रात एम्स में 92 साल की उम्र में निधन हो गया था। गृह मंत्रालय ने बताया, सरकार ने फैसला लिया है कि डॉ मनमोहन सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय से सिंह का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ करने के लिए प्रबंध किए जाने का अनुरोध किया गया है। इससे पहले मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए कांग्रेस दफ्तर में रखा गया था।

पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया

नेताओं और गणमान्य व्यक्तियों द्वारा निगम बोध घाट पर अंतिम दर्शन के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया। इससे पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की अर्थी को उनके परिवार के साथ-साथ राहुल गांधी ने भी कंधा दिया है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): कांग्रेस ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि सरकार द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अंत्येष्टि और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढ पाना भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है।

पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, "आज सुबह कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर सुझाव दिया था कि पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए एक स्मारक बनाया जा सके। "

उन्होंने कहा, "हमारे देश के लोग यह समझने में असमर्थ हैं कि भारत सरकार उनके दाह संस्कार और स्मारक के लिए कोई ऐसा स्थान क्यों नहीं खोज सकी जो उनके वैश्विक कद, उत्कृष्ट उपलब्धियों के रिकॉर्ड और दशकों से राष्ट्र के लिए अनुकरणीय सेवा के अनुरूप हो।" रमेश ने आरोप लगाया कि यह भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जानबूझकर किया गया अपमान है। सरकार ने फैसला किया है कि सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर किया जाएगा।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने संत कवि मीराबाई के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना होने के बाद माफी मांगी है। गुरुवार को जारी एक वीडियो बयान में मेघवाल ने कहा कि वह मीराबाई का बहुत सम्मान करते हैं और यदि उनके शब्दों से किसी को ठेस पहुंची है तो वह खेद व्यक्त करते हैं तथा क्षमा मांगते हैं। खासकर राजपूत समुदाय ने मेघवाल की टिप्पणी की कड़ी आलोचना करते हुए माफी की मांग की थी।

सोमवार को सीकर के पिपराली में श्री श्याम गोशाला में एक कार्यक्रम के दौरान मेघवाल ने कहा था, "मीरा का जन्म मेड़ता में हुआ था और उनका विवाह चित्तौड़गढ़ में हुआ था। हम सब इतिहास में पढ़ते हैं कि मीरा के पति ने उनको तंग किया। ऐसा नहीं है... मीरा के पति विवाह के बाद एक साल जिंदा रहे। मीरा के पति की मृत्यु होने के बाद उनके देवर शासक बने। उन्होंने मीरा से कहा कि मुझसे शादी कर लो, तो यहां से झगड़ा शुरू हुआ। उन्हें तंग करने वाला उनका देवर था।" उन्‍होंने कहा, “इतिहास में कुछ चीजें अलग तरीके से लिखी होती हैं।”

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख