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वक्फ कानून के खिलाफ नई याचिका पर सुनवाई से सुप्रीम कोर्ट का इंकार

चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस के प्रधान नवजोत सिद्धू ने बुधवार को चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस की और कृषि कानूनों के लिए सीधे तौर पर अकाली दल को जिम्मेदार ठहराया। सिद्धू ने कहा कि जिस समय कृषि कानून बनाए गए थे, उस समय अकाली दल एनडीए का हिस्सा था।  

नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र सरकार द्वारा फसल खरीद के लिए फर्द को अनिवार्य किए जाने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ऐसे नियम थोपकर एक देश-दो बाजार का सिस्टम लागू कर रही है।

अपने ट्वीटर हैंडल से मंगलवार को सिद्धू ने दो ट्वीट किए और यह मुद्दा उठाते हुए लिखा कि खरीद से पहले एफएआरडी की अनिवार्य मांग के संबंध में केंद्र सरकार के आदेश पंजाब के सामाजिक आर्थिक ताने-बाने के खिलाफ हैं ... जानबूझकर एक राष्ट्र, दो बाजार बनाना क्योंकि ये आदेश केवल एपीएमसी मंडियों के लिए मान्य हैं जहां खरीद एमएसपी पर होती है न कि निजी मंडियों के लिए।

होशियारपुर: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसान यूनियनों के प्रतिनिधियों से केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदेश में रोष प्रदर्शन न करने की अपील की। कैप्टन ने कहा कि इस मुद्दे पर प्रदेश सरकार व यहां के लोग पहले ही किसानों के साथ एकजुटता दिखा रहे हैं। 

होशियारपुर के चब्बेवाल विधानसभा क्षेत्र के गांव मुखलियाणा में 13.44 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले सरकारी कॉलेज के लिए नींव का पत्थर रखने के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब के लोग तो पहले ही किसानों के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं, इसलिए किसानों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदेश में प्रदर्शन करने से गुरेज करना चाहिए।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाब में 113 स्थानों पर किसान धरने पर बैठे हैं। यह किसी भी तरह प्रदेश के हित में नहीं है, क्योंकि इससे प्रदेश की आर्थिक तरक्की पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा।

नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह के पोते इंद्रजीत सिंह आज भाजपा में शामिल हो गए हैं। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की मौजूदगी में उन्होंने भाजपा का दामन थामा। दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में पुरी ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई।

पांच राज्यों में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव

बता दें कि इस साल पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां अपने आप को मजबूत करने की पूरी कोशिश में लगी हुई हैं। ऐसे में दूसरी पार्टी के बड़े चेहरों, जानी-पहचानी हस्तियों को अपनी तरफ मिलाने की खबरें भी लगातार आ रही है। बता दें कि भाजपा के तरफ से बताया गया था कि आज कोई प्रख्यात शख्सियत उनकी पार्टी का दामन थामने वाला है। बता दें कि अगले साल पांच प्रदेशों में विधानसभा चुनाव होंगे। ये राज्य -उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर है।

चंडीगढ़: पंजाब कांग्रेस में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जारी खींचतान खत्‍म होती नहीं दिख रही है। पार्टी में अब चुनाव में सीएम चेहरा को लेकर विवाद और दांव पेंच शुरू हो गया है। पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष नवजाेत सिंह सिद्धू के खेमे ने पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के नेतृत्‍व लड़ने का‍ विरोध शुरू कर दिया है। नवजोत सिद्धू का खेमे ने विधानसभा चुनाव में कैप्‍टन अमरिंदर की जगह सिद्धू को पार्टी का चेहरा बनाने की मांग कर दी है। सिद्धू समर्थक विधायक सुरजीत धीमान ने तो कैप्‍टन के नेतृत्‍व में चुनाव लड़ने से मना कर दिया है।

बता दें कि पंजाब कांग्रेस के महासचिव और सिद्धू समर्थक कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने भी पिछले दिनों कैपटप अमरिंदर सिंह के नेतृत्‍व में कांग्रेस के अगला विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा का विरोध किया था। परगअ ने तो इस मुद्दे को लेकर पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत पर भी निशाना साधा था। परगट सिंह ने कहा था कि रावत को इस तरह की घोषणा करने का अधिकार किसने दे दिया कि विधानसभा चुनाव में कौन नेतृत्‍व करेगा और कौन चेहरा होगा।

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