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हैदराबाद: तेलंगाना में भूमि विवाद को लेकर कोमराम भीम असिफाबाद जिले के एक गांव में वन विभाग की एक महिला अधिकारी पर रविवार को कुछ लोगों ने हमला कर दिया, जिसमें वह घायल हो गई। इस घटना के सिलसिले में टीआरएस के एक विधायक के भाई को गिरफ्तार किया गया है। इस घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे भीड़ महिला अधिकारी पर हमला करती है। पुलिस अधीक्षक मल्ला रेड्डी ने बताया कि इस घटना के सिलसिले में टीआरएस विधायक कोनूरु कन्नप्पा के भाई कोनेरु कृष्ण को गिरफ्तार किया गया है और उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि हमले में वन अधिकारी सी. अनिता को चोट लगी है और वह अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने बताया कि सरकार की 'हरित हरम योजना के तहत अनिता सारसाला गांव में पौधे लगाने गई थीं। इस दौरान कृष्ण के नेतृत्व में गांव के कुछ लोगों ने जमीन पर अपना मालिकाना हक होने का दावा करते हुए उन पर लाठियों से हमला कर दिया

हैदराबाद: उपराष्ट्रपति एम. वैंकेया नायडू ने शनिवार को कहा कि देश को दूसरों से कोई सबक सीखने की जरूरत नहीं है क्योंकि यह दुनिया में सबसे धर्मनिरपेक्ष है और संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता का मौलिक अधिकार सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने कहा, ‘‘कृपया याद रखिए कि संस्कृति जीवन जीने का तरीका है और धर्म उपासना पद्धति। तद्नुसार, मैं गर्व के साथ दावा कर सकता हूं कि भारत उस सभ्यता की बुनियाद पर बना है जो मूलत: सहिष्णु है।’’ उन्होंने कहा कि भारत में धार्मिक स्वतंत्रता संविधान के अनुच्छेद 25 से अनुच्छेद 28 के तहत सुनिश्चित मौलिक अधिकार है।

उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ हमें किसी से सबक सीखने की जरूरत नहीं है। हाल के कुछ देश अपने यहां हो रही चीजों को बिसार कर हमें प्रवचन देने लगे हैं। यदि, आप नंबर वन ग्रेड देना चाहें तो दुनिया में सबसे अधिक धर्मनिरपेक्ष देश भारतीय सभ्यता, हमारी मातृभूमि भारत है।’’ वह यहां मुफखाम जाह कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी में ग्रेजुएशन डे-2019 कार्यक्रम में बोल रहे थे।

हैदराबाद: कांग्रेसी नेता एम वीरप्पा मोइली ने शुक्रवार को कहा कि राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष पद पर बने रहने की एक प्रतिशत भी संभावना नहीं है। दरअसल, गांधी ने फिर से कहा है कि वह अध्यक्ष पद से इस्तीफे के अपने फैसले से पीछे नहीं हटेंगे। इस संबंध में पूछे जाने पर मोइली ने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) इस मामले पर गौर करेगी। पूर्व केन्द्रीय मंत्री ने कहा, ‘‘कुछ भी हो सकता है।’’ मोइली कांग्रस नीत पूर्ववर्ती संप्रग सरकार में विधि एवं न्याय, पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और कारपोरेट मामलों के मंत्रालयों की जिम्मेदार संभाल चुके हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘आज, मुझे नहीं लगता कि उनके (गांधी के) फिर से जिम्मेदारी संभालने की एक प्रतिशत भी (संभावना) नहीं लगती। किसी अन्य नाम पर विचार करने से पहले सीडब्ल्यूसी निश्चित रूप से बैठक करेगी। जब तक सीडब्ल्यूसी उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं करती, अटकलें और उनके बयान चलते रहेंगे।’’ मोइली ने कुछ कांग्रेसी नेताओं की उस अपील पर टिप्पणी से इंकार कर दिया जिसमें गांधी से बहन प्रियंका को अध्यक्ष बनाने का अनुरोध किया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘मैं इंतजार करूंगा कि सीडब्ल्यूसी आगे कोई उचित कदम उठाए।’’

हैदराबाद: पूर्व केंद्रीय कानून मंत्री एम वीरप्पा मोइली ने 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' के विचार का मजाक उड़ाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि यह मनुष्य का जीवनकाल तय करने की तरह है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने भाजपा की राजग सरकार के लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की कोशिश को ''मात्र नारा और ''आंख में धूल झोंकना बताया जिसका मकसद बेरोजगारी एवं कृषि संकट जैसी वास्तविक समस्याओं से लोगों का ध्यान भटकाना है।" मोइली ने कहा कि राज्य सरकारें मौजूदा लोकसभा के कार्यकाल के दौरान गिर सकती हैं। एक साथ चुनाव कराने का प्रावधान लागू होने पर क्या इन राज्यों को अगले संसदीय चुनाव तक इंतजार करना होगा?

मोइली ने कहा कि एक साथ चुनाव कराना लोगों के जीवनकाल को तय करने के समान है। उन्होंने कहा, ''यह विचार यह नियम बनाने की तरह है कि हर किसी को 60 वर्ष जीवित रहना चाहिए। यदि लोगों की मौत पहले हो जाए तो क्या होगा?" मोइली ने कहा कि एक साथ चुनाव कराने की प्रक्रिया देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के सत्ता में रहने के दौरान भी लागू की गई थी।

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