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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): उत्तर प्रदेश के संभल में सांप्रदायिक हिंसा का मामला अब देश की संसद तक पहुंच गया है। लोकसभा में आज शून्यकाल के दौरान संभल हिंसा पर जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संभल मुद्दे पर सबसे पहले बीजेपी सांसद निशी कांत दुबे को बोलने का मौका दिया।

बीजेपी सांसद ने राहुल पर आंतकियों से रिश्ते का लगाया आरोप

संभल हिंसा को लेकर बीजेपी सांसद दुबे की टिप्पणी से लोकसभा में हंगामा हो गया, जिसके चलते शोरशराबे के बीच सदन की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी गई। दुबे ने लोकसभा में ओपन सोसाइटी फाउंडेशन का ज़िक्र करते हुए आरोप लगाया कि इस आतंकी संगठन से जुड़े लोगों से नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के क्या संबंध है।

दुबे के इस आरोप पर कांग्रेस सांसदों ने जबरदस्त विरोध दर्ज किया। शोरशराबे के बीच बीजेपी सांसद दुबे ने अपने आरोपों का सिलसिला जारी रखा। इस बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन में जबरदस्त शोरशराबे के बीच कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार (04 दिसंबर, 2024) को कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने गाजीपुर सीमा पर उनके काफिले को रोक दिया, जिससे हिंसा प्रभावित संभल में उनका प्रस्तावित दौरा अवरुद्ध हो गया। कांग्रेस नेता ने कहा कि पुलिस ने उन्हें प्रभावित लोगों से मिलने के उनके संवैधानिक अधिकार से वंचित कर दिया।

‘हम संभल जाकर देखना चाहते हैं कि वहां क्या हुआ?’: राहुल गांधी 

राहुल गांधी ने कहा कि वह अपना काफिला छोड़कर पुलिस के साथ अकेले संभल जाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने उन्हें कुछ दिनों बाद वापस आने को कहा है। राहुल गांधी ने गाजीपुर बॉर्डर पर कहा, “हम संभल जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस मना कर रही है, हमें जाने नहीं दे रही है। एलओपी के तौर पर मेरा अधिकार है कि मैं जाऊं, लेकिन वे मुझे रोक रहे हैं। मैं अकेले जाने और पुलिस के साथ जाने को तैयार था, लेकिन उन्होंने यह भी नहीं माना। वे कह रहे हैं कि अगर हम कुछ दिनों में वापस आ गए तो वे हमें जाने देंगे।”

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा में मंगलवार (03 दिसंबर, 2024) को शून्यकाल शुरू होने से पहले कार्यसूची में विभिन्न मंत्रियों के नाम से अंकित दस्तावेज संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल की ओर से प्रस्तुत किए जाने पर अप्रसन्नता जताते हुए अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संबंधित मंत्रियों को सदन में उपस्थित रहना चाहिए। सदन में प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद दोपहर 12 बजे कार्यसूची में अंकित आवश्यक कागजात संबंधित मंत्रियों की ओर से सदन के पटल पर रखे जाते हैं।

संसदीय कार्य मंत्री से बिरला बोले- 'आप ही सारे जवाब दे दो'

मंत्रियों के सदन में उपस्थित नहीं होने पर उनकी ओर से सामान्य तौर पर संसदीय कार्य राज्य मंत्री इन्हें प्रस्तुत करते हैं। आज सदन में जरूरी प्रपत्र पेश किए जाने के दौरान वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद के नाम पर अंकित एक दस्तावेज को संसदीय कार्य राज्य मंत्री मेघवाल ने रखा। इस दौरान बिरला ने कहा कि उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सदन में बैठे हैं और उन्हें दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा जाना चाहिए था।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): लोकसभा में शून्यकाल के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने संभल हिंसा का मुद्दा उठाया। उन्होंने आरोप लगाया, "यह जिले के सौहार्द को खत्म करने की एक सुनियोजित साजिश है।" उन्होंने आगे कहा कि संभल मस्जिद सर्वेक्षण और उसके बाद हुई हिंसा उत्तर प्रदेश उपचुनावों के दौरान विसंगतियों से ध्यान हटाने के लिए की गई थी।

'संभल की घटना सोची-समझी रणनीति के तहत हुई: अखिलेश यादव

अखिलेश यादव ने संभल हिंसा पर लोकसभा में बोलते हुए कहा कि 'संभल की घटना सोची-समझी रणनीति के तहत हुई है। भाजपा के शुभचिंतक बार-बार खुदाई की जो मांग कर रहे हैं, वह खुदाई देश के सौहार्द को खो देगी। उत्तर प्रदेश का उपचुनाव था, पहले चुनाव 13 तारीख को होना था, उसे बढ़ाकर 20 तारीख को कर दिया गया। 19 तारीख को कोर्ट के आदेश के बाद संभल में मसजिद का सर्वे किया गया। यह सर्वे सौहार्दपूर्ण माहौल में हुआ। अगले दिन मतदान के दौरान पुलिस ने लोगों को डरा धमका कर वोट डालने से रोका। उन्होंने कहा, मस्जिद का एक सर्वे होने के बाद दूसरे की कोई जरूरत नहीं थी। 

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