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हैदराबाद: तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने मंगलवार को कहा कि इसके मुखिया एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव द्वारा प्रस्तावित क्षेत्रीय दलों का संघीय मोर्चा केंद्र में सरकार बनाने के लिए तब तक कांग्रेस का समर्थन लेने को तैयार है जब तक कि वह 'ड्राइवर सीट' (सरकार का संचालन) नहीं मांगती। राव पिछले साल से ही गैर भाजपा और गैर कांग्रेस संघीय मोर्चे के विचार को आगे बढ़ा रहे हैं। लोकसभा चुनाव का परिणाम आने से पहले टीआरएस के प्रवक्ता आबिद रसूल खान के इस बयान को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है कि उनकी पार्टी राहुल गांधी के नेतृत्व वाले संगठन के साथ काम करने को तैयार है।

खान ने मीडिया से कहा, ''केसीआर (राव इसी नाम से लोकप्रिय हैं) इस बात पर दृढ़ हैं कि ड्राइवर सीट पर संघीय मोर्चा होना चाहिए और उसी को सरकार चलानी चाहिए।" उन्होंने कहा कि सरकार बनाने के लिए संख्या कम होने की स्थिति में कांग्रेस से बाहर से समर्थन लेने का विकल्प तलाशा जाएगा। खान ने कहा, ''लेकिन सरकार संघीय मोर्चे की होगी और कांग्रेस को अपना समर्थन बाहर से देना होगा।

हैदराबाद: एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गुजरात में 2002 के दंगों की याद दिलायी। इससे पहले मोदी ने 1984 में सिख विरोधी दंगों को कथित तौर पर 'भयावह जनसंहार' करार दिया था। ओवैसी ने एक ट्वीट में कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान मोदी जीवन की रक्षा करने के अपने संवैधानिक कर्तव्य में विफल रहे थे।

ओवैसी ने ट्वीट किया, ‘‘श्रीमान प्रधानमंत्री वैसे ही 2002 के दंगे भी थे जो मुख्यमंत्री के तौर पर आपके कार्यकाल के दौरान हुए थे और आप मानव जीवन की रक्षा करने के अपने संवैधानिक शपथ में विफल रहे थे।’’ ओवैसी हैदराबाद लोकसभा क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं जहां से वह फिलहाल सांसद हैं। उन्होंने कहा कि मामलों के आरोपियों ने 1984 और 2002 में चुनाव जीते। एआईएमआईएम प्रमुख 1984 के सिख विरोधी दंगों पर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के "हुआ तो हुआ, टिप्पणी को लेकर कांग्रेस पर मोदी के हमले की ओर इशारा कर रहे थे।

हैदराबाद: क्षेत्रीय पार्टियों को मिलाकर गैर-कांग्रेस, गैर भाजपा संघीय मोर्चा बनाने के प्रयास तेज करने के लिए तेलंगाना राष्ट्र समिति के प्रमुख एवं तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) केरल के अपने समकक्ष पिनरायी विजयन और द्रमुक अध्यक्ष एम. के. स्टालिन से मिलेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी एक बयान के अनुसार राव सोमवार शाम तिरुवनंतपुरम में विजयन से मुलाकात करेंगे और इस सप्ताह के आखिर में 13 मई को वह चेन्नई में स्टालिन के साथ उनके आवास पर बैठक करेंगे।

जद (एस) नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी तेलंगाना के मुख्यमंत्री से संपर्क किया है। बयान के अनुसार राव और विजयन ''समकालीन राजनीति" पर चर्चा करेंगे। विजयन केरल में माकपा के नेतृत्व वाली एलडीएफ सरकार के प्रमुख हैं। इसके अनुसार, ''संसदीय चुनावों के मद्देनजर दोनों मुख्यमंत्री समकालीन राजनीति पर चर्चा करेंगे।" बयान के अनुसार घर लौटने से पहले राव रामेश्वरम और श्रीरंगम मंदिरों में दर्शन करेंगे।

हैदराबाद: देश के पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त टी एस कृष्णमूर्ति ने बुधवार को कहा कि इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन को कोसने का अंत होता उन्हें नहीं दिख रहा है क्योंकि चुनावों में हारने वाले लोग इसके इस्तेमाल से असंतुष्ट रहेंगे। विभिन्न विपक्षी दलों ने ईवीएम मशीनों की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए दावा किया है कि मशीनों के साथ छेडछाड़ की जा सकती है। कुछ संगठनों ने मांग की है कि निर्वाचन के लिए पड़े मतों में से कम से कम आधे मतों का सत्यापन वीवीपैट के माध्यम से किया जाना चाहिए। इस पर कृष्णमूर्ति ने कहा कि अगर लोग चुनाव हारते हैं तो वे यही कहेंगे कि यह अपर्याप्त है।

उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा, ''इसलिए यह खेल चलता रहेगा। मुझे लगता है कि उनकी (जो ईवीएम को कोसते हैं) मतपत्रों में अधिक रूचि है, जिससे धोखाधड़ी के लिए और अधिक अवसर मिलेगा। लेकिन अगर वे यही चाहते हैं तो हम क्या कर सकते हैं। उन्होंने मीडिया से कहा, ''वे असंतुष्ट रहेंगे। जो नहीं जीत रहे हैं, वे बोलते रहेंगे और जो जीत जाते हैं, वे चुप रहेंगे। अगर वे (जिन्होंने पहले जीत हासिल की थी) हारेंगे तो वे कोसना शुरू कर देंगे।

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