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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): 'एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। केद्र सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में मंजूरी दे दी है। अगले सप्ताह संसद में इसे पेश किए जाने की संभावना है। सबसे पहले यह बिल जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी के पास जाएगा और फिर इस पर सभी सियासी दलों के सुझाव लिए जाएंगे। आखिर में यह बिल संसद में लाया जाएगा और इसको पास करवाया जाएगा। इस मुद्दे पर विपक्षी दलों से बातचीत की जिम्मेदारी केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अर्जुन राम मेघवाल और किरेन रिजिजू को नियुक्त किया गया है।

इसी संसद सत्र में विधेयक पेश होने की संभावना

सूत्रों के मुताबिक, सरकार बहुत जल्द इस विधेयक को संसद में पेश करेगी। उसके बाद विस्तार से चर्चा की जाएगी। सूत्रों की मानें तो सरकार ने यह तय कर लिया है कि यह एक व्यापक ब‍िल के रूप में पेश क‍िया जाएगा। गौरतलब है कि'एक राष्ट्र, एक चुनाव’ को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के पहले कार्यकाल में पूर्व राष्‍ट्रपत‍ि रामनाथ कोविंद की अगुवाई में एक कमेटी का गठन क‍िया गया था।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): राज्यसभा में गुरुवार को कांग्रेस और विपक्ष के सदस्यों ने नियम 267 पर भारी हंगामा किया, जिसके कारण सदन की कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक स्थगित कर दी गई। सभापति जगदीप धनखड़ ने सुबह सदन की कार्यवाही शुरू करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के शरद पवार और भारतीय जनता पार्टी के‌ हर्ष महाजन को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। इसके बाद उन्होंने आवश्यक विधायी दस्तावेज सदन के पटल पर रखवायें।

नियम 267 के तहत न्यायाधीशों पर चर्चा नहीं की जा सकती: सभापति

सभापति धनखड़ ने सदन की कार्यवाही को आगे बढ़ाते हुए कहा कि उन्हें नियम 267 के अंतर्गत छह नोटिस मिले हैं। इनमें से पांच के बारे में पहले ही व्यवस्था दी जा चुकी है, जबकि छठा नोटिस इलाहाबाद उच्च न्यायालय के एक न्यायाधीश के आचरण के संबंध में है। उन्होंने कहा कि नियम 267 के अंतर्गत न्यायालय और न्यायाधीशों पर चर्चा नहीं की जा सकती। इसके लिए सदस्य को अन्य नियमों का सहारा लेना चाहिए, इसलिए ये सभी नोटिस खारिज किया जा रहे हैं। इस पर कांग्रेस के सदस्य हंगामा करने लगे।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के कई घटक दलों के सांसदों ने अडानी समूह से जुड़े मुद्दे पर बृहस्पतिवार को ‘देश नहीं बिकने देंगे’ लिखे बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कुछ अन्य दलों के सांसद संसद भवन के ‘मकर द्वार’ के निकट एकत्र हुए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उन्होंने ‘वी वांट जेपीसी’ के नारे लगाए।

‘देश नहीं बिकने देंगे’ के बैनर के साथ किया प्रदर्शन

उन्होंने मकर द्वार से संसद भवन में प्रवेश करने वाले बीजेपी और सहयोगी दलों के सांसदों को तिरंगा और गुलाब का फूल भेंट किया और कहा कि ‘देश मत बिकने दें।’’ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और कई अन्य वरिष्ठ नेता इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।

विपक्षी सांसद प्रतिदिन अनोखे अंदाज में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने बुधवार को संसद में प्रदर्शन करते हुए सत्तापक्ष के सदस्यों को तिरंगा और गुलाब का फूल भेंट किया था।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो) विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने बुधवार को विदेश मामलों से संबंधित स्थायी संसदीय समिति को बताया कि बांग्लादेश ने अपने देश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा के अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

मिस्री कांग्रेस नेता शशि थरूर की अध्यक्षता वाली समिति के समक्ष उपस्थित हुए। समिति की बैठक के बाद थरूर ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘विदेश सचिव कल वहां (बांग्लादेश) से लौटे हैं। यात्रा से अभी लौटे मिस्री हमें पूरी जानकारी देने में सक्षम थे। सभी महत्वपूर्ण प्रश्न जिनकी आप कल्पना कर सकते हैं, सांसदों, समिति के अध्यक्ष द्वारा पूछे गए।’’

उन्होंने कहा, ‘‘21-22 सांसदों ने बैठक में भाग लिया और बहुत सारे प्रश्न पूछे गए और विदेश सचिव ने व्यापक रूप से उत्तर दिए।’’

सूत्रों का कहना है कि कई सांसदों ने मिस्री से बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत में रहने की स्थिति के बारे में पूछा।

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